 
                                            मुंबई के डब्बावाले
                                                                                                                        
                                        
                                        
                                                                                मुंबई: 
                                        मुंबई के डब्बावाले हमेशा से अपने अच्छे मैनेजमेंट के जाने जाते हैं, अब वक़्त है डिजिटल का तो मुंबई के डिब्बावाले भी डिजिटल हो गए हैं, उन्होंने वेबसाइट लॉन्च की है. इससे किसको क्या सुविधाएं मिल रही हैं आइए समझें. 125 साल की सेवा के बाद मुंबई के डब्बा वाले डिजिटल हो गए हैं. अब वो सिर्फ खाना लाने-ले जाने के लिए ही आपके दरवाज़े पर नहीं पहुंचेंगे.
डब्बावालों ने अब अपनी वेबसाइट लॉन्च की है. अब मुंबई वाले घर बैठे ही अपने किराया दे सकेंगे. और क्या सुविधाएं आपको मुंबई के डब्बा वाले देने वाले हैं यहां पर देखें. हार्वर्ड बिजनिस रिव्यू में भी मुंबई के तकरीबन 5000 डब्बावाले जगह पा चुके हैं. ये लोग पूरे शहर में रोज़ तकरीबन 2 लाख डब्बे लाते-ले जाते हैं. यानी हफ्ते में 6 दिन और रोज़ 6 घंटे में 2 लाख लेन-देन, बाढ़ हो या दंगों के हालात मुंबई के डब्बावाले अपना काम करते रहते हैं.
डब्बावालों ने अब अनुलोम टेक्नोलॉजीस के साथ टाइअप किया है. जो रेंटल एग्रीमेंट पंजीयन करवाने वाली वेबसाइट है. वेबसाइट कागज़ात तैयार करती है और डब्बावाले ग्राहक के घर पहुंचते हैं, एक लैपटॉप और बायोमैट्रिक मशीन के साथ वो ग्राहक के अंगूठे के निशाने लेते हैं. उसे रेंटल एग्रीमेंट के बारे में बताते हैं और ज़रूरी कागज़ात लेते हैं. मुंबई के डब्बावाले लगातार नई तकनीक से जुड़ रहे हैं, रफ्तार भले ही धीमी हो लेकिन पुख्ता है.
                                                                        
                                    
                                डब्बावालों ने अब अपनी वेबसाइट लॉन्च की है. अब मुंबई वाले घर बैठे ही अपने किराया दे सकेंगे. और क्या सुविधाएं आपको मुंबई के डब्बा वाले देने वाले हैं यहां पर देखें. हार्वर्ड बिजनिस रिव्यू में भी मुंबई के तकरीबन 5000 डब्बावाले जगह पा चुके हैं. ये लोग पूरे शहर में रोज़ तकरीबन 2 लाख डब्बे लाते-ले जाते हैं. यानी हफ्ते में 6 दिन और रोज़ 6 घंटे में 2 लाख लेन-देन, बाढ़ हो या दंगों के हालात मुंबई के डब्बावाले अपना काम करते रहते हैं.
डब्बावालों ने अब अनुलोम टेक्नोलॉजीस के साथ टाइअप किया है. जो रेंटल एग्रीमेंट पंजीयन करवाने वाली वेबसाइट है. वेबसाइट कागज़ात तैयार करती है और डब्बावाले ग्राहक के घर पहुंचते हैं, एक लैपटॉप और बायोमैट्रिक मशीन के साथ वो ग्राहक के अंगूठे के निशाने लेते हैं. उसे रेंटल एग्रीमेंट के बारे में बताते हैं और ज़रूरी कागज़ात लेते हैं. मुंबई के डब्बावाले लगातार नई तकनीक से जुड़ रहे हैं, रफ्तार भले ही धीमी हो लेकिन पुख्ता है.
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