साइना को कांस्य पदक के लिए दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी चीन की लि शूरूइ से खेलना है, जिन्हें उनकी हमवतन शिन वांग ने करीबी सेमीफाइनल मुकाबले में 22-20, 21-18 से हराया।
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
लंदन:
अपने से मजबूत प्रतिद्वंद्वी के सामने खेल रही साइना नेहवाल ओलिंपिक के बैडमिंटन महिला एकल सेमीफाइनल में चीन की शीर्ष वरीयता प्राप्त यिहान वांग से हार गईं। बाद में उन्होंने कहा कि चीनी खिलाड़ी की रफ्तार का उनके सामने कोई जवाब नहीं था।
दुनिया की पांचवें नंबर की खिलाड़ी साइना ओलिंपिक बैडमिंटन सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय थीं। दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी वांग ने उन्हें 21-13, 21-13 से हराया। वेम्बले एरेना में करीब 42 मिनट तक चले मुकाबले में भारी संख्या में भारतीय साइना के समर्थन के लिए मौजूद थे, लेकिन उसका कोई फायदा नहीं मिला।
साइना को कांस्य पदक के लिए दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी चीन की लि शूरूइ से खेलना है, जिन्हें उनकी हमवतन शिन वांग ने करीबी सेमीफाइनल मुकाबले में 22-20, 21-18 से हराया।
हैदराबाद की यह खिलाड़ी पूरे मैच में वांग के सामने टिक नहीं सकीं। रैली में उनका कोई मुकाबला नहीं था और न ही वह लंबे समय तक सर्विस बरकरार रख पाईं। वांग ने साइना को रैली लगाने का मौका ही नहीं दिया, जो उनकी ताकत है। मैच की सबसे लंबी रैली 38 सेकंड तक चली। वांग के दबदबे को स्वीकार करते हुए साइना ने बाद में कहा कि वह काफी तेज खेल रही थीं।
साइना ने कहा, वांग काफी तेज खेल रही थी। मैं उतना तेजी से मूव नहीं कर पा रही थी, जिसका उसने फायदा उठाया। मैंने अहम मौकों पर कुछ गलतियां भी कीं। साइना ने कहा, मैंने कुछ पहलुओं पर काफी मेहनत की थी, लेकिन उसने मुझे रैली लगाने का मौका ही नहीं दिया। वह बहुत तेज आक्रमण कर रही थी, जिसका मैं मुकाबला नहीं कर सकी।
यह पूछने पर कि क्या गुरुवार के क्वार्टर फाइनल मैच के बाद उसे रिकवरी का समय नहीं मिल सका, साइना ने कहा कि यह कोई मसला नहीं था और उनके पास पर्याप्त समय था। साइना ने कई सहज गलतियां कीं, जिससे स्वर्ण पदक जीतने का उसका सपना चूर-चूर हो गया। करीब 42 मिनट तक चले सेमीफाइनल में उन्हें 13-21, 13-21 से पराजय झेलनी पड़ी। उनके लिए इस मैच में गलती की कोई गुंजाइश नहीं थी, क्योंकि वांग काफी सटीक और तेज थी।
पहले गेम में ब्रेक तक साइना ने कई सहज गलतियां की। एक समय स्कोर 6-11 था । साइना ने वापसी की कोशिश की, लेकिन चीनी प्रतिद्वंद्वी ने मौका नहीं दिया। दूसरे गेम में साइना ने ब्रेक तक एक अंक की बढ़त बना ली थी, लेकिन चीनी विश्व चैंपियन ने साइना को गलतियां करने पर मजबूर किया। यिहान वांग की छह मैचों में साइना पर यह छठी जीत थी।
दुनिया की पांचवें नंबर की खिलाड़ी साइना ओलिंपिक बैडमिंटन सेमीफाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय थीं। दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी वांग ने उन्हें 21-13, 21-13 से हराया। वेम्बले एरेना में करीब 42 मिनट तक चले मुकाबले में भारी संख्या में भारतीय साइना के समर्थन के लिए मौजूद थे, लेकिन उसका कोई फायदा नहीं मिला।
साइना को कांस्य पदक के लिए दुनिया की तीसरे नंबर की खिलाड़ी चीन की लि शूरूइ से खेलना है, जिन्हें उनकी हमवतन शिन वांग ने करीबी सेमीफाइनल मुकाबले में 22-20, 21-18 से हराया।
हैदराबाद की यह खिलाड़ी पूरे मैच में वांग के सामने टिक नहीं सकीं। रैली में उनका कोई मुकाबला नहीं था और न ही वह लंबे समय तक सर्विस बरकरार रख पाईं। वांग ने साइना को रैली लगाने का मौका ही नहीं दिया, जो उनकी ताकत है। मैच की सबसे लंबी रैली 38 सेकंड तक चली। वांग के दबदबे को स्वीकार करते हुए साइना ने बाद में कहा कि वह काफी तेज खेल रही थीं।
साइना ने कहा, वांग काफी तेज खेल रही थी। मैं उतना तेजी से मूव नहीं कर पा रही थी, जिसका उसने फायदा उठाया। मैंने अहम मौकों पर कुछ गलतियां भी कीं। साइना ने कहा, मैंने कुछ पहलुओं पर काफी मेहनत की थी, लेकिन उसने मुझे रैली लगाने का मौका ही नहीं दिया। वह बहुत तेज आक्रमण कर रही थी, जिसका मैं मुकाबला नहीं कर सकी।
यह पूछने पर कि क्या गुरुवार के क्वार्टर फाइनल मैच के बाद उसे रिकवरी का समय नहीं मिल सका, साइना ने कहा कि यह कोई मसला नहीं था और उनके पास पर्याप्त समय था। साइना ने कई सहज गलतियां कीं, जिससे स्वर्ण पदक जीतने का उसका सपना चूर-चूर हो गया। करीब 42 मिनट तक चले सेमीफाइनल में उन्हें 13-21, 13-21 से पराजय झेलनी पड़ी। उनके लिए इस मैच में गलती की कोई गुंजाइश नहीं थी, क्योंकि वांग काफी सटीक और तेज थी।
पहले गेम में ब्रेक तक साइना ने कई सहज गलतियां की। एक समय स्कोर 6-11 था । साइना ने वापसी की कोशिश की, लेकिन चीनी प्रतिद्वंद्वी ने मौका नहीं दिया। दूसरे गेम में साइना ने ब्रेक तक एक अंक की बढ़त बना ली थी, लेकिन चीनी विश्व चैंपियन ने साइना को गलतियां करने पर मजबूर किया। यिहान वांग की छह मैचों में साइना पर यह छठी जीत थी।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
Saina Nehwal, Olympics2012, London Olympics, Badminton, साइना नेहवाल, ओलिंपिक 2012, लंदन ओलिंपिक, बैडमिंटन