मुंबई:
जीएसटी लागू होने के बाद मुंबई के एक होटल में सस्ता हुआ खाना सुर्खियां बटोर रहा है. पुरानी मुंबई के गिरगांव इलाके में 76 साल पुराने होटल विनय ने यह कारनामा तब कर दिखाया है, जब दूसरे होटलों में पुराने रेट पर जीएसटी की वसूली हो रही है. दूसरे होटल और अपने में फर्क दिखाने के लिए विनय होटल ने नया रेट कार्ड जारी किया है. इस पर नए और पुराने दाम स्पष्ट रूप से लिखे हुए हैं, ताकि ग्राहकों को कीमतों में हुआ बदलाव स्पष्ट रूप से पता चले.
विनय होटल ने जीएसटी के बाद कम हुए टैक्स का लाभ सीधा उपभोक्ताओं को पहुंचाया है. यहां अमूमन 10 फीसदी बिल कम हुआ है. होटल के मालिक अनिल टेंबे ने NDTV इंडिया को बताया, हम पुराने दाम पर अगर जीएसटी वसूलते तो खाना और महंगा होता. उससे कारोबार पर असर होता. इस नुकसान को टालने के लिए हमने रेट कम किए हैं. इससे उपभोक्ताओं को भी फायदा हो रहा है.

गौरतलब है कि राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि व्यापारियों को GST से पहले की और बाद की दरों को लिखकर ग्राहक को बताना होगा. होटल विनय इस पर 1 जुलाई से अमल कर रहा है. जीएसटी लागू होने से पहले रेस्टोरेंट के खाने की कीमत में टैक्स और मुनाफा जोड़ा जाता था और बनी हुई रकम ग्राहक से वसूली जाती थी.
जीएसटी के बाद अब होटल में केवल मुनाफा आधारित कीमत रेट कार्ड पर देनी होगी और टैक्स अलग से लिखना होगा, इसलिए होटलों को नए सिरे से रेट कार्ड जारी करने होंगे. लेकिन मुंबई में कई होटल इसका पालन नहीं कर रहे हैं, जिस वजह से उपभोक्ता
परेशान हो रहे हैं. पेशे से सीए अवधेश सिंह ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. NDTV इंडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि पुराने दाम पर GST वसूलना गैर कानूनी है. सरकार को इसके खिलाफ़ करवाई करनी चाहिए.
ऐसे में होटल मालिकों के एसोसिएशन ने अपील की है कि होटलों में दाम जल्द से जल्द बदले जाएं, ताकि कारोबार पर असर न हो. महाराष्ट्र में रेस्टोरेंट उद्योग पर आधा फीसदी टैक्स कम हुआ है.
विनय होटल ने जीएसटी के बाद कम हुए टैक्स का लाभ सीधा उपभोक्ताओं को पहुंचाया है. यहां अमूमन 10 फीसदी बिल कम हुआ है. होटल के मालिक अनिल टेंबे ने NDTV इंडिया को बताया, हम पुराने दाम पर अगर जीएसटी वसूलते तो खाना और महंगा होता. उससे कारोबार पर असर होता. इस नुकसान को टालने के लिए हमने रेट कम किए हैं. इससे उपभोक्ताओं को भी फायदा हो रहा है.

गौरतलब है कि राजस्व सचिव हसमुख अधिया ने मंगलवार को स्पष्ट किया कि व्यापारियों को GST से पहले की और बाद की दरों को लिखकर ग्राहक को बताना होगा. होटल विनय इस पर 1 जुलाई से अमल कर रहा है. जीएसटी लागू होने से पहले रेस्टोरेंट के खाने की कीमत में टैक्स और मुनाफा जोड़ा जाता था और बनी हुई रकम ग्राहक से वसूली जाती थी.
जीएसटी के बाद अब होटल में केवल मुनाफा आधारित कीमत रेट कार्ड पर देनी होगी और टैक्स अलग से लिखना होगा, इसलिए होटलों को नए सिरे से रेट कार्ड जारी करने होंगे. लेकिन मुंबई में कई होटल इसका पालन नहीं कर रहे हैं, जिस वजह से उपभोक्ता
परेशान हो रहे हैं. पेशे से सीए अवधेश सिंह ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. NDTV इंडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि पुराने दाम पर GST वसूलना गैर कानूनी है. सरकार को इसके खिलाफ़ करवाई करनी चाहिए.
ऐसे में होटल मालिकों के एसोसिएशन ने अपील की है कि होटलों में दाम जल्द से जल्द बदले जाएं, ताकि कारोबार पर असर न हो. महाराष्ट्र में रेस्टोरेंट उद्योग पर आधा फीसदी टैक्स कम हुआ है.
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