किरण मोरे ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी मजाक बनकर रह गई है।
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नई दिल्ली:
पूर्व राष्ट्रीय चयनकर्ता और विकेटकीपर किरण मोरे ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी मजाक बनकर रह गई है। मोरे ने ईएसपीएन क्रिकइंफो से कहा, भारतीय बोर्ड को राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी की समीक्षा करनी चाहिए। यह मजाक बनकर रह गई है। पिछली बार जब मैं वहां था तो सभी गेंदबाजों और बल्लेबाजों को मशीनी तरीके से अभ्यास कराया जा रहा था। मैं दंग रह गया। हर कोई एक जैसी चीजें नहीं कर सकता। मोरे ने सवाल दागा कि एनसीए ने अनिल कुंबले, राहुल द्रविड़ या सचिन तेंदुलकर की श्रेणी कि कितने खिलाड़ी पैदा किए हैं। उन्होंने कहा, एनसीए ने ऐसे कितने खिलाड़ी पैदा किये हैं जो अनिल कुंबले, राहुल द्रविड़ या सचिन तेंदुलकर की श्रेणी के हैं। एनसीए अच्छी प्रतिभायें पैदा करने में नाकाम रहा है। भारतीय बोर्ड को संजीदगी से सोचना होगा कि एनसीए को कैसे चलाना है। मोरे ने कहा कि एनसीए को चलाने के लिए अध्यक्ष अनिल कुंबले को खुला हाथ देना चाहिए। उन्होंने कहा, कुंबले को पूरी छूट दी जानी चाहिए। वह सही ढांचा तैयार करेंगे। सिर्फ लेवल एक या दो सर्टिफिकेट वाले कोच तैयार करने से कुछ नहीं होगा।
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