महाराष्ट्र के पुणे के कोंढवा इलाके में शनिवार दोपहर मशीन चौक पर अपराधियों ने सरेआम गोलीबारी कर सनसनी फैला दी. इस हमले में रिक्शा चालक गणेश काले (30) की मौके पर ही मौत हो गई. पुलिस ने इसे गैंगवार से जुड़ा मामला मानते हुए जांच शुरू कर दी है. प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावर दो मोटरसाइकिलों पर आए थे. उन्होंने गणेश काले पर चार राउंड गोलियां दागीं और यह सुनिश्चित करने के लिए कि वह मर चुका है, उस पर कोयते से कई वार किए. घटना के बाद आरोपी फरार हो गए. पुलिस को घटनास्थल से एक मोटरसाइकिल बरामद हुई है.
मृतक गणेश काले येवलेवाड़ी इलाके का रहने वाला था और वनराज आंदेकर हत्या मामले के मुख्य आरोपी दत्ता काले का भाई बताया जा रहा है. दत्ता काले फिलहाल जेल में बंद है और आयुष कोमकर हत्याकांड में भी आरोपी है. पुलिस को शक है कि यह हमला पुरानी दुश्मनी या गैंगवार का नतीजा हो सकता है. गणेश काले पर भी पहले एक मामला दर्ज होने की जानकारी सामने आई है.
घटना की गंभीरता को देखते हुए कोंढवा पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच और झोन 5 के अधिकारी जांच में जुट गए हैं. पुलिस ने घटनास्थल का पंचनामा पूरा कर लिया है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है. आरोपियों को पकड़ने के लिए दस विशेष टीमें बनाई गई हैं.

इस बीच, पुलिस को एक सीसीटीवी फुटेज मिला है जिसमें हमलावर हत्या के बाद भागते नजर आ रहे हैं. फुटेज के आधार पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. चौंकाने वाली बात यह है कि इनमें दो नाबालिग शामिल हैं. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान अमन मेहबूब शेख (23), अरबाज अहमद पटेल (25), और दो 17 वर्षीय किशोरों के रूप में हुई है. सभी आरोपी कोंढवा के अलग-अलग इलाकों के रहने वाले हैं.
पुलिस का कहना है कि इस हत्याकांड में नाबालिगों का इस्तेमाल किया जाना गैंगवार की खतरनाक प्रवृत्ति को दर्शाता है. फिलहाल पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है और यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हत्या की साजिश किसने रची. कोंढवा में हुई इस वारदात ने इलाके में दहशत फैला दी है. पुलिस ने आश्वासन दिया है कि जल्द ही इस मामले में और खुलासे होंगे और मुख्य साजिशकर्ता को भी गिरफ्तार किया जाएगा.
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