आईपीएल की इन दो सबसे नई टीमों के बीच होने वाला यह मुकाबला कई लिहाज से रोचक होगा।
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मुम्बई:
कप्तान युवराज सिंह की पुणे वॉरियर्स ने बुधवार को इंडियन प्रीमियर लीग चार के दो नई फ्रेंचाइजी के टी20 मुकाबले में ऑल राउंड प्रदर्शन करते हुए कोच्चि टस्कर्स केरल को सात गेंद रहते चार विकेट से हराकर जीत की लय बरकरार रखी। उछालभरी तेज पिच पर टास जीतकर बल्लेबाजी करने उतरी कोच्चि टस्कर्स केरल की टीम रविंदर जडेजा के आक्रामक 47 रन की मदद से खराब शुरूआत से उबरने के बाद आठ विकेट पर 148 रन का सम्मानजनक स्कोर बनाने में सफल रही। लेकिन युवराज की टीम ने लगातार अंतराल पर विकेट गंवाने के बावजूद यह लक्ष्य 18.5 ओवर में छह विकेट पर 151 रन बनाकर हासिल कर लिया। पुणे वारियर्स को अंतिम तीन ओवर में जीत के लिए 25 रन चाहिए थे। मोहनीश मिश्रा (21 गेंद में दो छक्के और दो चौके की मदद से 37 रन) और राहुल शर्मा (नौ गेंद में एक छक्का 10 रन) क्रीज पर थे, दोनों ने खुद को किसी भी दबाव में नहीं आने दिया और ताबड़तोड़ चौके छक्के जड़कर टीम को जीत दिलाई। मिश्रा ने मुरलीधरन की गेंद पर गगनचुंबी छक्का जमाकर जीत दिलायी और दर्शकों को रोमांचित किया। टीम को अंतिम 12 गेंद में 14 रन की दरकार थी, लेकिन दोनों ने यह काम पांच गेंद में दो छक्के और एक चौके से ही कर दिया। विकेटकीपर बल्लेबाज रोबिन उथप्पा की 13 गेंद में दो छक्के और तीन चौके जड़ित 31 रन की आक्रामक पारी टीम के लिए महत्वपूर्ण साबित हुई जो श्रीलंकाई स्पिन जादूगर मुथया मुरलीधरन की गेंद पर रिवर्स स्विप खेलने के चक्कर में बोल्ड हो गए। पुणे वारियर्स की तरफ से सलामी बल्लेबाज जेसी राइडर और ग्रीम स्मिथ ने अच्छी शुरूआत दिलाई। लेकिन आर विनय कुमार ने चौथे ओवर में उन्हें पहला झटका दिया और अपनी ही गेंद पर राइडर का कैच लपक लिया जिन्होंने 10 गेंद में तीन चौके की मदद से 17 रन बनाए। तीन ओवर बाद स्मिथ (24 गेंद में 24 रन) भी चलते बने। मिथुन मन्हास ने 12 रन का योगदान दिया। इससे पहले चौथे ओवर में कोच्चि की टीम 24 रन के अंदर चार विकेट गंवाकर जूझ रही थी लेकिन जडेजा और ब्रैड हाज (36 गेंद में 39 रन) ने पांचवें विकेट के लिये 64 गेंद में 88 रन की साझेदारी निभाकर टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया। जडेजा ने 33 गेंद की पारी में तीन छक्के और इतने ही चौके जमाए। इस भागीदारी का अंत 17वें ओवर में हुआ। अगर दोनों खिलाड़ियों के बीच यह साझेदारी नहीं होती तो शायद कोच्चि की टीम पुणे वारियर्स के गेंदबाजी आक्रमण के सामने 100 से कम स्कोर पर सिमट सकती थी जिन्होंने बीते रविवार को किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ अपने शानदार प्रदर्शन को यहां भी जारी रखा। लेकिन छह गेंद के अंदर दोनों का विकेट गंवाने के बाद कोच्चि की टीम इतना प्रतिस्पर्धी स्कोर बनाने की उम्मीद नहीं कर रही होगी, पर आर गोमेज ने डी वाई पाटिल स्टेडियम में 18 गेंद में तेजी से 26 रन बनाकर 148 रन बनाने में मदद की। रायल चैलेंजर्स बेंगलूर के खिलाफ अपने मैदान पर शुरूआती मैच गंवाने वाली कोच्चि की टीम तभी मुश्किल में घिर गयी थी जब कप्तान महेला जयवर्धने ने उछाल भरी तेज पिच पर टास जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया। खराब फार्म से जूझ रहे ब्रैंडन मैकुलम मैच की पहली गेंद पर पवेलियन लौट गए। अलफोंसो थामस की वाइड गेंद मैकुलम का बल्ला छूने के बाद विकेटकीपर रोबिन उथप्पा के हाथों में समा गई। दूसरे सलामी बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण भी तीन गेंद खेलने के बाद शून्य पर आउट हो गए। वह दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाज वायने पार्नेल की गेंद पर बोल्ड हो गए जिससे तीसरे ओवर में स्कोर 11 रन पर दो विकेट हो गया। पार्नेल ने इसी ओवर में कप्तान जयवर्धने (02) को सस्ते में समेट दिया। उथप्पा ने एक हाथ से इस श्रीलंकाई खिलाड़ी का कैच लपका। तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे पार्थिव पटेल ने आक्रामक खेल दिखाते हुए 19 गेंद में चार चौके की मदद से 21 रन जोड़े लेकिन वह भी पार्नेल का शिकार बने जिनका कैच स्लिप में खड़े ग्रीम स्मिथ ने लिया। जडेजा ने थामस की गेंद पर लगातार तीन चौके जमाकर कोच्चि का दबाव कम करने की कोशिश की। उन्होंने युवराज सिंह की गेंद पर स्क्वायर लेग क्षेत्र में पहला छक्का जड़ा जबकि दूसरा छक्का राहुल शर्मा की गेंद पर लगाया। हाज ने मुरली कार्तिक पर मिड विकेट पर पहला और उन्हीं के अगले ओवर में दूसरा छक्का जड़ा जिससे स्कोर 100 रन तक पहुंच गया। वह 16वें ओवर में आउट हो गए। इसके बाद जडेजा भी जेसी राइडर की गेंद को टाइम नहीं कर सके और डगआउट में पहुंच गए।
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