लिएंडर पेस और रोहन बोपन्ना की जोड़ी ने शनिवार को शानदार प्रदर्शन करते हुए डेविस कप वल्र्ड ग्रुप प्लेऑफ मुकाबलों के दूसरे दिन युगल मैच में भारत को स्तब्धकारी जीत दिलाई। इस जीत ने भारत की इस मुकाबले में वापसी की उम्मीद बंधाई है।
सर्बियाई टीम हालांकि अभी भी 2-1 से आगे है, लेकिन रविवार को खेले जाने वाले दो उलट एकल मुकाबलों के माध्यम से भारत वर्ल्ड ग्रुप में वापसी कर सकता है। पहला दिन भारत के लिए निराशाजनक रहा था। युकी भाम्बरी के बाद सोमदेव देवबर्मन को भी एकल मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा था। इसके साथ ही भारत पहले ही दिन 0-2 से पिछड़ गया था।
बहरहाल, कर्नाटक स्टेट लॉन टेनिस एसोसिएशन कोर्ट पर शनिवार को भारत को पेस और बोपन्ना से एक बेहतरीन मैच की उम्मीद थी। शुरुआत के दो सेट 1-6, 6-7 से गंवाने के बाद भारतीय जोड़ी की वापसी के आसार कम नजर आ रहे थे।
ऐसा लग रहा था कि शनिवार को ही भारत के वर्ल्ड ग्रुप में पहुंचने की उम्मीद समाप्त हो जाएगी लेकिन आधा दर्जन से अधिक ग्रैंड स्लैम खिताब जीत चुके भारत के लिए 100 से अधिक डेविस कप मैच खेलने वाले पेस की अगुवाई में भारतीय टीम ने जोरदार वापसी की और 1-6, 6-7 (4), 6-3, 6-3, 8-6 जीत हासिल कर इतिहास रच दिया।
शुक्रवार को पहले एकल मैच में युकी भाम्बरी को भी सर्बिया के दुसान लाजोविक के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। विश्व के 153वें वरीय खिलाड़ी युकी को दो घंटे चार मिनट तक चले मुकाबले में 61वें वरीय लाजोविक के हाथों 3-6, 2-6, 5-7 से हार मिली थी।
दूसरे एकल मैच में 144वें वरीयता प्राप्त सोमदेव देवबर्मन को सर्बिया के 107वें वरीयता के फिलिप क्राजिनोविक ने 6-1, 4-6, 6-3, 6-2 से हराया।
रविवार को सोमदेव लाजोविक से भिड़ेंगे, जबकि युकी का सामना क्राजिनोविक से होगा। सर्बियाई टीम 2010 में डेविस कप जीत चुकी है और 2013 में वह उपविजेता रही थी।
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