मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) के पुराने वीडियो के साथ छेड़छाड़ करके सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के आरोप में राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijaya Singh) के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. बीजेपी नेताओं की ओर से शिकायत पर यह कार्रवाई की गई है. भोपाल में क्राइम ब्रांच ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सहित बारह लोगों पर फ़र्ज़ी वीडियो बनाकर उसे प्रसारित करने के आरोप में मामला दर्ज किया है. इस मामले में रात को बीजेपी नेताओं ने पुलिस में शिकायत की थी.
आरोप है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के 21 जनवरी 2020 के एक वीडियो में छेड़छाड कर उसे छोटा कर दिग्विजय सिंह के ट्विटर हैंडल से रविवार को जारी किया गया था जिसे बाद में हटा लिया गया था. इस वीडियो में शिवराज कहते दिखते हें की ख़ूब शराब पिलाओ की लोग पड़े रहें. इस वीडियो को retweet करने वाले 11 लोगों को भी आरोपी बनाया गया है.
एक एफआईआर रविवार शाम को दर्ज की गई थी. रीट्वीट करने के साथ कुछ कमेंट भी किए गये थे. जिसमें 11 आरोपी हैं. दूसरे में आईपीसी की धारा 500, 501, 505 ( 2), 465 के तहत मामला दर्ज हो गया. इसमें सिर्फ दिग्विजय सिंह आरोपी हैं. भोपाल पुलिस की सोशल मीडिया सेल ने पहले मामले में खुद संज्ञान लेकर पाया था कि वीडियो एडिट करके इसको चला रहे हैं.
बता दें कि हाल ही में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कथित ऑ़डियो क्लिप के मामले ने तूल पकड़ा था. मध्यप्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की एक कथित ऑडियो क्लिप वायरल हुई थी, जिसमें वो इंदौर के सांवेर विधानसभा क्षेत्र के पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे. क्लिप में चौहान को यह कहते हुए सुना गया है, "केन्द्रीय नेतृत्व ने तय किया कि सरकार गिरनी चाहिये नहीं तो ये बर्बाद कर देगी, तबाह कर देगी और आप बताओ ज्योतिरादित्य सिंधिया और तुलसी भाई के बिना सरकार गिर सकती थी? और कोई तरीका नहीं था."
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