
ऑस्ट्रेलियाई टेनिस खिलाड़ी एश्ले बार्टी (Ashleigh Barty) ने 'ऑस्ट्रेलियन ओपन' के महिला एकल फाइनल का खिताब अपने नाम कर लिया है. फाइनल मुकाबला बेहद ही रोमांचक रहा. ऑस्ट्रेलिया के किसी भी महिला खिलाड़ी ने 44 साल बाद घरेलू ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट जीतना का सपना पूरा किया है. दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी दूसरे सेट में 5-1 से पिछड़ गई, लेकिन वापसी करते हुए टाईब्रेक पर जीत हासिल की और 27वीं वरीयता प्राप्त 6-3, 7-6 (7/2) को हराकर ऑस्ट्रेलियन ओपन चैंपियन का ताज अपने नाम कर लिया.
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बार्टी के नाम 2019 में फ्रेंच ओपन की सफलता और पिछले साल विंबलडन के बाद यह तीसरा ग्रैंड स्लैम खिताब है. आपको बता दें कि बार्टी 1980 में वेंडी टर्नबुल के बाद ऑस्ट्रेलियन ओपन के एकल फाइनल में पहुंचने वाली पहली ऑस्ट्रेलियाई महिला थीं और अब 1978 में क्रिस ओ'नील के बाद पहली ऑस्ट्रेलियाई चैंपियन बन गई हैं.
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आपको बता दें कि क्रिस्टीन ओ'नील मेलबर्न में जीतने वाले आखिरी ऑस्ट्रेलियाई पुरुष या महिला थे, जो स्टेडियम में देख रहे थे. ओ'नील ने 1978 में खिताब जीता और मैच से पहले संवाददाताओं से कहा: "मैं शायद उसका (बार्टी का) सबसे बड़ा प्रशंसक हूं. मुझे इसे उसे सौंपने में खुशी होगी क्योंकि वह इसके लिए बहुत योग्य है. वह एक शतरंज खिलाड़ी की तरह है कि वह कैसे अंक बनाती है." ऐसी आशंका थी कि वह उम्मीदों के भार को झेल पाएगी या नहीं, लेकिन उन्होंने शानदार काम किया है. एक समय बार्टी मुश्किल में थी, लेकिन अविश्वसनीय रूप से वापसी की और कॉलिन्स के साथ पांच मुकाबलों में अपनी चौथी जीत हासिल करने और ऑस्ट्रेलिया के लिए इतिहास बनाने में कामयाब रही.
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