असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने शुक्रवार को कहा कि सताए गए लोगों की एक ‘छोटी संख्या' को भारतीय नागरिकता देने से राज्य के वे मूल निवासी प्रभावित नहीं होंगे जिनके हित असम समझौते द्वारा सुरक्षित रखे गए हैं. सोनोवाल ने असम के मोरीगांव जिले में ‘शांति एवं प्रगति मार्च' को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार मूल निवासियों के भूमि अधिकारों, संस्कृति एवं भाषा की रक्षा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस धार्मिक अत्याचार के कारण अपने देश छोड़कर आए लोगों की छोटी संख्या को सुरक्षा मुहैया नहीं करा सकी. अब उन्हें संशोधित नागरिकता कानून, 2019 के तहत आवेदन करके भारतीय नागरिकता हासिल करने का अवसर दिया गया है.' उन्होंने कहा, ‘इन लोगों के कारण मूल निवासियों पर कोई प्रतिकूल असर नहीं पड़ेगा. यह गलत जानकारी फैलाई जा रही है कि भाजपा विदेशियों को लाकर गांवों एवं चाय बागानों में अतिरिक्त जमीन मुहैया कराएगी. इससे गुमराह नहीं हों.'
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं