छेत्री ने अपने ट्वीट में निराशा जताई थी कि हाटन जैसे भद्रजन पर (भारतीय रेफरी ने) नस्ली टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया।
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New Delhi:
स्ट्राइकर सुनील छेत्री का नस्ली टिप्पणी को लेकर राष्ट्रीय कोच बाब हाटन के समर्थन में किए गए ट्वीट से अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) इतना खफा हो गया कि उसने इस खिलाड़ी के खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी दे डाली। छेत्री ने मंगलवार को अपने ट्वीट में निराशा जताई थी कि हाटन जैसे भद्रजन पर (भारतीय रेफरी ने) नस्ली टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया। उन्होंने कहा, यह शर्मनाक होगा यदि वह कोच पद छोड़ कर जाते हैं। छेत्री ने लिखा है, बाब ने हमारे लिए, असल में भारत में फुटबॉल के लिए जो कुछ किया है उसके बारे में सोचकर या विश्लेषण करने पर हम उनका जितना आभार व्यक्त करें वह कम है। यदि वह छोड़कर जाते हैं तो यह शर्मनाक होगा। उन्होंने लिखा है, इस पर भी बुरी बात यह रही कि हमने उनके खिलाफ नस्ली टिप्पणी करने का आरोप लगा दिया। मैंने उन जैसा भद्रजन नहीं देखा है जो विश्वस्तरीय कोच हैं और जिन्हें अपार अनुभव है। सॉरी बाब। हाटन पर भारतीय रेफरी दिनेश नायर ने पिछले साल पुणे में यमन के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान नस्ली टिप्पणी करने का आरोप लगाया था। एआईएफएफ की तीन सदस्यीय समिति इन आरोपों की जांच कर रही है। छेत्री की टिप्पणी पर कड़ा रवैया अपनाते हुए एआईएफएफ महासचिव कुशाल दास ने बुधवार को कहा कि कार्यकारी समिति उनके खिलाफ कार्रवाई करने पर विचार करेगी। दास ने बयान में कहा, राष्ट्रीय टीम के खिलाड़ियों के एआईएफएफ की कार्यप्रणाली और कोच बाब हाटन के मामले में इस तरह के अनावश्यक बयानों से एआईएफएफ काफी परेशान और चिंतित है। दास ने कहा, एआईएफएफ की अगली कार्यकारिणी में इस मसले पर निश्चित तौर पर विचार किया जाएगा और यदि जरूरी हुआ तो कार्रवाई की जाएगी। यदि एआईएफएफ छेत्री पर कार्रवाई करता है तो वह पहले भारतीय फुटबॉलर होंगे जिन्हें ट्विटर पर टिप्पणी के लिये सजा दी जाएगी। एआईएफएफ के जारी बयान के बाद छेत्री ने फिर से ट्वीट किया और कहा कि उन्होंने महासंघ के खिलाफ कुछ भी नहीं कहा। यह पहला अवसर नहीं है जबकि छेत्री ने नस्ली टिप्पणी मामले में हाटन का समर्थन किया। एआईएफएफ कार्यकारिणी ने फरवरी में जब हाटन को बख्रास्त करने के लिए कानूनी सलाह लेने का फैसला किया तो छेत्री ने कहा था कि यह अनुभवी इंग्लिशमैन पर नस्ली टिप्पणी करने का आरोप लगाना अनुचित होगा। राष्ट्रीय फुटबाल टीम के कप्तान बाईचुंग भूटिया ने भी कहा था कि हाटन ने नायर के खिलाफ किसी तरह की नस्ली टिप्पणी नहीं की थी और रेफरी गलत आरोप लगा रहा है। हाटन को 26 मार्च को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था जिसमें उन पर नायर के खिलाफ नस्ली टिप्पणी करने और भारतीय फुटबाल के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने का आरोप लगाया गया था। पैनल की 11 अप्रैल को पहली सुनवाई में हाटन ने आरोपों का खंडन किया और इन्हें आधारहीन करार दिया था। छेत्री ने अपने नये ट्वीट में लिखा है, पत्रकार बाब के बारे में मेरे पहले वाले ट्वीट को लेकर फोन कर रहे हैं। मैंने एआईएफएफ के खिलाफ कुछ भी टिप्पणी नहीं की तथा उसके खिलाफ एक शब्द भी नहीं कहा।
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