मुस्लिम धर्म प्रचारक जाकिर नाईक (फाइल फोटो)
- मेरे बयानों को गलत सन्दर्भ में तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है
- नाईक के चैनल और एनजीओ को मिलने वाले पैसे की हो रही है जांच
- जाकिर नाईक के खिलाफ अब तक कोई शिकायत दर्ज़ नहीं करवाई गई
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मुंबई:
भड़काऊ भाषण देने के आरोपों से घिरे जाकिर नाईक सोमवार सुबह को मुंबई आने वाले थे। ज़ाकिर नाईक तो आए नहीं लेकिन शाम तक एक प्रेस रिलीज़ जारी करके अपनी बात कही।
अपने बयान में नाईक ने अब तक लगे इल्ज़ामों के लिए मीडिया को दोषी ठहरा दिया। जाकिर ने अपने बयान में कहा कि उनका मीडिया ट्रायल हुआ है। उनके बयानों को गलत सन्दर्भ में तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है। दिखाए जा रहे कई वीडियो के साथ छेड़ छाड़ हुई है। सभी आरोपों का जवाब जल्द ही वह मीडिया और सोशल मीडिया पर देंगे।
नाईक ने कहा कि अब तक किसी भारतीय एजेंसी ने किसी भी पूछताछ के लिए उनसे सम्पर्क नहीं किया है। और उन्होंने कभी भी आतंकवाद को बढ़ावा नहीं दिया। चूंकि नाईक मुंबई नहीं आये इसलिए उनकी प्रेस कांफ्रेंस रद्द कर दी गई। फ़िलहाल जांच एजेंसियां नाईक के चैनल पीस टीवी और उनके एनजीओ को मिलने वाले पैसे की जांच में जुटी हैं।
वहीं महाराष्ट्र में सत्ता में बीजेपी की भागीदार शिवसेना ने सरकार पर ज़ाकिर नाईक पर नरम रुख़ अपनाने का आरोप लगाया। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सवाल किया है कि जाकिर नाईक के खिलाफ़ कार्रवाई में देरी क्यों हो रही है? फ़िलहाल जाकिर नाईक मदीना में हैं। इसके बाद वो अफ्रीका दौरे पर निकलेंगे। 2-3 हफ्ते बाद वो भारत आ सकते हैं।
जाकिर नाईक के खिलाफ अब तक किसी तरह की कोई शिकायत दर्ज़ नहीं करवाई गयी है। ऐसे में उसे भारत आने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता। अन्य एजेंसियों के साथ साथ मुम्बई पुलिस भी मामले की छानबीन में लगी है। और जांच की रिपोर्ट सामने आने से पहले पुलिस इस बारे में बात करने को तैयार नहीं।
अपने बयान में नाईक ने अब तक लगे इल्ज़ामों के लिए मीडिया को दोषी ठहरा दिया। जाकिर ने अपने बयान में कहा कि उनका मीडिया ट्रायल हुआ है। उनके बयानों को गलत सन्दर्भ में तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया है। दिखाए जा रहे कई वीडियो के साथ छेड़ छाड़ हुई है। सभी आरोपों का जवाब जल्द ही वह मीडिया और सोशल मीडिया पर देंगे।
नाईक ने कहा कि अब तक किसी भारतीय एजेंसी ने किसी भी पूछताछ के लिए उनसे सम्पर्क नहीं किया है। और उन्होंने कभी भी आतंकवाद को बढ़ावा नहीं दिया। चूंकि नाईक मुंबई नहीं आये इसलिए उनकी प्रेस कांफ्रेंस रद्द कर दी गई। फ़िलहाल जांच एजेंसियां नाईक के चैनल पीस टीवी और उनके एनजीओ को मिलने वाले पैसे की जांच में जुटी हैं।
वहीं महाराष्ट्र में सत्ता में बीजेपी की भागीदार शिवसेना ने सरकार पर ज़ाकिर नाईक पर नरम रुख़ अपनाने का आरोप लगाया। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सवाल किया है कि जाकिर नाईक के खिलाफ़ कार्रवाई में देरी क्यों हो रही है? फ़िलहाल जाकिर नाईक मदीना में हैं। इसके बाद वो अफ्रीका दौरे पर निकलेंगे। 2-3 हफ्ते बाद वो भारत आ सकते हैं।
जाकिर नाईक के खिलाफ अब तक किसी तरह की कोई शिकायत दर्ज़ नहीं करवाई गयी है। ऐसे में उसे भारत आने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता। अन्य एजेंसियों के साथ साथ मुम्बई पुलिस भी मामले की छानबीन में लगी है। और जांच की रिपोर्ट सामने आने से पहले पुलिस इस बारे में बात करने को तैयार नहीं।
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