तेलंगाना के वारंगल में जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज मैं एक भाजपा कार्यकर्ता के रूप में वारंगल में आप सबके बीच आया हूं. ये क्षेत्र जनसंघ के जमाने से ही हमारी विचारधारा का मजबूत किला है. भाजपा का लक्ष्य यही है - तेलंगाना विकसित बने, तेलंगाना भारत को विकसित बनाए. बीते 9 वर्षों में पूरी दुनिया में देश का गौरव बढ़ा है, भारत को लेकर आकर्षण बढ़ा है. इसका भी फायदा तेलंगाना को हुआ है. यहां पहले के मुकाबले अब ज्यादा निवेश आ रहा है और इसका फायदा तेलंगाना के युवाओं को हो रहा है, उन्हें नौकरी मिल रही है.
तेलंगाना की मौजूदा सरकार पर हमला बोलते हुए पीएम मोदी ने कहा, "तेलंगाना की सरकार ने केवल 4 काम किये हैं- पहला, सुबह-शाम मोदी और केंद्र सरकार को गाली देना. दूसरा, एक परिवार को ही सत्ता का केंद्र बनाना और खुद को तेलंगाना का मालिक साबित करना. तीसरा, तेलंगाना के आर्थिक विकास को चौपट करना और चौथा, तेलंगाना को भ्रष्टाचार में डुबो देना. केसीआर सरकार यानि सबसे भ्रष्ट सरकार, बल्कि अब तो दिल्ली तक इनके भ्रष्टाचार के तार फैल गए हैं. हम पहले दो राज्यों या दो देशों की सरकारों के बीच विकास से जुड़े समझौतों की खबरें सुनते थे. लेकिन ये पहली बार हुआ है, जब दो राजनीतिक दलों और दो राज्य सरकारों के बीच भ्रष्टाचार की डील के आरोप लगे हैं."
परिवारवाद पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, "परिवारवादी कांग्रेस का भ्रष्टाचार पूरे देश ने देखा है. परिवारवादी बीआरएस का भ्रष्टाचार पूरा तेलंगाना देख रहा है. कांग्रेस हो या बीआरएस, दोनों ही तेलंगाना के लोगों के लिए घातक हैं. इन दोनों से ही तेलंगाना के लोगों को बच कर रहना है. तेलंगाना में भ्रष्टाचार का जो खुला खेल चल रहा है, इसका सबसे बड़ा नुकसान, यहां के युवाओं को उठाना पड़ा है. तेलंगाना स्टेट पब्लिक सर्विस कमीशन स्कैम के बारे में कौन नहीं जानता? यहां की सरकार ने सरकारी नौकरियों को अपने नेताओं की तिजोरी भरने का माध्यम बना लिया है. तेलंगाना के लिए बीआरएस और कांग्रेस दोनों घातक हैं."
PM मोदी ने इन परियोजनाओं की रखी आधारशीला
प्रधानमंत्री ने जिन परियोजनाओं की आधारशीला रखी, उनमें लगभग 5,550 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित की जाने वाली 176 किलोमीटर लंबी राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाएं प्रमुख हैं. इन परियोजनाओं में नागपुर-विजयवाड़ा कॉरिडोर का 108 किलोमीटर लंबा मंचेरियल-वारंगल खंड में शामिल है. इस खंड से मंचेरियल और वारंगल के बीच की दूरी में लगभग 34 किलोमीटर की कमी आएगी, जिससे यात्रा अवधि घट जाएगी और एनएच-44 तथा एनएच-65 पर यातायात की आवाजाही और बेहतर होगी. प्रधानमंत्री ने एनएच-563 के 68 किलोमीटर लंबे करीमनगर-वारंगल खंड को मौजूदा दो लेन से चार लेन में उन्नत करने संबंधी परियोजना की भी आधारशिला रखी. इसके अलावा, उन्होंने रेलवे विनिर्माण इकाई, काजीपेट की आधारशिला रखी.
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