
राजस्थान विधानसभा (फाइल फोटो)
- राजस्थान विधानसभा बनी देश की पहली ऑनलाइन प्रस्ताव लेने वाली विधानसभा
- नियम 50 के अन्तर्गत कार्य स्थगन प्रस्ताव ऑनलाइन लिये जायेंगे
- कैलाश मेघवाल ने प्रस्ताव की शुरूआत लैपटॉप का बटन दबाकर की
क्या हमारी AI समरी आपके लिए उपयोगी रही?
हमें बताएं।
यह भी पढ़ें: जानिए क्या हुआ जब राजस्थान विधानसभा में अचानक राष्ट्रगान शुरू हो गया
पृथ्वीराज ने बताया कि नियम 295 के अन्तर्गत विशेष उल्लेख की सूचनाएं एवं नियम 119 एवं 127 के अन्तर्गत अविलम्बनीय लोक महत्व के विषयों संबंधी प्रस्तावों को ऑनलाइन विधानसभा में भेजे जाने तथा संबंधित विभाग को भेजने एवं उनकी तथ्यात्मक सूचना राज्य सरकार से प्राप्त करने की प्रक्रिया को राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केन्द्र (एन आई सी ) के सहयोग से ऑनलाइन करने की प्रक्रिया में राजस्थान विधानसभा देश की ऐसी पहली विधानसभा बन गई है.
यह भी पढ़ें: दिल्ली : विधानसभा समितियों की शक्तियां वापस लेने पर एलजी की निंदा
एन.आई.सी की राज्य सूचना अधिकारी इंदु गुप्ता ने बताया कि पोर्टल के संबंध में राज्य सरकार के विभागीय अधिकारियों और कार्मिकों को तकनीकी सहायता उपलब्ध कराने के लिए राजस्थान विधानसभा ने शासन सचिवालय में एक हेल्प डेस्क भी स्थापित की है. इसकी ऑनलाइन प्रस्ताव सूचना प्रणाली के लागू होने से विभागों के लिए प्रस्तावों के जवाब प्रेषित करना अधिक सुविधाजनक हो जायेगा.
VIDEO: विधान सभा में दूसरे दिन भी हंगामा
ऑनलाइन प्रस्ताव लिये जाने के समय, कागज तथा श्रम की बचत होगी. गौरतलब है कि राजस्थान विधानसभा देश की उन अग्रणी विधानसभाओं मे से एक है, जहां लगभग सभी विधायी कार्य ऑनलाइन किए जा रहे हैं.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं