सुअरों के झुंड को कर्नाटक के एक कोविड-19 अस्पताल के परिसर में खुलेआम घूमते हुए देखा जा सकता है, यहां मौजूद लोगों को इन सुअरों के देखकर जरा भी हैरानी नहीं हो रही है. देखने में ऐसा लग रहा है कि जैसे ये लोग अस्पताल प्रशासन द्वारा की जाने वाली इस तरह की लापरवाही के आदि हो चुके हैं.
सुअरों के झुंड का अस्पताल में ही शिकार करना और चीखना भी यहां के कर्मचारियों को परेशान नहीं करता है, जो महामारी के इस दौर में भी अपने कर्तव्यों को निभाना जारी रखे हुए हैं. इस तरह से अस्पताल प्रबंधन द्वारा स्वच्छता पर पूरी तरह से लापरवाही बरतना उजागर हो जाता है.
ऐसा दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो बुधवार को कलबुर्गी (Kalaburgi) कोविड अस्पताल में शूट किया गया है, जिसे सोशल मीडिया पर खूब शेयर किया जा रहा है.
कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री बी श्रीरामुलु ने अब अस्पताल अधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश दिया है और सुनिश्चित किया है कि ऐसी घटना दोबारा न हो. वहीं स्थानीय कांग्रेस विधायक प्रियांक खड़गे ने वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए आरोप लगाया कि इस क्षेत्र के अस्पतालों को खराब तरीके से मैनेज किया जा रहा है.
रिपोर्टों के अनुसार, कलबुर्गी, जिसे पहले गुलबर्गा के नाम से जाना जाता था, में अब तक 2,674 मामले दर्ज किए हैं. आपको बता दें कि देश में कोरोनावायरस से होने वाली पहली मौत कलबुर्गी में ही हुई थी. शनिवार को कर्नाटक में कोरोना के 4,537 नए मामले दर्ज किए गए, जो एक दिन में सामने आने वाले केसों में अभी तक का सबसे अधिक था. राज्य में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 59,652 हो चुकी है.
बढ़ते मामलों के बीच, श्रीरामुलु ने हाल ही में कहा था कि "केवल भगवान ही हमें बचाने में मदद कर सकता है" 48 वर्षीय भाजपा नेता ने संवाददाताओं को कहा था, "दुनिया भर में कोरोनोवायरस के मामलों की संख्या बढ़ रही है. हम सभी को सचेत रहना चाहिए. चाहे आप सत्ता पक्ष के सदस्य हों या विपक्ष में, अमीर हों या गरीब ... वायरस भेदभाव नहीं करता है," उनकी इस टिप्पणी के चलते उन्हें विवाद झेलना पड़ा था. विपक्षी कांग्रेस ने दावा किया कि मंत्री की टिप्पणी बीएस येदियुरप्पा सरकार की कोविड-19 संकट से निपटने की खराब क्षमता को दर्शाता है.
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