
पुणे के शनिवार वाड़ा नमाज विवाद में अब शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट भी कूद पड़ा है. गुरुवार को शिवसेना उद्धव ठाकरे गुट के कार्यकर्ताओं ने नानासाहेब पेशवा की समाधि पर स्थित शिवलिंग पर 'दूधाभिषेक' किया. उद्धव गुट शिव सैनिकों ने नानासाहेब पेशवा की समाधि की साफ-सफाई करने के बाद दूग्धाभिषेक किया. इस दौरान ठाकरे गुट ने आरोप लगाया कि पेशवाओं की समाधि की पूरी तरह से अनदेखी हो रही है.
चुनावी माहौल में माहौल दूषित करते है बीजेपी के लोगः शिव सैनिक
शिवसैनिकों ने कहा कि बीजेपी नेता केवल चुनावों के दौरान 'दंगे भड़काने और हिंदू-मुस्लिम माहौल को दूषित करने' के लिए नमाज पढ़ने जैसी घटनाओं पर विरोध करके राजनीति कर रहे हैं. कार्यकर्ताओं ने बीजेपी पर तीखा हमला करते हुए कहा कि जिन्हें नमाज पढ़ने से दिक्कत हो रही है, उन्हें नानासाहेब पेशवा की उपेक्षित समाधि की दुर्दशा क्यों नहीं दिखती?
पेशवा के समाधि स्थल की दुर्दशा के बीजेपी शासित प्रशासन जिम्मेदार
शिवसेना ने नानासाहेब पेशवा के समाधि स्थल की दुरवस्था के लिए बीजेपी शासित प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया. मालूम हो कि नाना साहेब पेशवा (बालाजी बाजीराव) मराठा साम्राज्य के आठवें पेशवा थे, जिन्होंने 1740 से 1761 ईस्वी तक शासन किया.
नाना साहेब का पुणे स्थित शनिवार वाड़ा से गहरा संबंध
इनकी पहचान मराठा शक्ति के विस्तार के स्वर्ण युग के निर्माता के रूप में है. ये पहले बाजीराव पेशवा के पुत्र थे. नानासाहेब का पुणे स्थित शनिवार वाड़ा से गहरा संबंध है, क्योंकि यह किला इनके शासनकाल के दौरान मराठा साम्राज्य का प्रशासनिक और राजनीतिक मुख्य केंद्र था.
पुणे के शनिवार वाड़ा को उनके पिता ने शुरू किया था. नाना साहेब ने इसे विस्तार देकर मराठा गौरव का प्रतीक बनाया. बीते दिनों यहां नमाज को लेकर नया विवाद शुरू हुआ, जिसके बाद अब शिव सेना उद्धव ठाकरे गुट ने यहां दुग्धाभिषेक किया है.
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