फाइल फोटो
गुड़गांव:
होंडा चौक से करीब दो किलोमीटर दूर राकेश राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या आठ की नालियों पर मिट्टी डाल रहे थे। पानी बड़ी तेजी से एनएच 8 के नाले से होंडा चौक की ओर जा रहा था। नेशनल अथॉरिटी ऑफ इंडिया के इंजीनियर आर बाबू को भी पानी रोकने में पसीने छूट रहे थे।
थोड़ी देर बाद वो आकर मुझे कहने लगे कि आप केवल पानी और जाम दिखा रहे हैं। समस्या कहां है और क्यों पैदा हुई आप लोगों के कैमरे वहां नहीं जाते हैं। इतना कहकर उन्होंने मेरा हाथ घसीटा और किसी पहाड़ी नदी की तरह बह रहे बादशाह नाले को दिखाया। नाले का ये पानी नजफगढ़ के बड़े ड्रेन में न जाकर होंडा चौक और शहर के निचले इलाके में जा रहा है। जिस तरह गंगा का उदगम गोमुख से हुआ है। उसी तरह गुड़गांव को तालाब में बदलने के लिए ये बादशाह पुर नाला जिम्मेदार है।
बादशाहपुर नाले एनएच 8 के नीचे से जाकर दूसरी तरफ बने अवैध निर्माणों में खो सा गया था। नेशनल हाईवे के दूसरी तरफ जाकर मैने देखा कि नाले का दूसरा सिरा उन अवैध निर्माणों में कहीं खो सा गया था। इसी बादशाहपुर नाले पर तमाम मकान बने थे, उनमें हजारों लोग रह रहे हैं। उन्हीं में से एक शख्श जीतेंद्र कुमार नाराज होते हुए बोले, हमारे गांव में घुटने तक पानी भरा है। लेकिन उसे दिखाने वाला कोई नहीं है। मैंने कहा कि नालों पर अवैध निर्माण जब कर लिया तो पानी तो भरेगा।
इसी तरह होंडा चौक पर साल भर से ज्यादा वक्त से फ्लाईओवर का काम रेंग रेंग कर चल रहा है। नतीजा होंडा चौक पर हुए ट्रैफिक जाम ने गुड़गांव की रफ्तार को रोक दिया। गुड़गांव के ट्रैफिक जाम की खबर देश और विदेश में सुर्खियां बटोरने के बाद अब सांप जाने के बाद लकीर पीटने का काम गुड़गांव पुलिस और नगर निगम कर रही है। यहां गड्ढों को आनन-फानन में पाटा जा रहा है और कई क्रेन सड़क के किनारे लगे कचरे को निकाल रहे हैं। शायद यही काम बारिश से पहले कर लेते तो बारिश मुसीबत बनकर गुड़गांव में नहीं आती।
अब हरियाणा के मुख्य सचिव डीएस ढेसी कहते हैं कि जल्द ही अब इस फ्लाईओवर का काम पूरा करवाया जाएगा। इसे पूरा होने में आठ महीने का वक्त लगेगा। लेकिन हर बात की जिम्मेदारी सरकार पर डालकर हम अपनी कोताही को छिपा लेते हैं। शायद हम लालची और नालों पर अवैध अतिक्रमण करने वाले न होते तो शहरों में जलभराव जैसी समस्या न होती।
थोड़ी देर बाद वो आकर मुझे कहने लगे कि आप केवल पानी और जाम दिखा रहे हैं। समस्या कहां है और क्यों पैदा हुई आप लोगों के कैमरे वहां नहीं जाते हैं। इतना कहकर उन्होंने मेरा हाथ घसीटा और किसी पहाड़ी नदी की तरह बह रहे बादशाह नाले को दिखाया। नाले का ये पानी नजफगढ़ के बड़े ड्रेन में न जाकर होंडा चौक और शहर के निचले इलाके में जा रहा है। जिस तरह गंगा का उदगम गोमुख से हुआ है। उसी तरह गुड़गांव को तालाब में बदलने के लिए ये बादशाह पुर नाला जिम्मेदार है।
बादशाहपुर नाले एनएच 8 के नीचे से जाकर दूसरी तरफ बने अवैध निर्माणों में खो सा गया था। नेशनल हाईवे के दूसरी तरफ जाकर मैने देखा कि नाले का दूसरा सिरा उन अवैध निर्माणों में कहीं खो सा गया था। इसी बादशाहपुर नाले पर तमाम मकान बने थे, उनमें हजारों लोग रह रहे हैं। उन्हीं में से एक शख्श जीतेंद्र कुमार नाराज होते हुए बोले, हमारे गांव में घुटने तक पानी भरा है। लेकिन उसे दिखाने वाला कोई नहीं है। मैंने कहा कि नालों पर अवैध निर्माण जब कर लिया तो पानी तो भरेगा।
इसी तरह होंडा चौक पर साल भर से ज्यादा वक्त से फ्लाईओवर का काम रेंग रेंग कर चल रहा है। नतीजा होंडा चौक पर हुए ट्रैफिक जाम ने गुड़गांव की रफ्तार को रोक दिया। गुड़गांव के ट्रैफिक जाम की खबर देश और विदेश में सुर्खियां बटोरने के बाद अब सांप जाने के बाद लकीर पीटने का काम गुड़गांव पुलिस और नगर निगम कर रही है। यहां गड्ढों को आनन-फानन में पाटा जा रहा है और कई क्रेन सड़क के किनारे लगे कचरे को निकाल रहे हैं। शायद यही काम बारिश से पहले कर लेते तो बारिश मुसीबत बनकर गुड़गांव में नहीं आती।
अब हरियाणा के मुख्य सचिव डीएस ढेसी कहते हैं कि जल्द ही अब इस फ्लाईओवर का काम पूरा करवाया जाएगा। इसे पूरा होने में आठ महीने का वक्त लगेगा। लेकिन हर बात की जिम्मेदारी सरकार पर डालकर हम अपनी कोताही को छिपा लेते हैं। शायद हम लालची और नालों पर अवैध अतिक्रमण करने वाले न होते तो शहरों में जलभराव जैसी समस्या न होती।
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