Madhya Pradesh: मध्यप्रदेश के इंदौर में 18 वर्षीय युवक द्वारा अमेजन से ऑनलाइन सल्फास मंगाकर जान देने के मामले में उसके शोकसंतप्त पिता की गुहार पर राज्य के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पुलिस को बृहस्पतिवार को निर्देश दिया कि इस दिग्गज ई-कॉमर्स कम्पनी के अधिकारियों पर FIR दर्ज की जाए.यह व्यक्ति अपने नौजवान बेटे को जहरीले पदार्थ की ऑनलाइन आपूर्ति पर अमेजन के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की गुहार लेकर पिछले चार महीने से पुलिस और प्रशासन के दफ्तरों के चक्कर काट रहा है. गृह मंत्री मिश्रा ने इंदौर में संवाददाताओं को बताया, ‘‘मैंने शहर के एक युवक द्वारा अमेजन से ऑनलाइन जहर (सल्फास) मंगाकर जान देने की घटना का संज्ञान लेते हुए पुलिस अफसरों से कहा है कि वे अमेजन के संबंधित अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज करें और उन्हें नोटिस भेजकर पूछताछ के लिए बुलाएं.''
उन्होंने बताया, ‘‘मैंने पुलिस अफसरों से यह भी कहा है कि अगर अमेजन के अधिकारी नोटिस मिलने के बावजूद हाजिर नहीं होते हैं, तो उन्हें पुलिसिया तरीके से लाकर पूछताछ की जाए.''गौरतलब है कि प्रदेश के भिंड जिले में पुलिस ने हाल ही में एक पादप आधारित स्वीटनर (स्टीविया) की आड़ में मादक पदार्थ गांजे का अवैध व्यापार करने वाले गिरोह का खुलासा करने के बाद अमेजन इंडिया के कार्यकारी निदेशकों के खिलाफ एनडीपीएस अधिनियम के संबद्ध प्रावधान के तहत मामला दर्ज किया है.गृह मंत्री ने कहा, ‘‘अमेजन की ओर से स्थिति साफ होनी चाहिए कि कुछ लोग इस ई-कॉमर्स साइट के जरिये जहर और गांजे की आपूर्ति आखिर कैसे कर सकते हैं? हमने इन घटनाओं को गंभीरता से लिया है और हम इनमें कड़ी कानूनी कार्रवाई करेंगे.'' उन्होंने यह भी कहा कि प्रदेश सरकार अलग-अलग ई-कॉमर्स साइट को लेकर एक नीति बनाकर केंद्र को भेजेगी ताकि इन ऑनलाइन वाणिज्यिक मंचों से होने वाली अवैध आपूर्ति पर रोक लग सके.
स्थानीय फल विक्रेता रंजीत वर्मा ने इंदौर दौरे पर आए गृह मंत्री मिश्रा से बृहस्पतिवार को ही मुलाकात की. इस दौरान फल विक्रेता ने अपने बेटे आदित्य वर्मा (18) द्वारा अमेजन को जुलाई में ऑनलाइन ऑर्डर देकर सल्फास मंगाने और यह जहरीला पदार्थ खाकर जान देने की घटना को लेकर इस ई-कॉमर्स कम्पनी के खिलाफ मामला दर्ज किए जाने तथा इसके संबंधित अफसरों की गिरफ्तारी की गुहार की.इस घटना को लेकर पुलिस और प्रशासन को पहले ही शिकायत कर चुके वर्मा का आरोप है कि अमेजन ने ग्राहक के प्रामाणिक दस्तावेजों की जांच किए बगैर उसके बेटे को सल्फास के रूप में जहर की गैरकानूनी आपूर्ति की जिसे खाकर उसने आत्महत्या कर ली.वर्मा के मुताबिक कुछ लोग उनके बेटे पर दो लाख रुपये का बकाया चुकाने का कथित दबाव बना रहे थे जिससे वह तनाव में चल रहा था.
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