
एक मंदिर में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ.
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राहुल गांधी को भी मंदिर-मंदिर भेजने की कांग्रेस की योजना
ज्योतिरादित्य ने कहा- हिन्दू धर्म भाजपा की बपौती नहीं
बीजेपी ने कहा- हनुमान मंदिर बनवा सकते हैं तो राम मंदिर का विरोध क्यों?
भोपाल के लालघाटी में स्थित हनुमान मंदिर में मध्यप्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद कमलनाथ ने पहली दौड़ लगाई, जमकर भजन-कीर्तन भी किया. सिर्फ कमलनाथ ही क्यों, सूत्रों के मुताबिक मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ चुनावों में पार्टी राहुल गांधी को भी मंदिर-मंदिर भेजने की योजना बना रही है. शुरूआत होगी महाकाल उज्जैन से. सूत्रों के मुताबिक बकायदा ऐसे 10 मंदिरों की सूची मंगवाई भी गई है.
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पार्टी को लगता है इसमें कुछ गलत नहीं. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कोई व्यक्ति मंदिर, मस्जिद, गुरूद्वारा जाए ये आपकी निजी धार्मिक सोच है. कोई धर्म, हिन्दू धर्म भाजपा की बपौती नहीं, हिन्दुस्तान का धर्म है. वहीं कमलनाथ ने बीजेपी पर सवाल उठाते हुए कहा क्या उन्होंने ठेका लिया है हिन्दू धर्म का, मैंने छिंदवाड़ा में कई साल पहले 101 फुट का हनुमान मंदिर बनवाया, आज चुनाव में ये धर्म को राजनीति के मंच पर लाना चाहते हैं.

बीजेपी चुनावों से ठीक पहले कांग्रेस के मंदिर प्रेम पर सवाल उठा रही है. कह रही है कमलनाथ हनुमान मंदिर बनवा सकते हैं तो राम मंदिर का विरोध क्यों. बीजेपी उपाध्यक्ष प्रभात झा ने कहा हनुमान मंदिर बनवा सकते हैं तो राम मंदिर का विरोध क्यों? हिन्दू मूर्ख नहीं है, ड्रामा समझते हैं.
VIDEO : चर्च, मंदिर और फिर दरगाह गए राहुल गांधी
आपको याद दिला दें, गुजरात चुनावों के दौरान राहुल गांधी 27 मंदिरों में गए थे, जिन क्षेत्रों में यह मंदिर हैं उसमें से तकरीबन 18 सीटें बीजेपी की झोली में गिरीं.