कोरोनावायरस का संक्रमण रोकने के लिए देश में लॉकडाउन किया है, लेकिन इसका वित्तीय असर विभिन्न क्षेत्रों में काम करने वाले कर्मचारियों के जीवन पर हुआ है. इसमें मराठी फिल्म इंडस्ट्री भी शामिल है. लॉकडाउन के चलते मराठी फिल्मों की शूटिंग बंद है, नतीजन इंडस्ट्री में पर्दे के पीछे काम करने वाले कामगारों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है. कामगारों की इस समस्या को कुछ हद तक हल करने के लिए मराठी फिल्म 'मुळशी पॅटर्न' के निर्माता, युवा बिजनेमैन पुनीत बालन ने पुणे के कामगारों को साढ़े सात लाख रुपए की आर्थिक मदद दी है.
पुनीत बालन ने इस बारे में बताया कि हालांकि देश मे लाकडाउन किया जाने से फिल्म इंडस्ट्री में काम करने वाले कामगारों की आर्थिक स्थिति खराब हुई है. उनके लिए मदद देने का आवाहन 'मुळशी पैटर्न' के लेखक व निर्देशक अभिनेता प्रविण तरडे ने किया. उनके आवाहन पर मुलशी पैटर्न की शूटिंग के लिए कामगारों ने काम किया है, उन्हें 2 लाख 50 हजार रुपए की मदद दी. मराठी चित्रपट महामंडल (मराठी फिल्म निगम) को पांच लाख का डोनेशन दिया जा रहा है. निगम के अध्यक्ष मेघराज भोसले से विनती है की वे यह रकम पुणे स्थित सिनेमा, नाटक, टीवी और सांस्कृतिक क्षेत्र के बैक स्टेज आर्टिस्ट और जूनियर एक्टर्स में बांटे, जिससे वें कम-से-कम एक महीने का राशन, जरुरी चीजें खरीद सके. पुनीत बालन ने आगे बताया कि भविष्य मे लॉकडाउन की समय सीमा बढ़ाई जाने पर हम इन सभी कामगारों को और मदद देने वाले हैं.
मेघराज भोसले ने कहा कि पुणे स्थित, पर्दे के पीछे काम करने वाले कामगारों को मदद देने पर मैं पुनीत बालन को धन्यवाद देता हूं. बालन का आदर्श लेकर विभिन्न शहरों में रहने वाले प्रोड्यूसर और समाज के दानी व्यक्तियों को आगे आना चाहिए और कम से कम 10 लोगों की जिम्मेदारी लेने का आवाहन करता हूं. हम इसी तरह निगम की ओर से कलाकारों को बड़ी मदद देने वाले हैं. पुनीत बालन ने जो आदर्श सबके सामने रखा है वह महत्त्वपूर्ण है.
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