हरीश रावत की फाइल तस्वीर
देहरादून:
बागी कांग्रेस विधायक विजय बहुगुणा के प्रदेश में जल्दी चुनाव के पक्ष में राय व्यक्त करने पर चुटकी लेते हुए उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि उन्हें अपनी यह इच्छा अपने नए आकाओं को बताना चाहिए, जो इसे पूरा कर सकते हैं।
रावत ने कहा, 'बहुगुणा जी (विजय) की हरीश रावत को अपदस्थ करने की ख्वाहिश तो पूरी हो गई। अब वह अपने नए आकाओं से कहें कि विधानसभा भी भंग कर दें तो उनकी यह दूसरी ख्वाहिश भी पूरी हो जाएगी।' गौरतलब है कि अपने पिता और अविभाजित उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री दिवंगत हेमवती नंदन बहुगुणा के 97वें जन्म दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान बहुगुणा ने कहा था कि वह इस पक्ष में हैं कि राज्य में जल्दी चुनाव हों और जनता स्वयं यह तय करे कि उसे किसके साथ जाना है।
उन्होंने कहा था कि राष्ट्रपति शासन की भी एक अवधि होती है और वह भी जल्दी हटेगा। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि प्रदेश में जल्दी चुनाव हों और जनता खुद इन स्थितियों के बारे में निर्णय ले। पिछले महीने की 18 तारीख को आठ अन्य कांग्रेस विधायकों के साथ बहुगुणा ने हरीश रावत सरकार के खिलाफ बगावत कर दी थी, जिससे पैदा हुए सियासी तूफान के बाद 27 मार्च को केंद्र ने राष्ट्रपति शासन लगा दिया था। फिलहाल यह मामला सर्वोच्च न्यायालय में है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
रावत ने कहा, 'बहुगुणा जी (विजय) की हरीश रावत को अपदस्थ करने की ख्वाहिश तो पूरी हो गई। अब वह अपने नए आकाओं से कहें कि विधानसभा भी भंग कर दें तो उनकी यह दूसरी ख्वाहिश भी पूरी हो जाएगी।' गौरतलब है कि अपने पिता और अविभाजित उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री दिवंगत हेमवती नंदन बहुगुणा के 97वें जन्म दिवस पर आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान बहुगुणा ने कहा था कि वह इस पक्ष में हैं कि राज्य में जल्दी चुनाव हों और जनता स्वयं यह तय करे कि उसे किसके साथ जाना है।
उन्होंने कहा था कि राष्ट्रपति शासन की भी एक अवधि होती है और वह भी जल्दी हटेगा। उन्होंने कहा कि वह चाहते हैं कि प्रदेश में जल्दी चुनाव हों और जनता खुद इन स्थितियों के बारे में निर्णय ले। पिछले महीने की 18 तारीख को आठ अन्य कांग्रेस विधायकों के साथ बहुगुणा ने हरीश रावत सरकार के खिलाफ बगावत कर दी थी, जिससे पैदा हुए सियासी तूफान के बाद 27 मार्च को केंद्र ने राष्ट्रपति शासन लगा दिया था। फिलहाल यह मामला सर्वोच्च न्यायालय में है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
हरीश रावत, विजय बहुगुणा, उत्तराखंड सियासी संकट, कांग्रेस, बीजेपी, Harish Rawat, Vijay Bahuguna, Uttarakhand Crisis, Congress, BJP