भारत की महिला टीम ने रितु रानी द्वारा 55वें मिनट में किए गए गोल की मदद से अपने पांचवें पूल मैच में इटली को 1-0 से हराकर नेशनल स्टेडियम में जारी हीरो एफआईएच रोड टू लंदन टूर्नामेंट के फाइनल में जगह पक्की कर ली है।
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नई दिल्ली:
भारत की महिला टीम ने रितु रानी द्वारा 55वें मिनट में किए गए गोल की मदद से शुक्रवार को अपने पांचवें पूल मैच में इटली को 1-0 से हराकर नेशनल स्टेडियम में जारी हीरो एफआईएच रोड टू लंदन टूर्नामेंट के फाइनल में जगह पक्की कर ली है। शनिवार को फाइनल में उसका सामना दक्षिण अफ्रीका से होगा। टूर्नामेंट जीतने वाली टीम को लंदन ओलिंपिक में खेलना का मौका मिलेगा।
भारत ने 1980 में पहली और आखिरी बार ओलिंपिक में हिस्सा लिया था। मॉस्को ओलिंपिक से कई देशों के बहिष्कार के बाद भारत को ओलिंपिक में हिस्सा लेने के लिए बुलाया गया था। उससे पहले या उसके बाद टीम ने कभी ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई नहीं किया लेकिन इस बार उसके सामने यह योग्यता पाने का सुनहरा मौका है लेकिन इस राह में उसे फिर दक्षिण अफ्रीका रूपी रोड़े को अपने रास्ते से हटाना होगा।
भारत ने पांच मैचों में तीन जीत, एक ड्रॉ और एक हार के साथ कुल 10 अंक बटोरे और पांच मैचों से 13 अंक अपने नाम करने वाली दक्षिण अफ्रीकी टीम के साथ भिड़ने का मौका हासिल किया। फाइनल मुकाबला शनिवार को रात आठ बजे से खेला जाएगा।
उम्मीद के मुताबिक भारत को इस जीत के लिए काफी परिश्रम करना पड़ा। वह यह मैच जीते बगैर फाइनल में नहीं पहुंच सकती थी। इटली ने भारत को काफी परेशान किया। उसके गोलकीपर ने कई मौकों पर भारतीय टीम के प्रयास को नाकाम किया।
भारतीय टीम का तालमेल अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा। 55वें मिनट में मिले पेनाल्टी कार्नर पर जसजीत के फ्लिक को इटली ने नाकाम कर दिया लेकिन गोल पोस्ट के मुहाने पर खड़ी रितु ने रिबाउंड को रिवर्स फ्लिक कर अपनी टीम को आगे कर दिया। इस गोल को लेकर विवाद हुआ। रेफरियों ने विचार-विमार्श किया लेकिन अंत में फैसला भारत के हक में सुनाया गया।
जीत के बाद ध्यानचंद स्टेडियम में मानो जश्न का माहौल बन गया। खिलाड़ियों ने एक दूसरे को गले लगाया और काफी समय तक खुशी मनाती रहीं। और दिनों की तुलना में स्टेडियम में काफी संख्या में दर्शक मौजूद थे। सबने अपनी टीम की इस सफलता पर खूब खुशी मनाई।
इससे पहले, अपने चौथे मैच में भारत को हराकर फाइनल में स्थान पक्का कर चुकी दक्षिण अफ्रीकी टीम ने पांचवें पूल मैच में कनाडा को 4-1 से हरा दिया। दक्षिण अफ्रीका ने चार जीत और एक ड्रॉ से कुल 13 अंक जुटाए हैं।
कनाडा की टीम इतने ही मैचों से सिर्फ चार अंक जुटा सकी। कनाडा को एक मैच मे जीत मिली जबकि एक मैच ड्रॉ रहा। तीन मुकाबलों में उसे हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ कनाडा के लंदन ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई करने की उम्मीद खत्म हो गई।
मैच का पहला गोल कनाडा ने 16वें मिनट में किया। थिया कुले ने अपनी टीम को बढ़त दिलाई लेकिन 30वें मिनट में बी. कैस्टन ने दक्षिण अफ्रीका को बराबरी पर ला दिया।
मध्यांतर तक स्कोर 1-1 था। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका ने 41वें, 60वें और 62वें मिनट में गोल करके मैच अपने नाम किया। बाकी के तीनों गोल डिर्की चेम्बरलेन ने किए। इस तरह चेम्बरलेन ने शानदार हैट्रिक लगाई।
यूक्रेन ने अपने पांचवें तथा अंतिम पूल मैच में पोलैंड को 1-0 से हरा दिया। यूक्रेन के लिए एकमात्र गोल ओलेना इवाखनेन्को ने 28वें मिनट में किया। यूक्रेन की यह दूसरी जीत है। उसने पांच मैचों से दो जीत, एक ड्रॉ और एक हार के साथ सात अंक बटोरे।
यूक्रेन ने अपने पहले मैच में भारत को 1-1 से ड्रॉ पर रोका था। इसके बाद उसे दक्षिण अफ्रीका के हाथों 0-2 से हार मिली थी। तीसरे मुकाबले में यूक्रेन ने कनाडा को 5-2 से शिकस्त दी थी।
इसके बाद यूक्रेन की टीम इटली से हार गई थी। इस तरह एफआईएच वरीयता क्रम में 26वें स्थान पर काबिज यूक्रेन की टीम का लंदन ओलम्पिक में खेलना का सपना पूरा नहीं हो सका। पोलिश टीम को अपने सभी मैचों में हार का सामना करना पड़ा।
भारत ने 1980 में पहली और आखिरी बार ओलिंपिक में हिस्सा लिया था। मॉस्को ओलिंपिक से कई देशों के बहिष्कार के बाद भारत को ओलिंपिक में हिस्सा लेने के लिए बुलाया गया था। उससे पहले या उसके बाद टीम ने कभी ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई नहीं किया लेकिन इस बार उसके सामने यह योग्यता पाने का सुनहरा मौका है लेकिन इस राह में उसे फिर दक्षिण अफ्रीका रूपी रोड़े को अपने रास्ते से हटाना होगा।
भारत ने पांच मैचों में तीन जीत, एक ड्रॉ और एक हार के साथ कुल 10 अंक बटोरे और पांच मैचों से 13 अंक अपने नाम करने वाली दक्षिण अफ्रीकी टीम के साथ भिड़ने का मौका हासिल किया। फाइनल मुकाबला शनिवार को रात आठ बजे से खेला जाएगा।
उम्मीद के मुताबिक भारत को इस जीत के लिए काफी परिश्रम करना पड़ा। वह यह मैच जीते बगैर फाइनल में नहीं पहुंच सकती थी। इटली ने भारत को काफी परेशान किया। उसके गोलकीपर ने कई मौकों पर भारतीय टीम के प्रयास को नाकाम किया।
भारतीय टीम का तालमेल अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहा। 55वें मिनट में मिले पेनाल्टी कार्नर पर जसजीत के फ्लिक को इटली ने नाकाम कर दिया लेकिन गोल पोस्ट के मुहाने पर खड़ी रितु ने रिबाउंड को रिवर्स फ्लिक कर अपनी टीम को आगे कर दिया। इस गोल को लेकर विवाद हुआ। रेफरियों ने विचार-विमार्श किया लेकिन अंत में फैसला भारत के हक में सुनाया गया।
जीत के बाद ध्यानचंद स्टेडियम में मानो जश्न का माहौल बन गया। खिलाड़ियों ने एक दूसरे को गले लगाया और काफी समय तक खुशी मनाती रहीं। और दिनों की तुलना में स्टेडियम में काफी संख्या में दर्शक मौजूद थे। सबने अपनी टीम की इस सफलता पर खूब खुशी मनाई।
इससे पहले, अपने चौथे मैच में भारत को हराकर फाइनल में स्थान पक्का कर चुकी दक्षिण अफ्रीकी टीम ने पांचवें पूल मैच में कनाडा को 4-1 से हरा दिया। दक्षिण अफ्रीका ने चार जीत और एक ड्रॉ से कुल 13 अंक जुटाए हैं।
कनाडा की टीम इतने ही मैचों से सिर्फ चार अंक जुटा सकी। कनाडा को एक मैच मे जीत मिली जबकि एक मैच ड्रॉ रहा। तीन मुकाबलों में उसे हार का सामना करना पड़ा। इस हार के साथ कनाडा के लंदन ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई करने की उम्मीद खत्म हो गई।
मैच का पहला गोल कनाडा ने 16वें मिनट में किया। थिया कुले ने अपनी टीम को बढ़त दिलाई लेकिन 30वें मिनट में बी. कैस्टन ने दक्षिण अफ्रीका को बराबरी पर ला दिया।
मध्यांतर तक स्कोर 1-1 था। इसके बाद दक्षिण अफ्रीका ने 41वें, 60वें और 62वें मिनट में गोल करके मैच अपने नाम किया। बाकी के तीनों गोल डिर्की चेम्बरलेन ने किए। इस तरह चेम्बरलेन ने शानदार हैट्रिक लगाई।
यूक्रेन ने अपने पांचवें तथा अंतिम पूल मैच में पोलैंड को 1-0 से हरा दिया। यूक्रेन के लिए एकमात्र गोल ओलेना इवाखनेन्को ने 28वें मिनट में किया। यूक्रेन की यह दूसरी जीत है। उसने पांच मैचों से दो जीत, एक ड्रॉ और एक हार के साथ सात अंक बटोरे।
यूक्रेन ने अपने पहले मैच में भारत को 1-1 से ड्रॉ पर रोका था। इसके बाद उसे दक्षिण अफ्रीका के हाथों 0-2 से हार मिली थी। तीसरे मुकाबले में यूक्रेन ने कनाडा को 5-2 से शिकस्त दी थी।
इसके बाद यूक्रेन की टीम इटली से हार गई थी। इस तरह एफआईएच वरीयता क्रम में 26वें स्थान पर काबिज यूक्रेन की टीम का लंदन ओलम्पिक में खेलना का सपना पूरा नहीं हो सका। पोलिश टीम को अपने सभी मैचों में हार का सामना करना पड़ा।