साइना नेहवाल लंदन में महिला एकल में डेनमार्क की टाइन बाउन को सीधे गेम में हराकर ओलिंपिक खेलों के सेमीफाइनल में जगह बनाने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी बनी जबकि पुरुष वर्ग में पी कश्यप संघर्ष करने के बाद क्वार्टरफाइनल में हार गये।
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लंदन:
भारत की स्टार खिलाड़ी चौथी वरीय साइना नेहवाल गुरुवार को लंदन में महिला एकल में डेनमार्क की टाइन बाउन को सीधे गेम में हराकर ओलिंपिक खेलों के सेमीफाइनल में जगह बनाने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी बनी जबकि पुरुष वर्ग में पी कश्यप संघर्ष करने के बाद क्वार्टरफाइनल में हार गये।
दुनिया की पांचवें नंबर की भारतीय खिलाड़ी साइना ने वेम्बले एरेना में हुए क्वार्टर फाइनल में दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी को 37 मिनट में 21-15, 22-20 से हराकर बाहर का रास्ता दिखाया। बाउन के खिलाफ यह साइना की लगातार तीसरी और सात मैचों में कुल चौथी जीत है।
साइना इसके साथ ही ओलिंपिक की बैडमिंटन स्पर्धा के सेमीफाइनल में जगह बनाने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी भी बन गई। इससे पहले उन्होंने बीजिंग ओलिंपिक 2008 में महिला एकल के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी लेकिन तब उन्हें अच्छी स्थिति में होने के बावजूद इंडोनेशिया की मारिया क्रिस्टीन यूलियांती के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा था।
कश्यप ओलिंपिक के एकल क्वार्टरफाइनल में पहुंचने वाले पहले पुरूष खिलाड़ी बन गये थे लेकिन वह दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी मलेशिया के ली चोंग वेई को चुनौती देने के बावजूद नहीं हरा सके जिन्होंने वेम्बले एरीना में 21-19, 21-11 से जीत दर्ज की।
कश्यप ने शीर्ष वरीय मलेशियाई के सामने हर तरह के हथियार आजमाये लेकिन वह ली चोंग वेई को नहीं रोक सके जो सीधे गेमों में जीत से सेमीफाइनल में पहुंचे।
साइना की पदक की राह हालांकि अब भी आसान नहीं है और अगर उन्हें पदक जीतना है तो चीन की दो खिलाड़ियों हराना होगा। इस बीच चीन की तीनों खिलाड़ी शीर्ष वरीय यिहान वैंग, दूसरी वरीय शिन वैंग और तीसरी वरीय शुएरुई ली अपने अपने मैच जीतकर सेमीफाइनल में प्रवेश करने में सफल रही। भारतीय स्टार साइना को फाइनल में जगह बनाने के लिए दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी यिहान वैंग की चुनौती को तोड़ना होगा जिन्होंने एक अन्य क्वार्टर फाइनल में चीनी ताइपे की सातवीं वरीय शाओ चीह चेंग को सीधे गेम में 21-14, 21-11 से हराया।
यिहान के खिलाफ साइना का रिकार्ड काफी खराब है और उन्हें इस चीनी खिलाड़ी के खिलाफ अपने पांचों मुकाबलों में शिकस्त का सामना करना पड़ा है। साइना को दो बार की आल इंग्लैंड चैम्पियन बाउन की कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा। बाउन ने भारतीय खिलाड़ी को अच्छी चुनौती दी लेकिन इस बीच कई गलतियां भी की जिससे उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
साइना ने तेज शुरूआत की और बाउन की गलतियों का फायदा उठाते हुए पहले गेम में जल्द ही 11-7 की बढ़त बना ली। भारतीय खिलाड़ी ने इस बढ़त को 20-12 तक पहुंचाया। साइना ने इस बीच कुछ गलतियां की जिससे बाउन ने तीन गेम प्वाइंट बचाए लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने उस समय गेम अपने नाम कर दिया जब उनके स्मैश को बाउन ने नेट पर उलझा दिया।
दूसरे गेम में बाउन ने 3-0 की बढ़त के साथ अच्छी शुरूआत की और इसे 10-7 तक पहुंचाया। साइना ने इसके बाद लगातार चार अंक जीतकर 11-10 की बढ़त बनाई। साइना ने ड्राप शाट और नेट शाट का अच्छा मिश्रण किया लेकिन बाउन ने भी उन्हें कड़ी चुनौती दी जिससे 15-15 के स्कोर पर एक समय मुकाबला बराबर था।
बाउन ने इसके बाद 20-17 के स्कोर पर तीन गेम प्वाइंट हासिल किए। भारतीय खिलाड़ी ने इसके बाद क्रास कोर्ट स्कोर के साथ पहला गेम प्वाइंट बचाया। साइना भाग्यशाली रही जब अगले अंक को लाइन अंपायर ने ‘अंदर’ करार दिया जबकि बाउन का मानना था कि यह बाहर है और वह गेम जीतने का जश्न मनाने लगी थी। डेनमार्क की इस खिलाड़ी ने इसके बाद लगातार तीन गलतियां की जिससे साइना गेम और मैच अपने नाम करने में सफल रही।
वहीं पुरुष एकल में कश्यप ने पहले गेम में शुरू से ही दबदबे भरा खेल दिखाया और उन्होंने ब्रेक तक 11-8 की बढ़त बना ली थी लेकिन चोंग वेई ने तेज रैलियों से वापसी की और स्कोर 15-15 कर दिया। कश्यप ने भी अपने प्रतिद्वंद्वी के स्ट्रोक की बराबरी करते हुए इसे 19-18 पर ला दिया।
लेकिन अंत में इस अनुभवी मलेशियाई ने कश्यप को गलतियां करने के लिये बाध्य कर दिया और तेजी से तीन अंक जुटाकर पहला गेम अपने नाम किया। दूसरे गेम में चोंग वेई ने बेहतरीन शुरूआत की। उन्होंने खूबसूरत स्ट्रोक और स्मैश का शानदार खेल दिखाते हुए ब्रेक तक 11-6 की बढ़त हासिल की। भारतीय खिलाड़ी ने भी कुछ अच्छे शाट लगाये लेकिन सहज गलतियों के कारण चोंग वेई ने 10 गेम अंक जुटाकर स्कोर 20-11 कर दया। कश्यप ने दो अंक बचाये लेकिन उनका रिटर्न नेट में चले जाने से सब खत्म हो गया।
दुनिया की पांचवें नंबर की भारतीय खिलाड़ी साइना ने वेम्बले एरेना में हुए क्वार्टर फाइनल में दुनिया की सातवें नंबर की खिलाड़ी को 37 मिनट में 21-15, 22-20 से हराकर बाहर का रास्ता दिखाया। बाउन के खिलाफ यह साइना की लगातार तीसरी और सात मैचों में कुल चौथी जीत है।
साइना इसके साथ ही ओलिंपिक की बैडमिंटन स्पर्धा के सेमीफाइनल में जगह बनाने वाली पहली भारतीय खिलाड़ी भी बन गई। इससे पहले उन्होंने बीजिंग ओलिंपिक 2008 में महिला एकल के क्वार्टर फाइनल में जगह बनाई थी लेकिन तब उन्हें अच्छी स्थिति में होने के बावजूद इंडोनेशिया की मारिया क्रिस्टीन यूलियांती के हाथों शिकस्त का सामना करना पड़ा था।
कश्यप ओलिंपिक के एकल क्वार्टरफाइनल में पहुंचने वाले पहले पुरूष खिलाड़ी बन गये थे लेकिन वह दुनिया के दूसरे नंबर के खिलाड़ी मलेशिया के ली चोंग वेई को चुनौती देने के बावजूद नहीं हरा सके जिन्होंने वेम्बले एरीना में 21-19, 21-11 से जीत दर्ज की।
कश्यप ने शीर्ष वरीय मलेशियाई के सामने हर तरह के हथियार आजमाये लेकिन वह ली चोंग वेई को नहीं रोक सके जो सीधे गेमों में जीत से सेमीफाइनल में पहुंचे।
साइना की पदक की राह हालांकि अब भी आसान नहीं है और अगर उन्हें पदक जीतना है तो चीन की दो खिलाड़ियों हराना होगा। इस बीच चीन की तीनों खिलाड़ी शीर्ष वरीय यिहान वैंग, दूसरी वरीय शिन वैंग और तीसरी वरीय शुएरुई ली अपने अपने मैच जीतकर सेमीफाइनल में प्रवेश करने में सफल रही। भारतीय स्टार साइना को फाइनल में जगह बनाने के लिए दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी यिहान वैंग की चुनौती को तोड़ना होगा जिन्होंने एक अन्य क्वार्टर फाइनल में चीनी ताइपे की सातवीं वरीय शाओ चीह चेंग को सीधे गेम में 21-14, 21-11 से हराया।
यिहान के खिलाफ साइना का रिकार्ड काफी खराब है और उन्हें इस चीनी खिलाड़ी के खिलाफ अपने पांचों मुकाबलों में शिकस्त का सामना करना पड़ा है। साइना को दो बार की आल इंग्लैंड चैम्पियन बाउन की कड़ी चुनौती का सामना करना पड़ा। बाउन ने भारतीय खिलाड़ी को अच्छी चुनौती दी लेकिन इस बीच कई गलतियां भी की जिससे उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
साइना ने तेज शुरूआत की और बाउन की गलतियों का फायदा उठाते हुए पहले गेम में जल्द ही 11-7 की बढ़त बना ली। भारतीय खिलाड़ी ने इस बढ़त को 20-12 तक पहुंचाया। साइना ने इस बीच कुछ गलतियां की जिससे बाउन ने तीन गेम प्वाइंट बचाए लेकिन भारतीय खिलाड़ी ने उस समय गेम अपने नाम कर दिया जब उनके स्मैश को बाउन ने नेट पर उलझा दिया।
दूसरे गेम में बाउन ने 3-0 की बढ़त के साथ अच्छी शुरूआत की और इसे 10-7 तक पहुंचाया। साइना ने इसके बाद लगातार चार अंक जीतकर 11-10 की बढ़त बनाई। साइना ने ड्राप शाट और नेट शाट का अच्छा मिश्रण किया लेकिन बाउन ने भी उन्हें कड़ी चुनौती दी जिससे 15-15 के स्कोर पर एक समय मुकाबला बराबर था।
बाउन ने इसके बाद 20-17 के स्कोर पर तीन गेम प्वाइंट हासिल किए। भारतीय खिलाड़ी ने इसके बाद क्रास कोर्ट स्कोर के साथ पहला गेम प्वाइंट बचाया। साइना भाग्यशाली रही जब अगले अंक को लाइन अंपायर ने ‘अंदर’ करार दिया जबकि बाउन का मानना था कि यह बाहर है और वह गेम जीतने का जश्न मनाने लगी थी। डेनमार्क की इस खिलाड़ी ने इसके बाद लगातार तीन गलतियां की जिससे साइना गेम और मैच अपने नाम करने में सफल रही।
वहीं पुरुष एकल में कश्यप ने पहले गेम में शुरू से ही दबदबे भरा खेल दिखाया और उन्होंने ब्रेक तक 11-8 की बढ़त बना ली थी लेकिन चोंग वेई ने तेज रैलियों से वापसी की और स्कोर 15-15 कर दिया। कश्यप ने भी अपने प्रतिद्वंद्वी के स्ट्रोक की बराबरी करते हुए इसे 19-18 पर ला दिया।
लेकिन अंत में इस अनुभवी मलेशियाई ने कश्यप को गलतियां करने के लिये बाध्य कर दिया और तेजी से तीन अंक जुटाकर पहला गेम अपने नाम किया। दूसरे गेम में चोंग वेई ने बेहतरीन शुरूआत की। उन्होंने खूबसूरत स्ट्रोक और स्मैश का शानदार खेल दिखाते हुए ब्रेक तक 11-6 की बढ़त हासिल की। भारतीय खिलाड़ी ने भी कुछ अच्छे शाट लगाये लेकिन सहज गलतियों के कारण चोंग वेई ने 10 गेम अंक जुटाकर स्कोर 20-11 कर दया। कश्यप ने दो अंक बचाये लेकिन उनका रिटर्न नेट में चले जाने से सब खत्म हो गया।
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