महाराष्ट्र के पर्यावरण मंत्री रामदास कदम. (फाइल फोटो)
मुंबई:
मुंबई महानगर पालिका में गठबंधन को लेकर बीजेपी और शिवसेना के बीच तनातनी बढ़ गई है. बीजेपी पर शिवसेना नेताओं की बयानबाजी का स्तर गिरता जा रहा है.
शिवसेना के मुंबई स्थित मुख्यालय में बैठक के लिए पहुंचे नेता और राज्य के पर्यावरण मंत्री रामदास कदम ने कहा है कि बीजेपी के लिए अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल कर डाला.
दरअसल, जबसे बीजेपी ने BMC में चल रहे कॉन्ट्रेक्टर राज में पारदर्शिता लाने की बात की है, शिवसेना के नेता भड़के हुए हैं. पार्टी इसे अपने नेता उद्धव ठाकरे के फैसलों को संदेह के घेरे में लाने की कोशिश के रूप में देख रही है. नतीजतन, शिवसेना ने बीजेपी से सीट बंटवारे के फॉर्मूले पर बातचीत बंद की है. पार्टी अब मामले में सीधे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का दखल चाहती है.
इस बीच, बीजेपी ने शिवसेना के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि बात मुद्दों पर होनी चाहिए. बीजेपी प्रवक्ता और विधायक राम कदम ने कहा है कि हमने BMC के व्यवहार में पारदर्शिता की मांग से शिवसेना में इतनी बौखलाहट क्यों है? उन्हें मुद्दों पर बात करनी चाहिए. न की गिरगिट की तरह रंग बदलना चाहिए.
मुंबई महानगर पालिका का सालाना बजट 35 हजार करोड़ रुपये है. देश की यह सबसे अमीर महानगर पालिका है, जिस पर पिछले 25 साल से शिवसेना का वर्चस्व है. इस बार बीजेपी ने इसे चुनौती देने के लिए कमर कस ली है.
मुंबई में 21 फरवरी को वोट पड़ेंगे और नतीजे 23 फरवरी को आने हैं. इस चुनाव के लिए सीटों के गठबंधन की बातचीत फिलहाल बंद पड़ चुकी है. जबकि, दोनों दल मीडिया के जरिए एक दूसरे से बातचीत कर रहे हैं, जो कहासुनी में तब्दील हो रही है.
शिवसेना के मुंबई स्थित मुख्यालय में बैठक के लिए पहुंचे नेता और राज्य के पर्यावरण मंत्री रामदास कदम ने कहा है कि बीजेपी के लिए अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल कर डाला.
दरअसल, जबसे बीजेपी ने BMC में चल रहे कॉन्ट्रेक्टर राज में पारदर्शिता लाने की बात की है, शिवसेना के नेता भड़के हुए हैं. पार्टी इसे अपने नेता उद्धव ठाकरे के फैसलों को संदेह के घेरे में लाने की कोशिश के रूप में देख रही है. नतीजतन, शिवसेना ने बीजेपी से सीट बंटवारे के फॉर्मूले पर बातचीत बंद की है. पार्टी अब मामले में सीधे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का दखल चाहती है.
इस बीच, बीजेपी ने शिवसेना के बयान पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि बात मुद्दों पर होनी चाहिए. बीजेपी प्रवक्ता और विधायक राम कदम ने कहा है कि हमने BMC के व्यवहार में पारदर्शिता की मांग से शिवसेना में इतनी बौखलाहट क्यों है? उन्हें मुद्दों पर बात करनी चाहिए. न की गिरगिट की तरह रंग बदलना चाहिए.
मुंबई महानगर पालिका का सालाना बजट 35 हजार करोड़ रुपये है. देश की यह सबसे अमीर महानगर पालिका है, जिस पर पिछले 25 साल से शिवसेना का वर्चस्व है. इस बार बीजेपी ने इसे चुनौती देने के लिए कमर कस ली है.
मुंबई में 21 फरवरी को वोट पड़ेंगे और नतीजे 23 फरवरी को आने हैं. इस चुनाव के लिए सीटों के गठबंधन की बातचीत फिलहाल बंद पड़ चुकी है. जबकि, दोनों दल मीडिया के जरिए एक दूसरे से बातचीत कर रहे हैं, जो कहासुनी में तब्दील हो रही है.
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