हीरो हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) के पहले ही दिन सोमवार को शिव सैनिकों ने नेशनल स्टेडियम में घुसकर लीग में पाकिस्तानी खिलाड़ियों की भागीदारी का विरोध किया।
                                            
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                                                                                नई दिल्ली: 
                                        हीरो हॉकी इंडिया लीग (एचआईएल) के पहले ही दिन सोमवार को शिव सैनिकों ने नेशनल स्टेडियम में घुसकर लीग में पाकिस्तानी खिलाड़ियों की भागीदारी का विरोध किया।
दिल्ली वेवराइर्ड्स और जेपी पंजाब वॉरियर्स टीमों के बीच जारी मैच अभी मध्यांतर तक भी नहीं पहुंचा था कि दो शिव सैनिक मैदान में घुस आए और बैनर लेकर पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे।
जब तक लोग समझ पाते तब तक वे कई बार नारे लगा चुके थे। इस बीच मैदान के बाहर तैनात बाउंसरों ने तत्परता दिखाते हुए उन्हें घसीटकर बाहर किया। इस घटना को लेकर काफी चर्चा हुई।
दरअसल, भारत के दो जवानों की नृशंस हत्या के बाद पाकिस्तान के साथ किसी तरह के खेल सम्बंध का विरोध हो रहा है। इस कारण लीग में हिस्सा ले रहे नौ पाकिस्तानी खिलाड़ियों की वीजा अधर में लटकता दिखाई दे रहा था लेकिन बाद में भारत सरकार ने उन्हें वीजा दे दिया।
वेवराइर्ड्स टीम में दो पाकिस्तानी खिलाड़ी शामिल थे लेकिन उन्हें मैदान में नहीं उतारा गया। यही हाल वॉरियर्स का भी रहा। वारियर्स टीम में एक पाकिस्तानी खिलाड़ी शामिल है लेकिन वह भी मैदान में नहीं उतरा।
मुम्बई की टीम के पास सबसे अधिक चार पाकिस्तानी खिलाड़ी हैं। शिव सेना ने भारतीय जवानों पर हुए हमले के बाद पाकिस्तानी खिलाड़ियों के इस लीग में खेलने का पुरजोर विरोध किया था।
                                                                        
                                    
                                दिल्ली वेवराइर्ड्स और जेपी पंजाब वॉरियर्स टीमों के बीच जारी मैच अभी मध्यांतर तक भी नहीं पहुंचा था कि दो शिव सैनिक मैदान में घुस आए और बैनर लेकर पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाने लगे।
जब तक लोग समझ पाते तब तक वे कई बार नारे लगा चुके थे। इस बीच मैदान के बाहर तैनात बाउंसरों ने तत्परता दिखाते हुए उन्हें घसीटकर बाहर किया। इस घटना को लेकर काफी चर्चा हुई।
दरअसल, भारत के दो जवानों की नृशंस हत्या के बाद पाकिस्तान के साथ किसी तरह के खेल सम्बंध का विरोध हो रहा है। इस कारण लीग में हिस्सा ले रहे नौ पाकिस्तानी खिलाड़ियों की वीजा अधर में लटकता दिखाई दे रहा था लेकिन बाद में भारत सरकार ने उन्हें वीजा दे दिया।
वेवराइर्ड्स टीम में दो पाकिस्तानी खिलाड़ी शामिल थे लेकिन उन्हें मैदान में नहीं उतारा गया। यही हाल वॉरियर्स का भी रहा। वारियर्स टीम में एक पाकिस्तानी खिलाड़ी शामिल है लेकिन वह भी मैदान में नहीं उतरा।
मुम्बई की टीम के पास सबसे अधिक चार पाकिस्तानी खिलाड़ी हैं। शिव सेना ने भारतीय जवानों पर हुए हमले के बाद पाकिस्तानी खिलाड़ियों के इस लीग में खेलने का पुरजोर विरोध किया था।
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