महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री एकनाथ खड़से (फाइल फोटो)
मुंबई:
भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर सवालों घिरे महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री एकनाथ खड़से की कुर्सी खतरे में दिख रही है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने खड़से पर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोपों पर एक रिपोर्ट बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को सौंपने के कुछ घंटों बाद गुरुवार रात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात की। खड़से एक जमीन सौदे में गड़बड़ी के अलावा मोस्ट वान्टेड गैंगस्टर दाऊद इब्राहीम से फोन पर कथित बातचीत को लेकर विवादों में घिरे हैं।
सूत्रों ने बताया कि सीएम फडणवीस ने प्रधानमंत्री से मुलाकात में खड़से पर लग रहे आरोपों पर शुरुआती जांच रिपोर्ट से उन्हें अवगत कराया। वहीं पार्टी अध्यक्ष से मुलाकात के बाद फडणवीस ने कहा, 'मैंने खड़से पर एक तथ्यात्मक रिपोर्ट अमित शाह को सौंपी है। पार्टी इस पर जरूरी कदम उठाएगी।'
केंद्रीय नेताओं का फैसला मानेगी राज्य इकाई : सीएम
बताया जा रहा है कि एक प्लॉट खरीदी में गलत स्टाम्प ड्यूटी भरने का मामला प्रकाश में आया है और इस बात को लेकर विपक्षी दलों के साथ-साथ पार्टी के भी कई सांसद और नेता खड़से से नाराज हैं। जानकारी के अनुसार एकनाथ खड़से ने अपने पत्नी के नाम पुणे जिले के भोसरी एमआईडीसी में एक प्लाट खरीदा और इसकी स्टाम्प ड्यूटी गलत तरीके से भरी। इस मामले में वह अब घिरते जा रहे हैं। इसी के चलते राज्य सरकार और पार्टी पर उनके खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव बढ़ गया है। पार्टी सांसद और मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर सत्यपाल सिंह ने कहा है कि खड़से पर पार्टी जल्द फैसला लेगी। खड़से पर पहले भी जलगांव में गलत तरीके से सरकारी जमीन खरीदने का गंभीर आरोप लग चुका है।
क्या कहते हैं मामले को उजागर करने वाले गावंडे
इस पूरे मामले को उजागर करने वाले हेमंत गावंडे, जो कि पुणे में एक बिल्डर हैं ने कहा कि सरकारी कंपनी एमआईडीसी के उसकी जमीन बेचे जाने की जानकारी नहीं है। कंपनी को नहीं मालूम की यह जमीन नेता और उनके परिवार ने खरीदी है। एमआईडीसी का कहना है कि जमीन उनकी है और इसे बेचा नहीं जा सकता है। अगर इसे बेचा जाता है और हमें पता चलता है तब हम इसकी शिकायत दर्ज करवाएंगे। गावंडे ने कहा कि अगर एणआईडीसी शिकायत दर्ज नहीं करवाएगी तो वह कोर्ट का रास्ता अपनाएंगे।
अनशन पर बैठीं अंजलि दमानिया
पार्टी समर्थक और संघ विचारक राकेश सिन्हा ने उक्त मुद्दे के प्रकाश में आने के बाद ट्वीट कर कहा कि खड़से को पद से दूर रहना चाहिए। इसी के साथ पूर्व में आम आदमी पार्टी की सदस्य रहीं सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि दमानिया मुंबई के आजाद मैदान पर अनशन पर बैठ गई हैं। वे खड़से के इस्तीफे की मांग पर अड़ी हैं। अंजलि दमानिया ने खड़से और दाऊद के बीच कथित बातचीत से जुड़े नए तथ्य मुम्बई पुलिस कमिश्नर को सौंप दिए हैं। इन तथ्यों की जांच मुंबई एटीएस कर रही है। मुंबई पुलिस कमिश्नर दत्तात्रय पडसलगिकर ने बताया है कि नए तथ्यों की जांच के बाद ही सच्चाई का पता चलेगा।
केंद्र ने नहीं की खड़से से बात
पार्टी के सूत्र बता रहे हैं कि पार्टी के वरिष्ठ नेता दिल्ली में भी खड़से के मुद्दे पर नजर बनाए हुए हैं। कुछ लोग तो यह भी कह रहे हैं कि पार्टी अध्यक्ष ने खड़से मामले में रिपोर्ट मांगी है। वहीं, महाराष्ट्र बीजेपी के सूत्र बता रहे हैं कि ऐसी कोई बात नहीं है। इतना ही नहीं उन्होंने साफ कहा है कि ऐसी कोई रिपोर्ट तैयार ही नहीं की जा रही है।
बीजेपी अध्यक्ष ने दिया दखल
खड़से राज्य सरकार में राजस्व मंत्री हैं। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भ्रष्टाचार के विरुद्ध साफ स्टैंड रहा है। कहा जा रहा है कि शाह ने इस मुद्दे पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस से सीधे बात की है, लेकिन इस बात की पुष्टि पार्टी की ओर से नहीं की जा रही है।
क्या खड़से का इस्तीफा लिया जाएगा?
पार्टी के राज्य इकाई के नेता यह भी कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने खड़से से बात की है। चर्चा तो यह भी है कि पार्टी खड़से से इस्तीफा ले लेगी, लेकिन अभी तक ऐसा हुआ नहीं है। वे पिछले मंगलावर को हुई कैबिनेट बैठक में हाजिर रहने के बजाय अपने गृहनगर चले गए। वहां अपने दौरे में खड़से ने कुछ समय अपनी गाड़ी से लाल बत्ती हटा दी थी। दूसरी तरफ एकनाथ खड़से ने अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए साफ किया है कि वे इस्तीफा नहीं देंगे।
पत्नी और दामाद के नाम खरीदी जमीन
पार्टी के सूत्र कह रहे हैं कि दाऊद से बातचीत के आरोप में कोई तथ्य नहीं हैं। पार्टी इस बात को लेकर ज्यादा गंभीर है कि सरकार की जमीन अप्रैल में खड़से की पत्नी और दामाद को तीन करोड़ रुपये में बेच दी गई। इस जमीन की बाजार कीमत करीब 23 करोड़ रुपये है। वहीं, इस मामले में खड़से का कहना है कि यह जमीन सरकार की नहीं है और उन्होंने यह जमीन एक प्राइवेट पार्टी से बाजार भाव में खरीदी है। साथ ही उनका दावा है कि जमीन पर जो भी स्टाम्प ड्यूटी बनती है, जमा की गई है। इसलिए पूरे मसले पर कोई विवाद नहीं है।
खुलासा करने वाले ने मांगी सुरक्षा
मनीष भंगाले, जिन्होंने दाऊद इब्राहीम के फोन रिकॉर्ड्स के डिटेल निकाले थे, ने बॉम्बे हाईकोर्ट ने सुरक्षा की गुहार लगाई है। उन्होंने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है।
सूत्रों ने बताया कि सीएम फडणवीस ने प्रधानमंत्री से मुलाकात में खड़से पर लग रहे आरोपों पर शुरुआती जांच रिपोर्ट से उन्हें अवगत कराया। वहीं पार्टी अध्यक्ष से मुलाकात के बाद फडणवीस ने कहा, 'मैंने खड़से पर एक तथ्यात्मक रिपोर्ट अमित शाह को सौंपी है। पार्टी इस पर जरूरी कदम उठाएगी।'
केंद्रीय नेताओं का फैसला मानेगी राज्य इकाई : सीएम
बताया जा रहा है कि एक प्लॉट खरीदी में गलत स्टाम्प ड्यूटी भरने का मामला प्रकाश में आया है और इस बात को लेकर विपक्षी दलों के साथ-साथ पार्टी के भी कई सांसद और नेता खड़से से नाराज हैं। जानकारी के अनुसार एकनाथ खड़से ने अपने पत्नी के नाम पुणे जिले के भोसरी एमआईडीसी में एक प्लाट खरीदा और इसकी स्टाम्प ड्यूटी गलत तरीके से भरी। इस मामले में वह अब घिरते जा रहे हैं। इसी के चलते राज्य सरकार और पार्टी पर उनके खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव बढ़ गया है। पार्टी सांसद और मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर सत्यपाल सिंह ने कहा है कि खड़से पर पार्टी जल्द फैसला लेगी। खड़से पर पहले भी जलगांव में गलत तरीके से सरकारी जमीन खरीदने का गंभीर आरोप लग चुका है।
क्या कहते हैं मामले को उजागर करने वाले गावंडे
इस पूरे मामले को उजागर करने वाले हेमंत गावंडे, जो कि पुणे में एक बिल्डर हैं ने कहा कि सरकारी कंपनी एमआईडीसी के उसकी जमीन बेचे जाने की जानकारी नहीं है। कंपनी को नहीं मालूम की यह जमीन नेता और उनके परिवार ने खरीदी है। एमआईडीसी का कहना है कि जमीन उनकी है और इसे बेचा नहीं जा सकता है। अगर इसे बेचा जाता है और हमें पता चलता है तब हम इसकी शिकायत दर्ज करवाएंगे। गावंडे ने कहा कि अगर एणआईडीसी शिकायत दर्ज नहीं करवाएगी तो वह कोर्ट का रास्ता अपनाएंगे।
अनशन पर बैठीं अंजलि दमानिया
पार्टी समर्थक और संघ विचारक राकेश सिन्हा ने उक्त मुद्दे के प्रकाश में आने के बाद ट्वीट कर कहा कि खड़से को पद से दूर रहना चाहिए। इसी के साथ पूर्व में आम आदमी पार्टी की सदस्य रहीं सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि दमानिया मुंबई के आजाद मैदान पर अनशन पर बैठ गई हैं। वे खड़से के इस्तीफे की मांग पर अड़ी हैं। अंजलि दमानिया ने खड़से और दाऊद के बीच कथित बातचीत से जुड़े नए तथ्य मुम्बई पुलिस कमिश्नर को सौंप दिए हैं। इन तथ्यों की जांच मुंबई एटीएस कर रही है। मुंबई पुलिस कमिश्नर दत्तात्रय पडसलगिकर ने बताया है कि नए तथ्यों की जांच के बाद ही सच्चाई का पता चलेगा।
केंद्र ने नहीं की खड़से से बात
पार्टी के सूत्र बता रहे हैं कि पार्टी के वरिष्ठ नेता दिल्ली में भी खड़से के मुद्दे पर नजर बनाए हुए हैं। कुछ लोग तो यह भी कह रहे हैं कि पार्टी अध्यक्ष ने खड़से मामले में रिपोर्ट मांगी है। वहीं, महाराष्ट्र बीजेपी के सूत्र बता रहे हैं कि ऐसी कोई बात नहीं है। इतना ही नहीं उन्होंने साफ कहा है कि ऐसी कोई रिपोर्ट तैयार ही नहीं की जा रही है।
बीजेपी अध्यक्ष ने दिया दखल
खड़से राज्य सरकार में राजस्व मंत्री हैं। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भ्रष्टाचार के विरुद्ध साफ स्टैंड रहा है। कहा जा रहा है कि शाह ने इस मुद्दे पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस से सीधे बात की है, लेकिन इस बात की पुष्टि पार्टी की ओर से नहीं की जा रही है।
क्या खड़से का इस्तीफा लिया जाएगा?
पार्टी के राज्य इकाई के नेता यह भी कह रहे हैं कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने खड़से से बात की है। चर्चा तो यह भी है कि पार्टी खड़से से इस्तीफा ले लेगी, लेकिन अभी तक ऐसा हुआ नहीं है। वे पिछले मंगलावर को हुई कैबिनेट बैठक में हाजिर रहने के बजाय अपने गृहनगर चले गए। वहां अपने दौरे में खड़से ने कुछ समय अपनी गाड़ी से लाल बत्ती हटा दी थी। दूसरी तरफ एकनाथ खड़से ने अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए साफ किया है कि वे इस्तीफा नहीं देंगे।
पत्नी और दामाद के नाम खरीदी जमीन
पार्टी के सूत्र कह रहे हैं कि दाऊद से बातचीत के आरोप में कोई तथ्य नहीं हैं। पार्टी इस बात को लेकर ज्यादा गंभीर है कि सरकार की जमीन अप्रैल में खड़से की पत्नी और दामाद को तीन करोड़ रुपये में बेच दी गई। इस जमीन की बाजार कीमत करीब 23 करोड़ रुपये है। वहीं, इस मामले में खड़से का कहना है कि यह जमीन सरकार की नहीं है और उन्होंने यह जमीन एक प्राइवेट पार्टी से बाजार भाव में खरीदी है। साथ ही उनका दावा है कि जमीन पर जो भी स्टाम्प ड्यूटी बनती है, जमा की गई है। इसलिए पूरे मसले पर कोई विवाद नहीं है।
खुलासा करने वाले ने मांगी सुरक्षा
मनीष भंगाले, जिन्होंने दाऊद इब्राहीम के फोन रिकॉर्ड्स के डिटेल निकाले थे, ने बॉम्बे हाईकोर्ट ने सुरक्षा की गुहार लगाई है। उन्होंने मामले की सीबीआई जांच की मांग की है।
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