ब्राजील में अभ्यास करती भारतीय तीरंदाजी टीम...
नई दिल्ली:
रियो ओलिंपिक अब ज्यादा दूर नहीं हैं और भारतीय तीरंदाज़ी टीम तो ब्राज़ील पहुंच चुकी है और वहां भी तकरीबन घरेलू माहौल में ही जमकर तैयारी शुरू कर चुकी है। टीम फिलहाल रियो डि जेनेरो के मरिका नाम की जगह में तैयारी कर रही है। ब्राजीली तीरंदाजी अकादमी से भारतीय खिलाड़ियों को खूब मदद मिल रही है। यह टीम ब्राजील पहुंचकर तैयारी शुरू करने वाली सबसे पहली टीमों में से एक है।
टीम को शुरुआत से ही घर जैसा माहौल और घर जैसा खाना मिले इसके लिए तीरंदाजी संघ ने एक भारतीय खानसामे का इंतजाम कर लिया है। भारतीय खानसामा धीरज (महाराष्ट्र के) वहां के क्रूज़ पर खाना बनाते हैं और टीम के साथ जुड़कर बेहद खुश हैं। टीम एक दिन पहले ही धीरज को अपना मेन्यू बता देती है और धीरज इस बात का पूरा ख़याल रखते हैं कि उन्हें वहां भी भारत जैसा ही महसूस हो। बुधवार को टीम ने नाश्ते में पूरी-छोले की मांग की और धीरज ने उनके जायके का पूरा ख़याल रखा।
दीपिका कुमारी, बोम्बायला देवी, लक्ष्मीरानी मांझी और अतानु दास एक टीम की तरह तैयारी कर रहे हैं। चार टीम मेंबर्स और करीब 10 सपोर्ट स्टाफ़ के बीच टीम इंडिया की तरह ही जबरदस्त बॉन्डिंग हो गई है।
भारतीय तीरंदाजी संघ के कोषाध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा कहते हैं, "हम पहले भी यहां आ चुके थे। हमें पता है कि टीम को किस बात की जरूरत है। टीम की हर जरूरत का पूरा ख़याल रखा जा रहा है। टीम में किसी को कोई शिकायत नहीं है।"
टीम 23 जुलाई को सांबार्दो इलाके के होटल में चली जाएगी। यह इलाका कार्निवाल के लिए भी मशहूर है। तीरंदाजी टीम ओलिंपिक गेम्स विलेज के बजाय होटल में रहेगी, क्योंकि प्रतियोगिता के ग्राउंड और गेम्स विलेज का फासला बहुत बड़ा है। टीम का कार्यक्रम 5:30 बजे सुबह योग के साथ शुरू हो जाता है और शाम पांच बजे तक चलता रहता है। टीम लंदन ओलिंपिक्स में हुए हादसे को पीछे छोड़ चुकी है और अब रियो में लक्ष्य उसके निशाने पर है।
टीम को शुरुआत से ही घर जैसा माहौल और घर जैसा खाना मिले इसके लिए तीरंदाजी संघ ने एक भारतीय खानसामे का इंतजाम कर लिया है। भारतीय खानसामा धीरज (महाराष्ट्र के) वहां के क्रूज़ पर खाना बनाते हैं और टीम के साथ जुड़कर बेहद खुश हैं। टीम एक दिन पहले ही धीरज को अपना मेन्यू बता देती है और धीरज इस बात का पूरा ख़याल रखते हैं कि उन्हें वहां भी भारत जैसा ही महसूस हो। बुधवार को टीम ने नाश्ते में पूरी-छोले की मांग की और धीरज ने उनके जायके का पूरा ख़याल रखा।
दीपिका कुमारी, बोम्बायला देवी, लक्ष्मीरानी मांझी और अतानु दास एक टीम की तरह तैयारी कर रहे हैं। चार टीम मेंबर्स और करीब 10 सपोर्ट स्टाफ़ के बीच टीम इंडिया की तरह ही जबरदस्त बॉन्डिंग हो गई है।
भारतीय तीरंदाजी संघ के कोषाध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा कहते हैं, "हम पहले भी यहां आ चुके थे। हमें पता है कि टीम को किस बात की जरूरत है। टीम की हर जरूरत का पूरा ख़याल रखा जा रहा है। टीम में किसी को कोई शिकायत नहीं है।"
टीम 23 जुलाई को सांबार्दो इलाके के होटल में चली जाएगी। यह इलाका कार्निवाल के लिए भी मशहूर है। तीरंदाजी टीम ओलिंपिक गेम्स विलेज के बजाय होटल में रहेगी, क्योंकि प्रतियोगिता के ग्राउंड और गेम्स विलेज का फासला बहुत बड़ा है। टीम का कार्यक्रम 5:30 बजे सुबह योग के साथ शुरू हो जाता है और शाम पांच बजे तक चलता रहता है। टीम लंदन ओलिंपिक्स में हुए हादसे को पीछे छोड़ चुकी है और अब रियो में लक्ष्य उसके निशाने पर है।
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