मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा (Narottam Mishra) दतिया (Datia) जिले में एक आयोजन में तहसीलदार को पुकारते रहे लेकिन तहसीलदार तो दूर पटवारी तक उनकी पुकार सुनकर सामने नहीं आया. यानी मंत्री का कार्यक्रम था लेकिन उसमें प्रशासनिक अमला नदारद था. आखिरकार तहसीलदार को तीन बार पुकारने के बाद गृह मंत्री ने उनको और पटवारी को सस्पेंड कर दिया. उनके निलंबन की घोषणा उन्होंने मंच से ही की.
मध्यप्रदेश के दतिया जिले में गृहमंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा के प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. इसका सीधा उदाहरण दतिया की बड़ौनी तहसील में देखने को मिला. रविवार को गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा एक दिवसीय दौरे पर थे. उनका प्रशासनिक कार्यक्रम बड़ौनी में आयोजित हुआ. इस कार्यक्रम में उन्हें हितग्राहियों को पात्रता पर्ची वितरित करनी थीं. लेकिन इस आयोजन में प्रशासनिक अमला लगभग नदारद रहा. मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा तहसीलदार.. तहसीलदार कहते रहे लेकिन न तो तहसीलदार था और न ही पटवारी.
दतिया कलेक्टर संजय कुमार का भी यही हाल है. प्रशासनिक प्रोटोकॉल कार्यक्रम जारी होने के बाद वे कहीं दिखाई नहीं पड़ते हैं. आज मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने तत्काल बड़ौनी के तहसीलदार सुनील वर्मा और क्षेत्रीय पटवारी को निलंबन के आदेश जारी किए हैं. डॉ नरोत्तम मिश्रा ने मौके पर 59 हितग्राहियों को पात्रता पर्ची वितरित कीं.
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