स्टान वावरिंका पिछले 44 साल में यहां खिताबी मुकाबले में जगह बनाने वाले सबसे बुजुर्ग खिलाड़ी हैं (फोटो AFP)
- 44 साल में फाइनल में पहुंचने वाले सबसे बुजुर्ग खिलाड़ी बने
- करीब साढ़े चार घंटे में सेमीफाइनल में जीत हासिल की
- महिला वर्ग में हालेप-जेलेना के बीच होगा फाइनल
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पेरिस:
स्विट्जरलैंड के स्टान वावरिंका ने दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी एंडी मरे को हराकर फ्रेंच ओपन फाइनल में प्रवेश कर लिया है. इस जीत के साथ ही वावरिंका पिछले 44 साल में यहां खिताबी मुकाबले में जगह बनाने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी बन गए हैं. 2015 के चैम्पियन का सामना अब नौ बार के विजेता रफेल नडाल या डोमिनिक थियेम से होगा.
अमेरिकी ओपन चैम्पियन 32 बरस के वावरिंका ने चार घंटे 34 मिनट तक चला यह मुकाबला 6-7 (6/8), 6-3, 5-7, 7-6 (7/3), 6-1 से जीता और अब उनकी नजरें चौथे ग्रैंडस्लैम खिताब पर होगी.वह निकी पिलिच के बाद रोलां गैरो पर फाइनल में पहुंचने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी हैं. निकी ने 1973 में 33 बरस की उम्र में फाइनल में जगह बनाई थी.
उधर, महिला एकल वर्ग में तीसरी वरीय रोमानिया की टेनिस खिलाड़ी सिमोना हालेप ने गुरुवार को फाइनल में प्रवेश कर लिया. उनका मुकाबला फाइनल में लातविया की जेलेना ओस्टापेंको से होगा. हालेप ने दूसरे सेमीफाइनल में दूसरी वरीय चेक गणराज्य की कैरोलिना प्लिस्कोवा को मात देते हुए फाइनल में कदम रखा. हालेप ने प्लिस्कोवा को 6-4, 3-6, 6-3 से मात देते हुए फाइनल का टिकट पक्का किया. पहला सेट हारने के बाद प्लिस्कोवा ने दूसरे सेट में वापसी की लेकिन अपने इस प्रदर्शन को वह तीसरे सेट में जारी नहीं रख पाईं और हालेप ने इस सेट पर कब्जा जमाते हुए फाइनल में जगह बनाई.
हालेप से पहले ही फाइनल में पहुंच चुकीं ओस्टापेंको ने स्विट्जरलैंड की टिमए बाकसिन्ज्की को पहले सेमीफाइनल मुकाबले में मात दी. ओस्टापेंको को फाइनल में जाने के लिए काफी पसीना बहाना पड़ा. उन्होंने टिमए को दो घंटे 24 मिनट तक चले मुकाबले में 7-6 (7-4), 3-6, 6-3 से मात दी. दोनों खिलाड़ियों ने आठ-आठ ब्रेक प्वाइंट हासिल किए. पहला सेट हारने के बाद टिमए ने वापसी की और दूसरा सेट अपने नाम करते हुए मुकाबला तीसरे सेट में ले गईं. अंतिम सेट में ओस्टापेंको ने बाजी मारी और फाइनल में प्रवेश किया.
अमेरिकी ओपन चैम्पियन 32 बरस के वावरिंका ने चार घंटे 34 मिनट तक चला यह मुकाबला 6-7 (6/8), 6-3, 5-7, 7-6 (7/3), 6-1 से जीता और अब उनकी नजरें चौथे ग्रैंडस्लैम खिताब पर होगी.वह निकी पिलिच के बाद रोलां गैरो पर फाइनल में पहुंचने वाले सबसे उम्रदराज खिलाड़ी हैं. निकी ने 1973 में 33 बरस की उम्र में फाइनल में जगह बनाई थी.
उधर, महिला एकल वर्ग में तीसरी वरीय रोमानिया की टेनिस खिलाड़ी सिमोना हालेप ने गुरुवार को फाइनल में प्रवेश कर लिया. उनका मुकाबला फाइनल में लातविया की जेलेना ओस्टापेंको से होगा. हालेप ने दूसरे सेमीफाइनल में दूसरी वरीय चेक गणराज्य की कैरोलिना प्लिस्कोवा को मात देते हुए फाइनल में कदम रखा. हालेप ने प्लिस्कोवा को 6-4, 3-6, 6-3 से मात देते हुए फाइनल का टिकट पक्का किया. पहला सेट हारने के बाद प्लिस्कोवा ने दूसरे सेट में वापसी की लेकिन अपने इस प्रदर्शन को वह तीसरे सेट में जारी नहीं रख पाईं और हालेप ने इस सेट पर कब्जा जमाते हुए फाइनल में जगह बनाई.
हालेप से पहले ही फाइनल में पहुंच चुकीं ओस्टापेंको ने स्विट्जरलैंड की टिमए बाकसिन्ज्की को पहले सेमीफाइनल मुकाबले में मात दी. ओस्टापेंको को फाइनल में जाने के लिए काफी पसीना बहाना पड़ा. उन्होंने टिमए को दो घंटे 24 मिनट तक चले मुकाबले में 7-6 (7-4), 3-6, 6-3 से मात दी. दोनों खिलाड़ियों ने आठ-आठ ब्रेक प्वाइंट हासिल किए. पहला सेट हारने के बाद टिमए ने वापसी की और दूसरा सेट अपने नाम करते हुए मुकाबला तीसरे सेट में ले गईं. अंतिम सेट में ओस्टापेंको ने बाजी मारी और फाइनल में प्रवेश किया.
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