स्टार शटलर पीवी सिंधु (PV Sindhu) ने बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स (Birmingham Commonwealth Games ) में भारत के लिए गोल्ड मेडल जीता और अपनी उपलब्धियों में एक और तमगा जोड़ लिया. सिंधु ने फाइनल मैच में कनाडा की मिशेल ली को 21-15, 21-13 से सीधे सेटों में हराते हुए स्वर्ण पदक अपने नाम किया. पूर्व वर्ल्ड चैंपियन और दो बार की ओलंपिक मेडलिस्ट सिंधु ने इससे पहले वाले 2018 के राष्ट्रमंडल खेलों (Commonwealth Games) में सिल्वर मेडल और एशियन गेम्स में भी सिल्वर मेडल जीता है. सिंधु ने शुक्रवार को NDTV के साथ खास बातचीत के दौरान CWG 2022 और भविष्य के अपने प्लान के बारे में बताया.
सिंधु ने NDTV से कहा, "अभी थोड़ी सी खकान है (हंसते हुए). निश्चित रूप से, यह एक बहुप्रतीक्षित जीत थी. मैं बहुत खुश हूं, मैं इससे पहले स्वर्ण पदक से चूक गई थी. मैं सच में इसके बारे में खुश हूं. राष्ट्रमंडल खेल एक बार आते हैं. चार साल में देश का प्रतिनिधित्व करना एक बड़ा सम्मान है. मैं बहुत खुश हूं."
उन्होंने कहा, "बर्मिंघम खेलों के पहले दिन से कई लोग मेरा समर्थन कर रहे थे. यह बहुत प्रेरक था, वो 'सिंधु सिंधु' का चियर कर रहे थे. उनके सपोर्ट ने मुझे आत्मविश्वास दिया, मुझे वास्तव में यह पसंद आया. इससे मुझे बहुत प्रोत्साहन और प्रेरणा मिलती है. कभी-कभी, जब आप खेल क्षेत्र में होते हैं, तो कभी-कभी मैं बहुत चिल्लाती हूं और कभी-कभी आप जानते हैं कि आपको धैर्य के साथ खेलना होता है. मैं चिल्लाती हूं, जब भी मैं खेलती हूं, मैं जोन में होती हूं."
सिंधु ने 2016 रियो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीता था, जिसके बाद वो टोक्यो ओलंपिक में ब्रॉन्ज मेडल जीतने में कामयाब रही. वो 2018 राष्ट्रमंडल खेलों के टीम इवेंट में गोल्ड जीत चुकी हैं. उन्होंने 2014 CWG के महिला एकल स्पर्धा में ब्रॉन्ज मेडल जीता है.
सिंधु ने आगे कहा, "हर दिन एक सीखने की जरूरत है. हर दिन एक नया दिन है. सीखने की प्रक्रिया जारी है, मैं हर रोज ट्रेनिंग और प्रैक्टिस करती हूं. आपको हर रोज सीखने की जरूरत है, आपको विभिन्न विरोधियों के अनुसार रणनीति बदलनी होगी. मुझे अपना खेल बदलना होगा, मैंने थोड़ा सा खेल बदला है और यह अच्छी बात है."
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उन्होंने कहा, "मैं लंबी हूं और मेरी पहुंच अच्छी है, जब भी मैं अटैक करती हूं, तो यह विरोधियों के लिए खतरनाक होता है. इसलिए जब भी वे मेरे खिलाफ खेल रहे होते हैं, तो वे मुझे आक्रमण करने के कम मौके देने की कोशिश कर रहे होते हैं. स्मैश महत्वपूर्ण है, लेकिन आपको इसे मिलाना होगा.”
भविष्य के लक्ष्यों के बारे में आगे बात करते हुए, सिंधु ने कहा, "मेरे लिए और भी बहुत कुछ हासिल करना का है. यह सिर्फ शुरुआत है. मैं और भी बहुत कुछ सीख रही हूं. मुझे लगता है कि मैं और भी बहुत कुछ जीत सकती हूं. यह आसान नहीं होने वाला है, लेकिन मैं और भी बहुत कुछ हासिल करना चाहती हूं. वर्तमान में टॉप 10 खिलाड़ी समान स्तर के हैं. हम किसी भी मैच को हल्के में नहीं ले सकते."
उन्होंने कहा, "यदि आप राष्ट्रमंडल खेलों को देखें, तो हमारे पास वास्तव में कुछ अच्छे पदक हैं. मुझे यकीन है कि आगे बहुत अधिक पदक होंगे, हम अच्छा कर रहे हैं. आप सुधार देख सकते हैं. मुझे उम्मीद है कि हम पेरिस ओलंपिक में और पदक जीतेंगे."
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