मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath)अपने 76वें जन्मदिन के दो दिन पहले सियासी विवाद में घिर गए हैं. कमलनाथ ने भगवा ध्वज और शीर्ष पर भगवान हनुमान की छवि वाले मंदिर की तरह बने चार परत वाले केक को काटकर आलोचकों को अपने पर निशाना साधने का मौका दे दिया है. बीजेपी ने इस मौके को 'लपकने' में देर नहीं लगाई. सीएम शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan)ने कमलनाथ पर हिंदू भावनाओं को आहत करने का आरोप लगाया. उन्होंने भगवा ध्वज और शीर्ष पर हनुमान की छवि वाले मंदिर की तरह बने चार परत वाले केक को स्वीकार करने और इसे काटने के लिए कमलनाथ को आड़े हाथ लिया है.
शिवराज ने कहा, "वह (कमलनाथ) और उनकी पार्टी बगुला भगत है जिसका भगवान की भक्ति से कोई लेना-देना नहीं है. वे उस पार्टी का प्रतिनिधित्व करते हैं जिन्होंने एक समय राम मंदिर के निर्माण का विरोध किया था. अब देखा कि इसके कारण तो वोटों का नुकसान हो जाता है तो वोट के लिए हनुमानजी याद आ गए. मुंह में राम, बगल में छुरी, जाकी रही भावना जैसी..अब बताइए केक पर हनुमानजी बनाए जाते हैं.. यह सनातन परंपरा का अपमान नहीं है. हनुमानजी को आप केक पर बना रहे हैं और काट रहे हैं. यह हिंदू धर्म का, सनातन परंपरा का अपमान है और इसे समाज स्वीकार नहीं करेगा." गौरतलब है कि 18 नवंबर 1946 को जन्मे कमलनाथ गुरुवार को 76 वर्ष के होंगे लेकिन उनके समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं ने मंगलवार को छिंदवाड़ा जिले के शिकारपुर में उनके घर पर दो दिन पहले जन्मदिन समारोह आयोजित किया.
गौरतलब है कि हाल ही में एक रागी मनप्रीत सिंह कानपुरिया ने इंदौर के खालसा स्टेडियम में गुरु नानक जयंती के कार्यक्रम के आयोजकों को कमलनाथ को आमंत्रित करने और उनका सम्मान करने पर जमकर खरी खोटी सुनाई थी. 1984 के सिख विरोधी दंगों का मुद्दा उठाते हुए मनप्रीत ने दोबारा इंदौर न लौटने की बात कही थी.
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