मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की सियासत में गाय और गौशाला बड़ा मुद्दा है. चुनाव आते हैं तो ऐलान वायदे होते ही हैं, लेकिन हकीकत में बेजुबान पर चुनाव के बाद कोई नहीं बोलता. शिवराज सरकार में तिजोरी खाली है, सो गायों को खिलाने के लिये भी सरकार के पास पैसे नहीं हैं. कांग्रेस ने भी सरकार पर गाय और गौशाला के बजट में बड़ी कटौती करने का आरोप लगाया है. भोपाल के एमपी नगर में गौशाला में चारा देने वाले रामशरण मीणा से हमने वहां गायों को खिलाने के लिए 1.60 पैसे का चारा मांगा तो उन्होंने साफ कहा कि एक छोटा गठ्ठर भी 5 रुपये का है. 1.60 पैसे में कुछ नहीं आएगा.
एक से दूसरी गौशाला, हमने सोचा शायद शहर के बाहर इस गौशाला में ऐसा कोई चमत्कार होता हो कि 1.60 पैसे में गाय का पेट भर जाए, लेकिन निराश हुए. केरवा की गौशाला में राकेश मालवीय लगभग 150 गायों का ध्यान रखते हैं. उन्होंने हमें बताया कि एक दिन में एक गाय को खिलाने में 200-250 रुपये का खर्च आता है. 1.60 पैसे में क्या मिलेगा, एक मुठ्ठी, एक घंटे की भूख भी नहीं खत्म होगी, बछड़े की भी नहीं. गायों के लिए संशोधित बजट ने गौ प्रेमियों को भी हैरत में डाल दिया है. गायों को रोटी डाल रहे श्रीराम रघुवंशी ने हंसते हुए कहा 1.60 पैसे में कुछ भी नहीं हो सकता. मजदूर जो सेवा करता है, उनकी तनख्वाह भी नहीं मिल सकती.
नीलगाय जैसे जंगली जानवरों को मारने की छूट देने वाले राज्यों को सुप्रीम कोर्ट का नोटिस
दरअसल राज्य सरकार ने अपनी लगभग 1300 गौशालाओं में रहने वाली 1.80 लाख गायों के लिए 11 करोड़ रुपये के बजट का आवंटन किया है, यानी प्रति गाय लगभग 1.60 रुपये. जबकि पहले प्रति गाय 20 रुपये का बजट था. पिछले वित्तीय वर्ष में पशुपालन विभाग का बजट 132 करोड़ रुपये था, लेकिन 2020-21 में हो यह सीधे 11 करोड़ रुपये हो गया, यानी लगभग 90 फीसदी की कटौती. पशुपालन मंत्री प्रेम पटेल ने कहा, 'बजट आगे-पीछे होता रहता है. हमने वित्त मंत्री जी से चर्चा की है. मंत्री जी ने आश्वासन दिया है कि बजट में कमी नहीं आने देंगे. हम सब गाय माता को कष्ट नहीं होने देंगे.'
आम आदमी पार्टी के नेता ने BJP पर लगाया गाय का चारा खाने का आरोप
पूर्व मंत्री जीतू पटवारी ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा, 'मैं धन्यवाद देता हूं इनका असली चेहरा बताने लगे आप लोग. गौशाला 1000 से ज्यादा हमने बना दीं, लेकिन इस सरकार ने 1.60 पैसे चारे का विकल्प रखा है. इतने में माचिस भी नहीं आती है. कितनी कोविड की महामारी हो, शिवराज जी हाथ जोड़कर प्रार्थना है, गाय माता के लिए बजट बढ़ाओ.' ये बात आपको बुरी लग सकती है लेकिन गौरक्षा के नाम पर मरने-मारने की बात कहने वाली जनता ने भी दान देने के नाम पर सिर्फ 22,000 रुपये का चंदा दिया है.
VIDEO: रवीश कुमार का प्राइम टाइम : मध्य प्रदेश में गायों के लिए सरकार ने घटाया बजट
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं