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गठिया से जूझ रही हैं बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल, जानें क्या है जोड़ों की ये बीमारी, लक्षण, कारण और इलाज

साइना नेहवाल (Saina Nehwal) ने गठिया से जूझने के बारे में खुलकर बात की और बताया कि वह साल के अंत तक रिटायरमेंट के बारे में सोच रही हैं. यहां जानिए क्या है ये बीमारी.

गठिया से जूझ रही हैं बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल, जानें क्या है जोड़ों की ये बीमारी, लक्षण, कारण और इलाज
Saina Nehwal Arthritis: नेहवाल बताया कि उनके घुटनों की समस्या उन्हें परेशान कर रही है.

भारत की बैडमिंटन स्टार साइना नेहवाल (Saina Nehwal) ने खुलासा किया कि वह गठिया की बीमारी से जूझ रही हैं, जिसकी वजह से उनका करियर मुश्किल में पड़ सकता है. उन्होंने बताया कि उनके घुटनों की समस्या उन्हें परेशान कर रही है और उनकी ट्रेनिंग करने की क्षमता पर असर डाल रही है. इसी वजह से स्टार शटलर इस साल के अंत तक रिटायरमेंट पर भी विचार कर सकती हैं. नेहवाल ने बैडमिंटन में ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली भारतीय बनकर इतिहास रच दिया. उन्होंने लंदन ओलंपिक 2012 में भी महिला एकल वर्ग में कांस्य पदक जीता था.

साइना ने पेरिस ओलंपिक 2024 में भारत के शेफ द मिशन रहे गगन नारंग के हाउस ऑफ ग्लोरी पॉडकास्ट में कहा, घुटने की हालत बहुत अच्छी नहीं है. मुझे गठिया है. मेरी कार्टिलेज बहुत खराब हो गई है. 8-9 घंटे तक जोर लगाना बहुत मुश्किल है. ऐसी हालत में आप दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों को कैसे चुनौती देंगे? मुझे लगता है कि मुझे कहीं न कहीं इसे स्वीकार करना ही होगा. क्योंकि 2 घंटे की ट्रेनिंग हाई लेवल के खिलाड़ियों के साथ खेलने और मन-मुताबिक रिजल्ट पाने के लिए पर्याप्त नहीं है." 

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कब तक रिटायरमेंट का सोच रही हैं साइना नेहवाल?

नेहवाल ने पिछले साल सिंगापुर ओपन में भाग लेने के बाद से कंपीटिटिव बैडमिंटन में भाग नहीं लिया. गठिया से जूझने के कारण, वह साल के अंत तक रिटायरमेंट पर भी विचार कर रही हैं. हालांकि, उन्होंने इसका पूरा खुलासा नहीं किया, लेकिन एक खिलाड़ी के छोटे करियर को स्वीकार किया.

मैं भी इसके बारे में सोच रही हूं. यह दुखद होगा क्योंकि यह एक सामान्य व्यक्ति की तरह ही काम है. जाहिर है, एक खिलाड़ी का करियर हमेशा छोटा होता है. मैंने 9 साल की उम्र में शुरुआत की थी. मैं अगले साल 35 साल की हो जाऊंगी. इसलिए, मेरा करियर भी लंबा रहा है और मुझे इस पर बहुत गर्व है. मैंने अपने शरीर को काफी हद तक तोड़ दिया है. मैंने जो किया है और जो कुछ भी दिया है, उससे मैं खुश हूं. इस साल के अंत तक मैं यह आकलन करूगी कि मैं कैसा महसूस कर रही हू," उन्होंने कहा.

ओलंपिक में भाग न ले पाने से भी दुखी:

पद्म श्री पुरस्कार विजेता का करियर शानदार रहा है, उन्होंने 2010 और 2018 में कॉमनवेल्थ गेम्स में दो स्वर्ण पदक जीते हैं. अपने हालिया संघर्षों के बावजूद, नेहवाल ने वैश्विक स्तर पर अपने देश का प्रतिनिधित्व करने पर गर्व व्यक्त किया. हालांकि, वह फिर से ओलंपिक में भाग नहीं ले पाने से भी दुखी थीं, जो उनका बचपन का सपना था.

"ओलंपिक में भाग लेना सभी के लिए बचपन का सपना होता है. आप उस स्तर तक पहुंचने के लिए सालों तक तैयारी करते हैं. इसलिए कई बार जब आपको लगता है कि आप ऐसा नहीं कर पाएंगे, तो आपको बहुत दुख होता है. ऐसा नहीं है कि आप खेलना नहीं चाहते, बल्कि आपका शरीर बता रहा है कि आप अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं और आपको चोटें लगी हैं."

"लेकिन मैंने बहुत मेहनत की है. मैंने तीन ओलंपिक में हिस्सा लिया. मैंने उन सभी में अपना 100 प्रतिशत दिया. मैं इस पर गर्व कर सकती हूं और इसके बारे में खुश हूं," उन्होंने कहा.

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क्या होता है गठिया की बीमारी? | What Is Arthritis Disease?

आर्थराइटिस एक ऐसी बीमारी है जिसमें जोड़ों में सूजन और दर्द होता है. यह बीमारी किसी भी उम्र में हो सकती है, लेकिन आमतौर पर यह बुजुर्गों में ज्यादा पाई जाती है. आर्थराइटिस का मुख्य लक्षण जोड़ों में दर्द और अकड़न है, जिससे प्रभावित व्यक्ति की डेली एक्टिविटी प्रभावित होती हैं.

आर्थराइटिस के लक्षण | Symptoms of Arthritis

  • जोड़ों में दर्द और सूजन
  • जोड़ों में अकड़न
  • जोड़ों का लाल होना और गर्म महसूस होना
  • थकान और कमजोरी

आर्थराइटिस के कारण (Causes of Arthritis)

ऑस्टियोआर्थराइटिस उम्र के साथ हड्डियों के घिसने से होता है, जबकि रूमेटोइड आर्थराइटिस एक ऑटोइम्यून प्रतिक्रिया के कारण होता है. इसके अलावा, आनुवांशिक कारण, चोट, संक्रमण और मोटापा भी आर्थराइटिस के विकास में योगदान कर सकते हैं.

आर्थराइटिस का उपचार | Treatment of Arthritis

आर्थराइटिस का कोई इलाज नहीं है, लेकिन इसके लक्षणों को कंट्रोल किया जा सकता है.

दवाइयां: दर्द निवारक और सूजन कम करने वाली दवाइयां आमतौर पर उपयोग की जाती हैं.
फिजिकल थेरेपी: जोड़ों की मूवमेंट और शक्ति बढ़ाने के लिए फिजिकल थेरेपी का सहारा लिया जाता है.
लाइफस्टाइल में बदलाव: वेट कंट्रोल करना, बैलेंस डाइट लेना और रेगुलर एक्सरसाइज करना आर्थराइटिस के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है.
सर्जरी: गंभीर मामलों में जब अन्य उपचार काम नहीं करते, तो सर्जरी की जरूरत हो सकती है.

(अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.)

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