 
                                            अंतरराष्ट्रीय हॉकी परिषद के अध्यक्ष डॉ. नरेंद्र बत्रा
                                                                                                                        
                                        
                                        
                                                                                नई दिल्ली: 
                                        दुबई में अंतरराष्ट्रीय हॉकी परिषद के चुनाव में डॉ. नरेंद्र बत्रा एकतरफ़ा चुनावी मुक़ाबले में अपने प्रतिद्वन्दियों को हराकर प्रेसीडेंट चुने गए. ये पहला मौक़ा है जब एक गैर यूरोपिय शख्स को बतौर प्रेसिडेंट हॉकी संभालने की ज़िम्मेदारी मिली है. डॉ. बत्रा ने NDTV से ख़ास बातचीत में कहा कि वो दुनिया भर में हॉकी की तस्वीर बदलने का इरादा लेकर आए हैं और हॉकी फ़ैन्स को जल्दी ही अच्छे बदलाव देखने को मिलेंगे. पढ़ें उनका एक्सक्लूसिव इंटरव्यू...
सवाल : अध्यक्ष बनने पर बहुत बधाई. आप पहले ग़ैर यूरोपीय व्यक्ति हैं जिन्हें हॉकी का अध्यक्ष बनने का मौक़ा मिला है. हमेशा से हॉकी को आगे बढ़ाने की बात करते रहे हैं. आप किस तरह इस खेल को आगे बढ़ाना चाहते हैं?
डॉ. नरेंद्र बत्रा : मैं ग़ैर यूरोपीय की बात नहीं कहना चाहता. मुझे फ़ख़्र है कि मैं पहला भारतीय हूं जो किसी ओलिंपिक स्पोर्ट में अंतरराष्ट्रीय संघ का अध्यक्ष बना है. ये किसी भी भारतीय के लिए बड़ी बात है. हॉकी के क़रीब 90 साल के इतिहास में (FIH 7 जनवरी, 1942 को अस्तित्व में आया) ये पहला मौक़ा है जब किसी भारतीय को यहां पहुंचने का मौक़ा मिला है.
सवाल : आप किन पहलुओं पर फ़ोकस करना चाहेंगे?
डॉ. नरेंद्र बत्रा : देखिए अंतरराष्ट्रीय हॉकी संघ के क़रीब डेढ़ सौ सदस्य हैं. इनमें से सिर्फ़ 12-14 देश अच्छे स्तर पर हॉकी खेलते हैं. अगले कुछ साल में मैं इस संख्या को कम से कम 25-30 तक ले जाना चाहता हूं. अगर ऐसा होता है तो ना सिर्फ़ हॉकी का स्तर ऊपर जाएगा, बल्कि इससे हॉकी में पैसा भी आएगा और फिर हॉकी और बेहतर होगी. मेरा लक्ष्य है कि हॉकी में दुनिया भर के युवा खिलाड़ी अपना करियर बना सकें. मुझे लगता है ये सब मुमकिन है.
सवाल : आपके अध्यक्ष बनने से भारतीय हॉकी को क्या फ़ायदा हो सकता है?
डॉ. नरेंद्र बत्रा : देखिए, भारतीय हॉकी सही ट्रैक पर है. पिछले कुछ साल में भारतीय हॉकी ने कई बड़े टूर्नामेंट में जीत हासिल की है. दुनिया की हॉकी में सुधार किया गया तो यकीनन भारतीय हॉकी भी आगे बढ़ेगी. आप यकीन मानिए भारतीय हॉकी 100 फ़ीसदी जीत की राह पर रहेगी. ग्लोबल हॉकी और भारतीय हॉकी बहुत आगे बढ़ेगी.
सवाल : क्या खेलप्रेमी हॉकी के पुराने सुनहरे दिनों के लौटने की उम्मीद कर सकते हैं?
डॉ. नरेंद्र बत्रा : बिल्कुल, मेरी पूरी कोशिश होगी. इसमें वक्त लगेगा. लेकिन हमारा ग्राफ़ लगातार ऊपर चढ़ रहा है. आप जल्दी ही अच्छे बदलाव देख सकेंगे.
                                                                        
                                    
                                सवाल : अध्यक्ष बनने पर बहुत बधाई. आप पहले ग़ैर यूरोपीय व्यक्ति हैं जिन्हें हॉकी का अध्यक्ष बनने का मौक़ा मिला है. हमेशा से हॉकी को आगे बढ़ाने की बात करते रहे हैं. आप किस तरह इस खेल को आगे बढ़ाना चाहते हैं?
डॉ. नरेंद्र बत्रा : मैं ग़ैर यूरोपीय की बात नहीं कहना चाहता. मुझे फ़ख़्र है कि मैं पहला भारतीय हूं जो किसी ओलिंपिक स्पोर्ट में अंतरराष्ट्रीय संघ का अध्यक्ष बना है. ये किसी भी भारतीय के लिए बड़ी बात है. हॉकी के क़रीब 90 साल के इतिहास में (FIH 7 जनवरी, 1942 को अस्तित्व में आया) ये पहला मौक़ा है जब किसी भारतीय को यहां पहुंचने का मौक़ा मिला है.
सवाल : आप किन पहलुओं पर फ़ोकस करना चाहेंगे?
डॉ. नरेंद्र बत्रा : देखिए अंतरराष्ट्रीय हॉकी संघ के क़रीब डेढ़ सौ सदस्य हैं. इनमें से सिर्फ़ 12-14 देश अच्छे स्तर पर हॉकी खेलते हैं. अगले कुछ साल में मैं इस संख्या को कम से कम 25-30 तक ले जाना चाहता हूं. अगर ऐसा होता है तो ना सिर्फ़ हॉकी का स्तर ऊपर जाएगा, बल्कि इससे हॉकी में पैसा भी आएगा और फिर हॉकी और बेहतर होगी. मेरा लक्ष्य है कि हॉकी में दुनिया भर के युवा खिलाड़ी अपना करियर बना सकें. मुझे लगता है ये सब मुमकिन है.
सवाल : आपके अध्यक्ष बनने से भारतीय हॉकी को क्या फ़ायदा हो सकता है?
डॉ. नरेंद्र बत्रा : देखिए, भारतीय हॉकी सही ट्रैक पर है. पिछले कुछ साल में भारतीय हॉकी ने कई बड़े टूर्नामेंट में जीत हासिल की है. दुनिया की हॉकी में सुधार किया गया तो यकीनन भारतीय हॉकी भी आगे बढ़ेगी. आप यकीन मानिए भारतीय हॉकी 100 फ़ीसदी जीत की राह पर रहेगी. ग्लोबल हॉकी और भारतीय हॉकी बहुत आगे बढ़ेगी.
सवाल : क्या खेलप्रेमी हॉकी के पुराने सुनहरे दिनों के लौटने की उम्मीद कर सकते हैं?
डॉ. नरेंद्र बत्रा : बिल्कुल, मेरी पूरी कोशिश होगी. इसमें वक्त लगेगा. लेकिन हमारा ग्राफ़ लगातार ऊपर चढ़ रहा है. आप जल्दी ही अच्छे बदलाव देख सकेंगे.
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                                        एक्सक्लूसिव इंटरव्यू, भारतीय हॉकी, नरेंद्र बत्रा, अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ अध्यक्ष, Indian Hockey, Narinder Batra, FIH, Exclusive Interview
                            
                        