देशभर के ज्यादातर राज्यों में इन दिनों जमकर बारिश हो रही है. राजस्थान भी इससे अछूता नहीं है. मानसून की ये बारिश कई लोगों के लिए परेशानी का सबब भी बन रही है. राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के गंगापुरसिटी क्षेत्र में दिल्ली-मुम्बई रेलवे लाइन पर बने एक अंडरपास में भरे बारिश के पानी में डूबने से एक किशोर की मौत हो गई. स्थानीय लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद आज सुबह अंडरपास के पानी से किशोर का शव बाहर निकाला. इस दौरान मौके पर सैंकड़ों ग्रामीणों की भीड़ एकत्रित हो गई. इस दौरान ग्रामीण अपनी विभिन्न मांगों को लेकर शव रखकर धरने पर बैठ गए. पुलिस प्रशासन मौके पर पहुंचा और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण नहीं मान रहे और प्रदर्शन कर रहे हैं.
घटना की सूचना पर गंगापुरसिटी विधायक रामकेश मीणा व पूर्व भाजपा विधायक मानसिंह गुर्जर भी मौके पर पहुंचे. वर्तमान व पूर्व विधायक ग्रामीणों के साथ धरना स्थल पर मौजूद हैं. जानकारी के मुताबिक, सलेमपुर निवासी किशोर शुक्रवार शाम को गंगापुरसिटी से निजी स्कूल से पढ़कर साइकिल से अपने गांव जा रहा था. इस दौरान क्षेत्र में हुई बारिश से दिल्ली-मुम्बई रेलवे लाइन स्थित अंडर पास 177 में पानी भर गया. बताया जा रहा है कि संभवतया किशोर ने गांव जाने के लिए अंडरपास में भरे पानी से निकलने का प्रयास किया और इस दौरान किशोर पानी में डूब गया.
उधर किशोर के घर नहीं पहुंचने से परेशान परिजनों ने रातभर किशोर को ढूंढा, लेकिन किशोर का कहीं पता नहीं चल पाया. आज सुबह अंडरपास पर किशोर की साइकिल पड़ी मिली, जिस पर परिजनों को किशोर के पानी मे डूबने का अंदेशा हुआ. इसके बाद परिजनों ने ग्रामीणों के सहयोग से अंडरपास के पानी में किशोर को ढूंढने का प्रयास किया. करीब तीन घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद ग्रामीणों ने अंडरपास के पानी में से किशोर का शव ढूंढ निकाला. अंडरपास में भरे पानी में किशोर की मौत होने से नाराज ग्रामीण अपनी कई मांगों को लेकर शव रखकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. ग्रामीणों की मांग है कि मृतक के परिवार के सदस्य को रेलवे 50 लाख रुपये का मुवावजा, रेलवे में नोकरी दे और दोषी रेलवे अधिकारियों को खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया जाए. साथ ही राज्य सरकार द्वारा भी मृतक के परिजनों को उचित मुवावजा दिया जाए. पुलिस एंव प्रशासन द्वारा ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं.
मौके पर मौजूद विधायक रामकेश मीणा का कहना है कि रेलवे द्वारा सही तरह से अंडरपास नहीं बनाये गए, तकनीकी खराबी से अधिकतर अंडरपास में पानी भरा हुआ है, लोगों की जान जोखिम में है. अंडरपास में पानी भरने से आस-पास के गांवों के ग्रामीण परेशान हैं, जिस तरह से आज ये हादसा हुआ है, वैसे कोई और हादसा भी हो सकता है. इसमें रेलवे के अधिकारी दोषी हैं, उनसे हमारी बात हो रही है. रेलवे के अधिकारियों के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का मामला दर्ज कराया जायेगा. रेलवे मृतक को 50 लाख का मुवावजा एवं परिजनों को रेलवे में नोकरी दें, साथ ही राज्य सरकार से भी मृतक के परिजनों को उचित मुवावजा दिलाने को लेकर बात की जाएगी.
फिलहाल पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही वर्तमान एवं पूर्व विधायक द्वारा ग्रामीणों से वार्ता की जा रही है.
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