वार्षिक कार्यक्रम के दौरान की फोटो
                                                                                                                        
                                        
                                        
                                                                                बेंगलुरु: 
                                        इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें स्कूल के एनुअल फंक्शन दौरान डांस कर रहे बच्चों के ग्रुप पर छत का एक पैनल अचानक से गिरता है और उसमें कुछ बच्चे दब जाते हैं. 29 सेकंड के इस वीडियो के साथ जो मैसेज टैग किया जा रहा है, उसमें कहा गया है कि इस हादसे में 9 बच्चों की मौत हो गई. जब सच्चाई जानने के लिए हमने जांच की तो पता चला कि दरअसल ये वीडियो बंगलुरु के मैक्समूलर स्कूल के वार्षिक कार्यक्रम का है, जो करीब दो साल पुराना है. यानी 13 फरवरी 2016 की यह घटना है. 
इस बारे में जब एनडीटीवी ने स्कूल प्रबंधन से पूछा हेड मिस्ट्रेस हेमलता ने कहा कि "13 फरवरी 2016 को वार्षिक कार्यक्रम के लिए स्कूल के पास ही बने अम्बेडकर स्टेडियम को किराए पर लिया गया था. जहां छत पर से पैनल गिरा और इसकी जद में लड़के और एक महिला शिक्षक आई. इसमें एक छात्र को मामूली चोट लगी लेकिन महिला शिक्षक पिंकू श्रणप्पा गंभीर रूप से घायल गो गई.
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अब इस बात से साफ है कि 9 बच्चों की मौत की खबर की जो बात सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही है वो गलत है. दो साल पुराने वीडियो को जानबूझकर बदमाशी के मकसद से फैलाई जा रही है. इसलिए पिछले हफ्ते स्कूल प्रशासन ने बेंगलुरु के साईबर क्राइम पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई, ताकि उन लोगों के खिलाफ करवाई हो सके जो स्कूल को बदनाम करने के लिए इस वीडियो को वायरल कर रहे हैं.
कार्यक्रम की एंकरिंग करने वाली महिला शिक्षिका, जो इस हादसे में घायल हो गई थीं, उन्होंने बताया कि 'सब कुछ इतनी तेजी से हुआ कि किसी को संभनले का मौका भी नहीं मिला. एक बच्चे को मामूल चोट आई मगर मेरे दाहिने हाथ में काफी चोटें आईं. न्यूरोलॉजिकल की समस्या की वजह से इसका इलाज अभी भी चल रहा है. हालांकि, अभी मैं स्कूल का कामकाज देख पा रही हूं.'
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निजी स्कूलों के संगठन केएएमएस (ASSOCIATED MANAGEMENTS OF PRIMARY & SECONDARY SCHOOLS IN KARNATAKA) के महासचिव डी. शशि कुमार ने बताया कि इस वीडियो के वायरल होने के बाद राज्य सरकार के शिक्षा विभाग ने इस हादसे को लेकर जानकारी ली कि क्या घटना हाल की है और सही है या नहीं.
स्कूल की हेड मिस्ट्रेस हेमलता ने बताया कि "इस हादसे के बाद स्थानीय पुलिस ने स्कूल पर लापरवाही का मुकदमा दर्ज किया था, मगर पिछले साल यानी 2017 के नवंबर में कोर्ट ने स्कूल को क्लीन चिट देते हुए इसे एक हादसा करार दिया था.
                                                                        
                                    
                                इस बारे में जब एनडीटीवी ने स्कूल प्रबंधन से पूछा हेड मिस्ट्रेस हेमलता ने कहा कि "13 फरवरी 2016 को वार्षिक कार्यक्रम के लिए स्कूल के पास ही बने अम्बेडकर स्टेडियम को किराए पर लिया गया था. जहां छत पर से पैनल गिरा और इसकी जद में लड़के और एक महिला शिक्षक आई. इसमें एक छात्र को मामूली चोट लगी लेकिन महिला शिक्षक पिंकू श्रणप्पा गंभीर रूप से घायल गो गई.
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अब इस बात से साफ है कि 9 बच्चों की मौत की खबर की जो बात सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही है वो गलत है. दो साल पुराने वीडियो को जानबूझकर बदमाशी के मकसद से फैलाई जा रही है. इसलिए पिछले हफ्ते स्कूल प्रशासन ने बेंगलुरु के साईबर क्राइम पुलिस में एक शिकायत दर्ज कराई, ताकि उन लोगों के खिलाफ करवाई हो सके जो स्कूल को बदनाम करने के लिए इस वीडियो को वायरल कर रहे हैं.
कार्यक्रम की एंकरिंग करने वाली महिला शिक्षिका, जो इस हादसे में घायल हो गई थीं, उन्होंने बताया कि 'सब कुछ इतनी तेजी से हुआ कि किसी को संभनले का मौका भी नहीं मिला. एक बच्चे को मामूल चोट आई मगर मेरे दाहिने हाथ में काफी चोटें आईं. न्यूरोलॉजिकल की समस्या की वजह से इसका इलाज अभी भी चल रहा है. हालांकि, अभी मैं स्कूल का कामकाज देख पा रही हूं.'
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निजी स्कूलों के संगठन केएएमएस (ASSOCIATED MANAGEMENTS OF PRIMARY & SECONDARY SCHOOLS IN KARNATAKA) के महासचिव डी. शशि कुमार ने बताया कि इस वीडियो के वायरल होने के बाद राज्य सरकार के शिक्षा विभाग ने इस हादसे को लेकर जानकारी ली कि क्या घटना हाल की है और सही है या नहीं.
स्कूल की हेड मिस्ट्रेस हेमलता ने बताया कि "इस हादसे के बाद स्थानीय पुलिस ने स्कूल पर लापरवाही का मुकदमा दर्ज किया था, मगर पिछले साल यानी 2017 के नवंबर में कोर्ट ने स्कूल को क्लीन चिट देते हुए इसे एक हादसा करार दिया था.
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