भोपाल:
मध्यप्रदेश के चित्रकूट में उपचुनाव हैं, किसानों की नाराजगी के बीच सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान 9 नवंबर को होने वाले उपचुनाव में कमल खिला पाएंगे. कांग्रेस की हरसंभव कोशिश यह है कि ये सीट उसकी ही झोली में बनी रहे. यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी चित्रकूट में प्रचार के लिये आनेवाले हैं. हवा में उड़कर शिवराज चित्रकूट की धरती पर उतरे चुके हैं, तीन दिन उपचुनाव के लिये चित्रकूट के गली मोहल्लों में घूमेंगे. भगवान राम की तपोभूमि माने जाने वाले चित्रकूट में बीजेपी ने सिर्फ 2008 में 722 वोटों के मामूली अंतर से जीत दर्ज की थी नहीं तो 1990 से अबतक तीन दफे यहां से कांग्रेस जीती. उन्हीं के विधायक प्रेम सिंह के निधन से यहां उपचुनाव हो रहे हैं.
मुख्यमंत्री यहां भावांतर को भुनाने में जुटे हैं. उन्होंने कहा, 'मैंने मूंग के लिये 1455, मूंगफली के लिये 780 रु. प्रति क्विंटल दिये, दिल पर हाथ रखकर कहें कि क्या कोई मुख्यमंत्री ऐसा कर सकता है. लोगों ने कहा हम बर्बाद हो जाएंगे, कुछ नहीं बचेगा .. लेकिन मैंने कहा भगवान राम मदद करेंगे.' शिवराज चुनाव को खुद बनाम कांग्रेस बनाने की कोशिश में हैं.
उधर क्षेत्र के युवा वोटरों को लुभाने के लिए कांग्रेस ने ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ जैसे कद्दावरों को उतारा है. सिंधिया राम पर बीजेपी को घेर रहे हैं तो कमलनाथ साफ कर रहे हैं पार्टी में कलह नहीं है. सिंधिया ने कहा, 'बीजेपी कहती है हम मंदिर वहीं बनाएंगे लेकिन तारीख नहीं बताएंगे.' वहीं कमलनाथ ने कहा, 'मैं मुख्यमंत्री के लिये किसी का समर्थन करूंगा. हम चाहते हैं युवा को रोजगार मिले, किसान खुश रहे.'
प्रेम सिंह पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के पिता अर्जुन सिंह के बेहद करीबी थे. परंपरागत रूप से इस कांग्रेसी सीट में बड़ी तादाद ब्राह्मण, ठाकुर और कुर्मी की है. 40 प्रतिशत ब्राह्मणों को लुभाने के लिये कांग्रेस-बीजेपी दोनों ने दांव ब्राह्म्ण उम्मीदवार पर ही लगाया है.
VIDEO: व्यापम घोटाला : CBI की चार्जशीट में शिवराज का नाम नहीं, कांग्रेस ने साधा निशाना
मुख्यमंत्री यहां भावांतर को भुनाने में जुटे हैं. उन्होंने कहा, 'मैंने मूंग के लिये 1455, मूंगफली के लिये 780 रु. प्रति क्विंटल दिये, दिल पर हाथ रखकर कहें कि क्या कोई मुख्यमंत्री ऐसा कर सकता है. लोगों ने कहा हम बर्बाद हो जाएंगे, कुछ नहीं बचेगा .. लेकिन मैंने कहा भगवान राम मदद करेंगे.' शिवराज चुनाव को खुद बनाम कांग्रेस बनाने की कोशिश में हैं.
उधर क्षेत्र के युवा वोटरों को लुभाने के लिए कांग्रेस ने ज्योतिरादित्य सिंधिया और कमलनाथ जैसे कद्दावरों को उतारा है. सिंधिया राम पर बीजेपी को घेर रहे हैं तो कमलनाथ साफ कर रहे हैं पार्टी में कलह नहीं है. सिंधिया ने कहा, 'बीजेपी कहती है हम मंदिर वहीं बनाएंगे लेकिन तारीख नहीं बताएंगे.' वहीं कमलनाथ ने कहा, 'मैं मुख्यमंत्री के लिये किसी का समर्थन करूंगा. हम चाहते हैं युवा को रोजगार मिले, किसान खुश रहे.'
प्रेम सिंह पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के पिता अर्जुन सिंह के बेहद करीबी थे. परंपरागत रूप से इस कांग्रेसी सीट में बड़ी तादाद ब्राह्मण, ठाकुर और कुर्मी की है. 40 प्रतिशत ब्राह्मणों को लुभाने के लिये कांग्रेस-बीजेपी दोनों ने दांव ब्राह्म्ण उम्मीदवार पर ही लगाया है.
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