गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन और क्षेत्ररक्षण के दम पर चेन्नई ने पुणे को 25 रन से हराकर आईपीएल में हार के सिलसिले को तोड़ा।
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चेन्नई:
एल्बी मोर्कल की अगुवाई में अपने गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन और चुस्त क्षेत्ररक्षण के दम पर चेन्नई सुपरकिंग्स ने सोमवार को पुणे वॉरियर्स को 25 रन से हराकर आईपीएल में हार के सिलसिले को तोड़ा। पहले बल्लेबाजी के लिए भेजे जाने पर महेंद्र सिंह धोनी की टीम छह विकेट पर 142 रन ही बना सकी। उसके गेंदबाजों और क्षेत्ररक्षकों ने हालांकि जबर्दस्त खेल दिखाते हुए युवराज सिंह के पुणे वॉरियर्स को नौ विकेट पर 117 रन ही बनाने दिए। आईपीएल में जीत के साथ शुरूआत करने वाली पुणे की यह लगातार तीसरी हार है जबकि पिछले दो मैच गंवाने के बाद धोनी की टीम ने जीत दर्ज की है। चेन्नई के लिये मोर्कल ने चार ओवर में 29 रन देकर तीन विकेट लिए। स्थानीय सितारे स्पिनर आर अश्विन ने चार ओवर में सिर्फ 19 रन देकर दो विकेट लिये और डग बोलिंजेर को भी दो विकेट मिले। पुणे के लिये कप्तान युवराज सिंह (34) को छोड़कर कोई बल्लेबाज ज्यादा देर नहीं टिक सका हालांकि युवराज भी अपनी रंगत में नहीं दिखे और काफी धीमी पारी खेली। इससे पहले पुणे वारियर्स के गेंदबाजों ने भी अनुशासित प्रदर्शन करते हुए चेन्नई को छह विकेट पर 142 रन पर रोक दिया। चेन्नई ने पहले बल्लेबाजी के लिये भेजे जाने पर धीमी लेकिन मजबूत शुरूआत की। बाद में 24 रन और 20 गेंद के भीतर चार विकेट गंवाने से मेजबान टीम बड़ा स्कोर नहीं बना सकी। उसके लिये माइक हस्सी ने 48 गेंद में 61 रन बनाये जिसमें छह चौके और एक छक्का शामिल था। पुणे के लिए कैरेबियाई गेंदबाज टेलर ने चार ओवर में 30 रन देकर तीन विकेट चटकाये जबकि दक्षिण अफ्रीका के अल्फोंसो थामस को दो विकेट मिले। हस्सी को युवराज ने 28 के स्कोर पर जीवनदान दिया। राहुल शर्मा की गेंद पर वह एक्स्ट्रा कवर में उंचा कैच नहीं लपक सके थे। सलामी बल्लेबाज मुरली विजय (31) और हस्सी ने अच्छी शुरूआत करते हुए पहले नौ ओवर में कोई विकेट नहीं गंवाया। दसवें ओवर में हालांकि थामस ने चेन्नई को दो करारे झटके दिए। पहले पूल शाट खेलने के प्रयास में विजय ने मिडविकेट में नाथन मैकुलम को कैच थमाया और चार गेंद बाद सुरेश रैना बोल्ड हो गए। रन आउट होने से दो बार बचे विजय ने 29 गेंद में 31 रन बनाये जिसमें दो चौके और एक छक्का शामिल था। वहीं खराब फार्म से जूझ रहे रैना दो रन बनाकर पवेलियन लौटे। इस बीच हस्सी ने 42 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने युवराज सिंह को छक्का लगाकर अच्छी पारी खेलने के संकेत दिये लेकिन वह ज्यादा देर नहीं टिक सके। राहुल शर्मा की गेंद पर आगे निकलकर खेलने के प्रयास में वह चूके लेकिन विकेट के पीछे राबिन उथप्पा ने स्टम्पिंग करने में कोई चूक नहीं की। धोनी ने 21 गेंद में दो चौकों और एक छक्के की मदद से 26 रन बनाए। अगले ही ओवर में हस्सी भी छक्का मारने के प्रयास में अपना विकेट गंवा बैठे। टेलर की गेंद पर सीमारेखा के पास मनीष पांडे ने उनका शानदार कैच लपका। इसके दो गेंद बाद एस बद्रीनाथ पर तरजीह देकर उपर भेजे गए एल्बी मोर्कल ने कवर क्षेत्र में जेस्सी राइडर को कैच थमा दिया। वह अपना खाता भी नहीं खोल पाए। अठारहवें ओवर में मिले दोहरे झटके से चेन्नई की 150 के पार पहुंचने की उम्मीदों पर पानी फिर गया। पारी की आखिरी गेंद पर टेलर ने श्रीकांत अनिरूद्ध (सात) को पवेलियन भेजकर तीन विकेट पूरे किए। जवाब में पुणे की शुरूआत बेहद खराब रही और उसे कोई बड़ी साझेदारी नहीं मिल सकी। पहली बार पारी की शुरूआत करने उतरे मोहनिश मिश्रा (नौ) तीसरे ही ओवर में मोर्कल की गेंद पर बोल्ड हो गए। अगले ओवर में जेस्सी राइडर को अश्विन ने उसी अंदाज में पवेलियन भेजा। पुणे के दो विकेट चार ओवर में 27 रन पर उखड़ गए। पहली बार टूर्नामेंट में खेल रहे पांडे (12) अगले ओवर में मोर्कल का शिकार हुए जबकि फार्म में चल रहे उथप्पा (00) को अगले ओवर में अश्विन ने आउट किया। शुरूआती चारों बल्लेबाज क्लीन बोल्ड हुए। इसके बाद पूरी जिम्मेदारी कप्तान युवराज पर आन पड़ी लेकिन वह भी अपने चिर परिचित अंदाज में नहीं दिखे। उन्होंने मिथुन मन्हास (20) के साथ पांचवें विकेट के लिये 38 रन जोड़े। एक समय लग रहा था कि दोनों टीम को जीत की दहलीज तक ले जाएंगे लेकिन 13वें ओवर में बोलिंजेर ने मन्हास को विकेट के पीछे धोनी के हाथों लपकवाया। दूसरे छोर पर असहज दिख रहे युवराज को मोर्कल ने पवेलियन भेजा और जकाती ने उनका शानदार कैच लपका। युवराज ने 43 गेंद में 34 रन बनाये जिसमें सिर्फ दो चौके शामिल थे। इस समय पुणे को जीत के लिये नौ गेंद में 34 रन की जरूरत थी। पुणे ने आखिरी चार विकेट आठ रन के भीतर गंवाये जिसमें से दो रन आउट शामिल थे।