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This Article is From Feb 12, 2016

दक्षिण एशियाई खेल : निशानेबाजी और ट्रैक और फील्ड में नए पदकों के साथ भारत सबसे आगे

दक्षिण एशियाई खेल : निशानेबाजी और ट्रैक और फील्ड में नए पदकों के साथ भारत सबसे आगे
गुवाहाटी: भारत के चोटी के निशानेबाजों ने अपेक्षित प्रदर्शन करते हुए 12वें दक्षिण एशियाई खेलों के छठे दिन गुरुवार को फिर से सोने के तमगे बटोरने में कोई कोताही नहीं बरती जबकि ट्रैक एवं फील्ड में भी उसके एथलीटों ने अपना दबदबा बनाए रखा। भारत ने पदकों का दोहरा शतक भी पूरा कर दिया है। उसने अब तक 233 पदक जीत लिए हैं, जिसमें 136 स्वर्ण, 77 रजत और 20 कांस्य पदक शामिल हैं। श्रीलंका 146 पदक के साथ दूसरे स्थान पर है। उसने 24 स्वर्ण, 48 रजत और 74 कांस्य पदक जीते हैं।

पाकिस्तान सात स्वर्ण, 22 रजत और 41 कांस्य पदक सहित कुल 70 पदक लेकर तीसरे स्थान पर है। ट्रैक एवं फील्ड एथलीटों ने फिर से भारत की झोली में सर्वाधिक सात स्वर्ण पदक डाले। सुमन देवी (महिलाओं की भाला फेंक), अनुभवी रंजीत माहेश्वरी (पुरूष त्रिकूद), ओम प्रकाश करहाना (पुरूष गोला फेंक), पी यू चित्रा (महिलाओं की 1500 मीटर दौड़), अजय कुमार सरोज (पुरूषों की 1500 मीटर दौड़), जौना मुरूमु (महिलाओं की 400 मीटर बाधा दौड़) और धरूण अयासामी (पुरूषों की 400 मीटर बाधा दौड़) ने स्वर्ण पदक जीते।

भारत ने निशानेबाजी रेंज में भी अपना दबदबा बनाए रखा और दांव पर लगे पांचों स्वर्ण पदक जीते। शीर्ष निशानेबाज गगन नारंग को हालांकि पुरुष व्यक्तिगत 50मी राइफल प्रोन स्पर्धा में रजत पदक से संतोष करना पड़ा। ‘गोल्ड फिंगर’ समरेश जंग ने पुरुष व्यक्तिगत 25 मी सेंटर फायर पिस्टल स्पर्धा में पहला स्थान हासिल किया, जिससे भारतीयों ने काहिलीपारा शूटिंग रेंज में दूसरे दिन पूरी तरह से दबदबा बनाए रखा। ओलंपिक 2012 में 10 मी एयर राइफल में कांसा जीतने वाले नारंग पांचवीं सीरीज तक बढ़त बनाए हुए थे, लेकिन अंत तक इसे बरकरार नहीं रख सके।

‘गोल्ड फिंगर’ समरेश जंग ने पुरूष व्यक्तिगत 25 मी सेंटर फायर पिस्टल स्पर्धा में पहला स्थान हासिल किया, जिससे भारतीयों ने काहिलीपारा शूटिंग रेंज में दूसरे दिन पूरी तरह से दबदबा बनाए रखा। ओलंपिक 2012 में 10 मी एयर राइफल में कांसा जीतने वाले नारंग पांचवीं सीरीज तक बढ़त बनाए हुए थे, लेकिन अंत तक इसे बरकरार नहीं रख सके। हमवतन चैन सिंह ने छठी सीरीज में नांरग पर बढ़त बनाई और स्वर्ण पदक हासिल किया।

उन्होंने कुल 184.1 अंक जुटाए जबकि नारंग 183.1 अंक ही बना सके। पाकिस्तान के उमर सिद्दीकी ने कांसा जीता। चैन सिंह, नारंग और सुरेंद्र सिंह राठौड़ की भारतीय टीम ने 1871.5 अंक के कुल स्कोर से 50 मी राइफल प्रोन स्पर्धा का स्वर्ण पदक प्राप्त किया। पाकिस्तान और श्रीलंका को क्रमश: रजत और कांसा मिला। पुरुषों की 25 मी सेंटर फायर पिस्टल में जंग ने पेम्बा तमांग और विजय कुमार को पीछे छोड़ते हुए 580 अंक से स्वर्ण पदक जीता।

तमांग ने 579 अंक के कुल स्कोर से रजत पदक जबकि लंदन ओलंपिक में 25 मी रैपिड फायर पिस्टल स्पर्धा में रजत पदक जीतने वाले विजय ने तीन निशानेबाजों के शूट आफ के बाद 577 अंक से कांस्य पदक प्राप्त किया। ग्वांग्झू में 2014 एशियाई खेलों में 10 मी एयर राइफल में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे 45 वर्षीय जंग ने कहा कि वह अपने निशानेबाजी कैरियर को जारी रखेंगे तथा राष्ट्रमंडल, एशियाई और ओलंपिक खेलों में अच्छा करने की कोशिश करेंगे।

जंग ने स्वर्ण जीतने के बाद कहा कि मैं रियो ओलंपिक के लिए क्वालीफाई नहीं कर सका और अब कोई क्वालीफिकेशन प्रतियोगिता नहीं बची है। मैं अगले ओलंपिक पर ध्यान लगाने की कोशिश करूंगा। एशियाई खेल और राष्ट्रमंडल खेल भी आगे हैं। 

(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)

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