टेनिस स्टार नोवाक जोकोविच (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
साल का पहला ग्रैंड स्लैम और चुनौतियों के लिए टेनिस की दुनिया के दिगज्ज हैं तैयार। टूर्नामेंट में ख़िताब जीतने की सबसे मज़बूत दावेदारी हैं नोवाक जोकोविच की। जोकोविच ने पिछले एक साल में सिर्फ़ 5 मैच हारे हैं। इस दौरान उन्होंने 3 ग्रैंड स्लैम ख़िताब जीते और 6 मास्टर्स टूर्नामेंट में जीत हासिल की। वर्ल्ड रैंकिंग में नंबर एक खिलाड़ी की चुनौती से बाक़ी भी वाकिफ़ हैं। 17 ग्रैंड स्लैम जीत चुके रॉज़र फ़ेडरर ने कहा, 'जोकोविच के नाम के आगे एक स्टार लगाना चाहिए। वो शानदार खेल रहे हैं।'
ख़िताब जीतने के लिए जोकोविच भले ही फ़ेवरेट माने जा रहे हो लेकिन बाक़ी खिलाड़ी भी यहां कुछ कम नहीं हैं। चार दफ़ा ऑस्ट्रेलियन ओपन जीत चुके रॉज़र फ़ेडरर पिछली बार भले ही तीसरे राउंड में बाहर हो गए हों लेकिन यहां वो 11 बार लगातार सेमीफ़ाइनल खेल चुके हैं।
दूसरी तरफ़ 2009 के विजेता रफ़ाएल नडाल भी पुरानी लय में लौटते नज़र आ रहे हैं।
अगर महिलाओं की बात करें तो सेरेना विलियम्स के लिए टूर्नामेंट में अपने आप को साबित करना होगा। पिछले साल चोट से परेशान रही सेरेना यहां सातवीं बार ख़िताब जीतने की कोशिश करेंगी।
हालांकि सेरेना विलियम्स ने अपनी चोट को ज़्यादा गंभीर नहीं बताया। सेरेना ने कहा, 'मेरे घुटने में कोई सूजन नहीं है। थोड़ा आराम के बाद मैं पूरी तरह से ठीक हूं। मैंने पिछले कुछ दिनों में काफ़ी ट्रेनिंग की है और सर्ज़री की कोई ज़रूरत नहीं है।'
मारिया शारापोवा के लिए भी यहां कड़ा इम्तिहान होगा। कंधे की चोट से वापसी कर रही शारापोवा पर सबकी नज़रें होगी। 2012 और 2013 की चैंपियन विक्टोरिया अज़रेंका भी ख़िताब की रेस में शामिल हैं।
अगर भारत की दावेदारी पर नज़र डालें को वर्ल्ड नंबर एक डबल्स खिलाड़ी सानिया मिर्ज़ा से एक और ख़िताब की उम्मीद की जा सकती है। सानिया-मार्टिना हिंगिस की जोड़ी ने साल की अच्छी शुरुआत करते हुए सिडनी इंटरनेशनल टूर्नामेंट जीता। इतना ही नहीं जोड़ी ने इस जीत के साथ ही लगातार 30 जीत अपने नाम किए। पिछले साल 11 ख़िताब अपने नाम कर चुकी जोड़ी को ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतने का मज़बूत दावेदार माना जा रहा है।
ख़िताब जीतने के लिए जोकोविच भले ही फ़ेवरेट माने जा रहे हो लेकिन बाक़ी खिलाड़ी भी यहां कुछ कम नहीं हैं। चार दफ़ा ऑस्ट्रेलियन ओपन जीत चुके रॉज़र फ़ेडरर पिछली बार भले ही तीसरे राउंड में बाहर हो गए हों लेकिन यहां वो 11 बार लगातार सेमीफ़ाइनल खेल चुके हैं।
दूसरी तरफ़ 2009 के विजेता रफ़ाएल नडाल भी पुरानी लय में लौटते नज़र आ रहे हैं।
अगर महिलाओं की बात करें तो सेरेना विलियम्स के लिए टूर्नामेंट में अपने आप को साबित करना होगा। पिछले साल चोट से परेशान रही सेरेना यहां सातवीं बार ख़िताब जीतने की कोशिश करेंगी।
हालांकि सेरेना विलियम्स ने अपनी चोट को ज़्यादा गंभीर नहीं बताया। सेरेना ने कहा, 'मेरे घुटने में कोई सूजन नहीं है। थोड़ा आराम के बाद मैं पूरी तरह से ठीक हूं। मैंने पिछले कुछ दिनों में काफ़ी ट्रेनिंग की है और सर्ज़री की कोई ज़रूरत नहीं है।'
मारिया शारापोवा के लिए भी यहां कड़ा इम्तिहान होगा। कंधे की चोट से वापसी कर रही शारापोवा पर सबकी नज़रें होगी। 2012 और 2013 की चैंपियन विक्टोरिया अज़रेंका भी ख़िताब की रेस में शामिल हैं।
अगर भारत की दावेदारी पर नज़र डालें को वर्ल्ड नंबर एक डबल्स खिलाड़ी सानिया मिर्ज़ा से एक और ख़िताब की उम्मीद की जा सकती है। सानिया-मार्टिना हिंगिस की जोड़ी ने साल की अच्छी शुरुआत करते हुए सिडनी इंटरनेशनल टूर्नामेंट जीता। इतना ही नहीं जोड़ी ने इस जीत के साथ ही लगातार 30 जीत अपने नाम किए। पिछले साल 11 ख़िताब अपने नाम कर चुकी जोड़ी को ऑस्ट्रेलियन ओपन जीतने का मज़बूत दावेदार माना जा रहा है।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
ऑस्ट्रेलियन ओपन 2016, साल का पहला ग्रैंड स्लैम, नोवाक जोकोविच, रफाएल नडाल, रॉजर फेडरर, सेरेना विलियम्स, मारिया शारापोवा, Australian Open 2016, First Grand Slam Of The Year, Novac Djokovic, Rafael Nadal, Roger Federer, Serena Williams, Maria Sharapova