डीजे की धुन पर नाचता अस्पताल का स्टाफ
परभणी, महाराष्ट्र:
कुछ दिन पहले मुंबई के एक अस्पताल में आयोजित डांस पार्टी का वीडियो सामने आया था। अस्पताल बीएमसी का था और आरोप लगाया गया था कि इसके ओपीडी में दो महीने पहले नाच-गाने का आयोजन किया गया। अब ऐसा ही एक मामला महाराष्ट्र के परभणी में देखा गया है। नर्सिंग डे यानी 12 मई के दिन शाम को परभणी के अस्पताल में एक कार्यक्रम आयोजत किया गया था जिसमें डीजे लगाकर स्टाफ और नर्सों ने जमकर ठुमके लगाए। कार्यक्रम का वीडियो सामने आया है लेकिन प्रशासन मामले पर कुछ भी कहने से बच रहा है।
----- ----- ----- -----
देखें वीडियो
----- ----- ----- -----
मरीज़ों की अनदेखी
परभणी जिला सरकारी अस्पताल के प्रशिक्षण सेंटर में स्टेज बनाकर डॉक्टर,नर्स और दूसरे कर्मचारियों ने मराठी गानों पर जोरदार ठुमके लगाए। शायद उन्हें इस बात की परवाह नहीं थी कि अस्पताल में मरीज़ भर्ती थे। एक मरीज़ के रिश्तेदार अरुण वाकले ने कहा 'बहुत तेज़ आवाज़ आ रही थी, मरीज़ों को बहुत परेशानी हो रही थी लेकिन किसी ने हमारी एक नहीं सुनी।' वहीं एक और मरीज़ के रिश्तेदार अमोल शेळके का कहना था 'हमने शिकायत की लेकिन कोई मरीज़ों की सुध लेने नहीं आया उन्हें मरीज़ों से कोई मतलब नहीं था सब अपनी मस्ती में मस्त थे। मरीज़ों को देखने कोई नहीं आया।'
कार्यक्रम के दिन जिला सिविल सर्जन डॉ जावेद अथर के साथ दूसरे मेडिकल अधिकारी स्टेज के पास बैठकर डांस का लुत्फ उठा रहे थे। लेकिन मामले पर प्रतिक्रिया के लिए जब एनडीटीवी ने उन्हें फोन/एसएमएस किया तो किसी ने कोई जवाब नहीं दिया। बड़ा सवाल यह है कि जिला सरकारी अस्पताल साइलेन्स जोन है, ऐसे में वहां म्यूज़िक और डीजे को बजाने की इजाज़त किसने दी।
----- ----- ----- -----
देखें वीडियो
----- ----- ----- -----
मरीज़ों की अनदेखी
परभणी जिला सरकारी अस्पताल के प्रशिक्षण सेंटर में स्टेज बनाकर डॉक्टर,नर्स और दूसरे कर्मचारियों ने मराठी गानों पर जोरदार ठुमके लगाए। शायद उन्हें इस बात की परवाह नहीं थी कि अस्पताल में मरीज़ भर्ती थे। एक मरीज़ के रिश्तेदार अरुण वाकले ने कहा 'बहुत तेज़ आवाज़ आ रही थी, मरीज़ों को बहुत परेशानी हो रही थी लेकिन किसी ने हमारी एक नहीं सुनी।' वहीं एक और मरीज़ के रिश्तेदार अमोल शेळके का कहना था 'हमने शिकायत की लेकिन कोई मरीज़ों की सुध लेने नहीं आया उन्हें मरीज़ों से कोई मतलब नहीं था सब अपनी मस्ती में मस्त थे। मरीज़ों को देखने कोई नहीं आया।'
कार्यक्रम के दिन जिला सिविल सर्जन डॉ जावेद अथर के साथ दूसरे मेडिकल अधिकारी स्टेज के पास बैठकर डांस का लुत्फ उठा रहे थे। लेकिन मामले पर प्रतिक्रिया के लिए जब एनडीटीवी ने उन्हें फोन/एसएमएस किया तो किसी ने कोई जवाब नहीं दिया। बड़ा सवाल यह है कि जिला सरकारी अस्पताल साइलेन्स जोन है, ऐसे में वहां म्यूज़िक और डीजे को बजाने की इजाज़त किसने दी।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं