भारतीय फुटबॉल का सर्वोच्च खिलाड़ी कहे तो नाम सुनील छेत्री (Sunil Chhetri) का आएगा. आज एक वीडियो जारी कर सुनील ने भारतीय फुटबॉल की अपनी यात्रा का अंत घोषित किया. कुवैत के खिलाफ सुनील अपना आखिरी मैच खेलेंगे और भारत का नेतृत्व भी करेंगे. चलिए जानते है सुनील के लगभग दो दशक के फुटबॉल सफर की कुछ अहम बातें.
एक मात्र फुटबॉल खिलाड़ी जिन्हें मिला था मेजर ध्यान चंद खेल रत्न पुरस्कार
2021 में खेल मंत्रालय द्वारा सुनील छेत्री को भारत के सर्वोच खेल सम्मान से सम्मानित किया गया. यह अहम इसलिए भी है कि वह पहले भारतीय फुटबॉल खिलाड़ी बने जिनको इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया. अभिनव बिंद्रा, मिथाली राज को भी खेल क्षेत्र के दिग्गजों को यह पुरस्कार मिला है.
सुनील छेत्री का इंग्लैंड में खेलना लगभग तय था
2009 में सुनील छेत्री को इंग्लिश चैंपियनशिप में खेलने का मौक़ा मिला था. क्वींस रेंजर्स इस टीम के साथ तीन साल का कॉन्ट्रेक्ट सुनील ने तय कर लिया था. हालांकि वो इंग्लैंड की धरती पर फुटबॉल नहीं खेल सके क्योंकि उस वक्त ब्रिटिश सरकार ने छेत्री को वर्क परमिट नहीं दिया. इंग्लैंड में काम करने के लिए वर्क परमिट प्रवासी नागरिकों के लिए जरुरी होता है. परमिट ना देने की वजह यह थी कि भारत तब फीफा रैंकिंग में पहले 70 देशों में नहीं था.
भारत की तरफ से सबसे अधिक मैच खेलने वाले खिलाड़ी
2005 में पाकिस्तान के खिलाफ सुनील छेत्री ने अपनी फुटोबॉल की यात्रा शुरू की थी. भारतीय फुटबॉल से जुड़े अपने लगभग दो दशक के सफर में सुनील छेत्री ने भारतीय टीम का 145 बार प्रतिनिधित्व किया है.
7 बार AIFF का बेस्ट खिलाड़ी का मिला अवार्ड
सुनील छेत्री ने अपने फुटबॉल जीवन में कई रिकॉर्ड बनाये और तोड़े. सुनील एकमात्र ऐसे खिलाड़ी है जिन्होंने ऑल इंडिया फुटबॉल फेडरेशन का (AIFF) का खिताब सात बार जीता. सुनील 2007, 2011, 2013, 2014, 2017, 2019 और 2022 इन वर्षों में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बने.
दुनिया के चौथे टॉप गोल स्कोरर
दुनिया के मौजूदा खिलाड़ियों में सुनील छेत्री गोल स्कोरिंग के मामले में चौथे नंबर पर हैं. रोनाल्डो(128) और मेसी (108) यह खिलाड़ी सुनील के आगे पहले और दूसरे नंबर पर हैं. भारत की तरफ से खेलते वक्त सुनील ने 93 गोल का योगदान दिया है.
फुटबॉल सुनील के खून में शामिल
सुनील का फुटबॉल खेलना तय था, क्यूंकि उनकी मां नेपाल की तरफ से फुटबॉल खेली थी तो उनके पिता आर्मी की फुटबॉल टीम के खिलाड़ी रह चुके है. तो हम यह कह सकते है की फुटबॉल तो सुनील के खून में ही शामिल था.
अमेरिका की मेजर लीग सॉकर में खेलने वाले सुनील भारत के पहले खिलाड़ी
अमेरिका की फुटबॉल लीग का नाम मेजर लीग सोकर है. इस लीग में भारत के पहले खिलाड़ी की तौर पर सुनील छेत्री खेले. 2010 में कैनसस सिटी विजार्ड्स की तरफ से सुनील मैदान में उतरे थे.
सुनील की लव लाइफ
सुनील ने अपने बचपन के प्यार से ही शादी की. सुनील की पत्नी का नाम सोनम भट्टाचार्य है. सोनम सुनील के फुटबॉल प्रशिक्षक की बैठी थी. एक दशक से ज्यादा डेट करने के बाद 2017 में सुनील ने शादी की.
‘एशियन आइकॉन' सुनील छेत्री
2018 में आशिया की सर्वोच्च फुटबॉल संस्था एशियन फुटबॉल फेडरेशन ने सुनील को ‘एशियन आइकॉन' मानक देके सम्मानित किया.
पाकिस्तान के खिलाफ गोल से शुरुआत
2005 में सुनील छेत्री के भारतीय टीम के लिए फुटबॉल जीवन की शुरुआत पाकिस्तान के खिलाफ हुए मैच से हुई. सुनील ने इस मैच में एक गोल भी स्कोर किया था.
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