भारत के पूर्व हॉकी खिलाड़ियों का मानना है कि भारतीय पुरुष हॉकी टीम ओलिंपिक में चोटी की चार टीमों में स्थान बनाती है तो यह चमत्कार जैसा होगा लेकिन यदि वह मजबूत हॉलैंड के खिलाफ 30 जुलाई को पहले मैच में ही सकारात्मक परिणाम हासिल करती है तो इससे आठ बार के चैं
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
नई दिल्ली:
भारत के पूर्व हॉकी खिलाड़ियों का मानना है कि भारतीय पुरुष हॉकी टीम ओलिंपिक में चोटी की चार टीमों में स्थान बनाती है तो यह चमत्कार जैसा होगा लेकिन यदि वह मजबूत हॉलैंड के खिलाफ 30 जुलाई को पहले मैच में ही सकारात्मक परिणाम हासिल करती है तो इससे आठ बार के चैंपियन का मनोबल बढ़ेगा।
पूर्व कप्तान जफर इकबाल कोच माइकल नोब्स के रहते हुए भारतीय हॉकी में सुधार से प्रभावित हैं लेकिन उनका कहना है कि लंदन में पोडियम तक पहुंचने की बात करना जल्दबाजी होगा।
जफर ने कहा, ‘मुझे पदक की बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं है लेकिन हमें कम से कम अच्छी हॉकी खेलनी चाहिए। हम दसवें स्थान से सीधे चोटी के चार में पहुंचने की उम्मीद नहीं कर सकते। यदि ऐसा कुछ होता है तो यह चमत्कार होगा। उन्होंने कहा, हमारे लिये शुरुआत महत्वपूर्ण होगी। हालैंड मजबूत टीम है और यदि हम उस मैच को ड्रा भी करा लेते हैं तो इससे आगे के मैचों के लिये हमारा मनोबल बढ़ेगा। सेमीफाइनल में स्थान भारत के लिए स्वर्णिम परिणाम होगा लेकिन हमारा पहला लक्ष्य कम से ग्रुप में तीसरे स्थान पर पहुंचना होना चाहिए।
पूर्व कप्तान जफर इकबाल कोच माइकल नोब्स के रहते हुए भारतीय हॉकी में सुधार से प्रभावित हैं लेकिन उनका कहना है कि लंदन में पोडियम तक पहुंचने की बात करना जल्दबाजी होगा।
जफर ने कहा, ‘मुझे पदक की बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं है लेकिन हमें कम से कम अच्छी हॉकी खेलनी चाहिए। हम दसवें स्थान से सीधे चोटी के चार में पहुंचने की उम्मीद नहीं कर सकते। यदि ऐसा कुछ होता है तो यह चमत्कार होगा। उन्होंने कहा, हमारे लिये शुरुआत महत्वपूर्ण होगी। हालैंड मजबूत टीम है और यदि हम उस मैच को ड्रा भी करा लेते हैं तो इससे आगे के मैचों के लिये हमारा मनोबल बढ़ेगा। सेमीफाइनल में स्थान भारत के लिए स्वर्णिम परिणाम होगा लेकिन हमारा पहला लक्ष्य कम से ग्रुप में तीसरे स्थान पर पहुंचना होना चाहिए।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं