भारत अब टेस्ट क्रिकेट का सरताज नहीं है। इंग्लैंड के हाथों तीसरे टेस्ट में पारी और 242 रन की शर्मनाक हार से भारत ने सीरीज और नंबर एक का ताज गंवाया।
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
बर्मिंघम:
भारत अब टेस्ट क्रिकेट का सरताज नहीं रहा। इंग्लैंड के हाथों तीसरे टेस्ट मैच में पारी और 242 रन की शर्मनाक हार से भारत ने सीरीज और नंबर एक का ताज गंवा दिया। भारत पिछले लगभग दो साल से नंबर एक पर काबिज था लेकिन इंग्लैंड लगातार तीसरा टेस्ट मैच जीतकर अब उसकी जगह आईसीसी टेस्ट तालिका में शीर्ष पर काबिज हो गया। भारत को पारी की हार से बचने के लिए 486 रन बनाने थे लेकिन नामी गिरामी बल्लेबाजों से सजी उसकी टीम ने चौथे दिन चाय के विश्राम से पहले ही नौ विकेट गंवाए और वह केवल 244 रन पर ढेर हो गई। इंग्लैंड ने लॉर्ड्स और नाटिंघम में पहले दोनों टेस्ट मैच भी बड़े अंतर से जीते थे। इस तरह से उसने चार मैचों की सीरीज में अब 3-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है। यही नहीं, इंग्लैंड 1980 के बाद पहली बार दुनिया की नंबर एक टीम बना है। वह दस साल बाद भारत से टेस्ट रबर हासिल करने में भी सफल रहा। एजबस्टन की जिस पिच पर इंग्लैंड ने शुक्रवार को रिकार्ड सात विकेट पर 710 रन बनाए थे उसी पर भारतीय बल्लेबाजों ने शर्मनाक प्रदर्शन किया। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने लगातार दूसरी पारी में अर्द्धशतक जड़ा और टीम की तरफ से सर्वाधिक नाबाद 74 रन बनाए। उनकी इस पारी से इतना अंतर पड़ा कि भारत अब तक की अपनी सबसे बुरी हार से बच गया। भारत की यह तीसरी बड़ी हार है। उसे 1958 में वेस्टइंडीज ने कोलकाता में पारी और 336 रन से जबकि इंग्लैंड से 1974 में लॉर्ड्स में पारी और 285 रन से हार का मुंह देखना पड़ा था।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
एंडरसन, जलजला, भारत, हार