फिल्म की टीम को पता है कि गांवों और छोटे शहरों में कुश्ती के लाखों दीवाने हैं और 100 करोड़ के क्लब में पहुंचने के लक्ष्य के चलते उन्होंने कुश्ती की कश्ती पर सवार होने की योजना बनाई है...
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नई दिल्ली:
फिल्मों के प्रमोशन के लिए नई−नई तरकीबें अपनाना इन दिनों फैशन बन गया है... आमिर खान अपनी फिल्म के प्रमोशन के लिए कभी बनारस की गलियों में भटकते हैं, कभी पटना के ऑटोरिक्शा वाले की शादी में पहुंचकर ध्यान खींच लेते हैं... इसी तरह नई फिल्म 'बोल बच्चन' की टीम ने भी रिलीज़ से ऐन पहले प्रमोशन और मार्केटिंग को एक नया आयाम दे दिया है... फिल्म के सितारे अजय देवगन और अभिषेक बच्चन तथा निर्देशक रोहित शेट्टी की टीम फिल्म की खातिर दिल्ली में मास्टर चंदगीराम के अखाड़े में पहुंच गई और सुर्खियां बटोर लीं...
बॉलीवुड वालों का यह नया दांव भले ही उन्हें जिता पाए या नहीं, लेकिन ओलिम्पिक के मौसम में कुश्ती के खेल को तवज्जो दिलाने में कामयाब रहा... वैसे अखाड़े की परम्परा के मुताबिक इन सितारों का खूब जमकर स्वागत भी किया गया, और खासकर, छोटे बच्चों में ग़ज़ब का उत्साह देखने को मिला... लेकिन अब इस प्रमोशन कैम्पेन को मिल रहे मीडिया कवरेज से शायद भारतीय कुश्ती में ग्लैमर का रंग भरने की शुरुआत हो गई है...
हालांकि इसी अखाड़े से निकलकर सोनिका कालीरमन जैसी एथलीटों ने खूब नाम कमाया है, बॉलीवुड स्टार अक्षय कुमार के 'फीयर फैक्टर - खतरों के खिलाड़ी' और 'बिग बॉस' जैसे रिएलिटी शो में आकर नाम भी बटोरा, लेकिन इन सबकी बड़ी वजह उनकी काबिलियत के अलावा खुद उनका ग्लैमरस होना भी रहा...
अखाड़े में मरहूम मास्टर चंदगीराम की कई तस्वीरें उस मौके का गवाह बनी रहीं... वर्ष 1970 के बैंकॉक एशियाड में स्वर्ण पदक विजेता मास्टर चंदगीराम अपने जीते−जी भारत में महिला कुश्ती के भी हीरो बने रहे... अपने बेटे और बेटियों को इस खेल में लगाकर वह भरोसा करते रहे कि इस खेल के दिन ज़रूर लौटेंगे... सो, आज अगर इन सितारों को चंदगीराम देखते, तो बेहद खुश होते...
मैदान में पहुंचे बिना किसी भी खेल की रूह को महसूस करना मुमकिन नहीं होता... अजय देवगन ने बताया कि बचपन में वह भी कभी−कभी कुश्ती किया करते थे, इसलिए वह समझते हैं कि इस खेल का एक अलग ही नशा है... अजय ने कहा, कुश्ती की दुनिया बिल्कुल अलग है, और मैं मानता हूं कि कुश्ती को उसका वह हक नहीं मिला, जो दूसरे स्पोर्ट्स को मिलता रहा है...
इस खेल को लेकर ये स्टार संजीदा दिखाई दे रहे थे, और इसे एक अच्छी पहल मानना चाहिए... अभिषेक बच्चन को क्रिकेट बहुत पसंद है, और वह आईपीएल की मुंबई इंडियन्स टीम के बड़े फ़ैन हैं, लेकिन अखाड़े में पहुंचकर वह भी कुश्ती से प्रभावित हुए बिना नहीं रह सके... कुश्ती के जोश में उन्होंने ओलिम्पिक में फिर भारतीय पहलवानों से पदक जीतने की उम्मीद जताई... अभिषेक ने कहा, पिछली बार भी कुश्ती ने पदक जीता था, और इस बार भी अगस्त में हम ओलिम्पिक पदक ज़रूर जीतेंगे...
'बोल बच्चन' में अजय देवगन ने एक पहलवान का किरदार निभाया है, इसलिए फिल्म के प्रमोटर्स इसे अखाड़ों में भी भुनाने की कोशिश कर रहे हैं... फिल्म से कुश्ती को फौरन फायदा पहुंचे, न पहुंचे, लेकिन फिल्म की टीम को पता है कि गांवों और छोटे शहरों में कुश्ती के लाखों दीवाने हैं और 100 करोड़ के क्लब में पहुंचने के लक्ष्य के चलते उन्होंने अखाड़ों को भी भुनाने की योजना बनाई है...
बॉलीवुड वालों का यह नया दांव भले ही उन्हें जिता पाए या नहीं, लेकिन ओलिम्पिक के मौसम में कुश्ती के खेल को तवज्जो दिलाने में कामयाब रहा... वैसे अखाड़े की परम्परा के मुताबिक इन सितारों का खूब जमकर स्वागत भी किया गया, और खासकर, छोटे बच्चों में ग़ज़ब का उत्साह देखने को मिला... लेकिन अब इस प्रमोशन कैम्पेन को मिल रहे मीडिया कवरेज से शायद भारतीय कुश्ती में ग्लैमर का रंग भरने की शुरुआत हो गई है...
हालांकि इसी अखाड़े से निकलकर सोनिका कालीरमन जैसी एथलीटों ने खूब नाम कमाया है, बॉलीवुड स्टार अक्षय कुमार के 'फीयर फैक्टर - खतरों के खिलाड़ी' और 'बिग बॉस' जैसे रिएलिटी शो में आकर नाम भी बटोरा, लेकिन इन सबकी बड़ी वजह उनकी काबिलियत के अलावा खुद उनका ग्लैमरस होना भी रहा...
अखाड़े में मरहूम मास्टर चंदगीराम की कई तस्वीरें उस मौके का गवाह बनी रहीं... वर्ष 1970 के बैंकॉक एशियाड में स्वर्ण पदक विजेता मास्टर चंदगीराम अपने जीते−जी भारत में महिला कुश्ती के भी हीरो बने रहे... अपने बेटे और बेटियों को इस खेल में लगाकर वह भरोसा करते रहे कि इस खेल के दिन ज़रूर लौटेंगे... सो, आज अगर इन सितारों को चंदगीराम देखते, तो बेहद खुश होते...
मैदान में पहुंचे बिना किसी भी खेल की रूह को महसूस करना मुमकिन नहीं होता... अजय देवगन ने बताया कि बचपन में वह भी कभी−कभी कुश्ती किया करते थे, इसलिए वह समझते हैं कि इस खेल का एक अलग ही नशा है... अजय ने कहा, कुश्ती की दुनिया बिल्कुल अलग है, और मैं मानता हूं कि कुश्ती को उसका वह हक नहीं मिला, जो दूसरे स्पोर्ट्स को मिलता रहा है...
इस खेल को लेकर ये स्टार संजीदा दिखाई दे रहे थे, और इसे एक अच्छी पहल मानना चाहिए... अभिषेक बच्चन को क्रिकेट बहुत पसंद है, और वह आईपीएल की मुंबई इंडियन्स टीम के बड़े फ़ैन हैं, लेकिन अखाड़े में पहुंचकर वह भी कुश्ती से प्रभावित हुए बिना नहीं रह सके... कुश्ती के जोश में उन्होंने ओलिम्पिक में फिर भारतीय पहलवानों से पदक जीतने की उम्मीद जताई... अभिषेक ने कहा, पिछली बार भी कुश्ती ने पदक जीता था, और इस बार भी अगस्त में हम ओलिम्पिक पदक ज़रूर जीतेंगे...
'बोल बच्चन' में अजय देवगन ने एक पहलवान का किरदार निभाया है, इसलिए फिल्म के प्रमोटर्स इसे अखाड़ों में भी भुनाने की कोशिश कर रहे हैं... फिल्म से कुश्ती को फौरन फायदा पहुंचे, न पहुंचे, लेकिन फिल्म की टीम को पता है कि गांवों और छोटे शहरों में कुश्ती के लाखों दीवाने हैं और 100 करोड़ के क्लब में पहुंचने के लक्ष्य के चलते उन्होंने अखाड़ों को भी भुनाने की योजना बनाई है...
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