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This Article is From Jan 22, 2019

भय्यूजी महाराज सुसाइड केस: सैकड़ों करोड़ की संपत्ति पर थी पलक की नजर, इसलिए संजोया था शादी का सपना

केयर टेकर बनी पलक पुराणिक जहां भय्यू की जीवन संगिनी बनकर उनकी संपत्ति कब्जाना चाहती थी, वहीं सेवादार की भी मालिक की संपत्ति पर नजर थी.

भय्यूजी महाराज सुसाइड केस: सैकड़ों करोड़ की संपत्ति पर थी पलक की नजर, इसलिए संजोया था शादी का सपना
भय्यू महाराज ने 12 जून, 2018 को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी.
इंदौर:

मध्य प्रदेश ही नहीं महाराष्ट्र, राजस्थान और गुजरात में 'राष्ट्रसंत' कहलाने वाले उदय सिह देशमुख उर्फ भय्यू महाराज (Bhayyuji Maharaj) की आत्महत्या के बाद अब खुल रहे राज चौंकाने वाले हैं. सैकड़ों करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति पर केयर टेकर पलक पुराणिक (Palak Puranik) की नजर थी, यही कारण है कि उसने भय्यू महाराज को ब्लैकमेल किया. पलक रातोंरात सैकड़ों करोड़ की मालकिन बन जाना चाहती थी, इसलिए उसने भय्यू को अपना जीवनसाथी बनाने का सपना संजो लिया था. भय्यू महाराज ने 12 जून, 2018 को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी. घटना के बाद बेटी कुहू और दूसरी पत्नी आयुषी के बीच विवाद को प्रचारित किया गया था, ताकि इस दुखद घटना के लिए उन्हें ही जिम्मेदार मान लिया जाए. मगर वक्त गुजरने के साथ जो तथ्य सामने आए हैं, वे चौंकाने वाले हैं. उनके सबसे करीबी ही उनकी जान के दुश्मन निकले.

केयर टेकर बनी पलक पुराणिक जहां भय्यू की जीवन संगिनी बनकर उनकी संपत्ति कब्जाना चाहती थी, वहीं सेवादार की भी मालिक की संपत्ति पर नजर थी. भय्यू महाराज के करीबियों का कहना है कि इंदौर स्थित श्री सद्गुरु धार्मिक एवं परमार्थिक ट्रस्ट की देश के विभिन्न राज्यों में शाखाएं हैं, इन शाखाओं से संबद्ध करोड़ों की संपत्ति है. यह पूरी तरह ट्रस्ट की संपत्ति है. इसके अलावा अघोषित तौर पर भय्यू महाराज की कई बड़े कारोबारों में हिस्सेदारी थी और इसकी जानकारी पलक को थी. इसी के चलते पलक ने भय्यूजी से नजदीकियां बढ़ाईं और संपत्ति पर कब्जे के मकसद से उसने उन पर शादी का दवाब बनाया. 

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पुलिस के अनुसार, भय्यू महाराज आत्महत्या मामले में सेवादार शरद देशमुख व विनायक दुधाले और केयर टेकर से प्रेमिका बनी पलक पुराणिक को गिरफ्तार किया जा चुका है. इन तीनों पर भय्यू को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा है.

इंदौर के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) हरि नारायणचारी मिश्रा ने माना कि भय्यू महाराज को अपनों द्वारा ब्लैकमेल किए जाने के चलते आत्महत्या करनी पड़ी. विनायक, शरद व पलक इस साजिश के अहम किरदार थे. पलक भय्यू महाराज से शादी करना चाहती थी और विनायक व शरद इस योजना में उनका साथ दे रहे थे. डीआईजी ने कहा, 'तीनों ने उन्हें ब्लैकमेल किया, जिसके चलते तनाव में आकर भय्यू महाराज ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया. पुलिस को मोबाइल चैट से भी इसके सबूत मिले हैं.'

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पुलिस के अनुसार, भय्यू महाराज की पहली पत्नी माधवी की मौत के बाद पलक को केयर टेकर के तौर पर रखा गया था. वक्त गुजरने के साथ पलक की उनसे नजदीकी बढ़ी. इसी दौरान भय्यू महाराज ने डॉ़ आयुषी से विवाह कर लिया, जो पलक व उसके सहयोगियों 6पर नागवार गुजरा. पलक भय्यू महाराज पर शादी के लिए फिर दबाव बढ़ाने लगी. उसने बर्बाद कर देने की चेतावनी देते हुए उन पर जून, 2018 के अंत तक शादी करने का अल्टीमेटम दिया था. लगातार तनाव झेल रहे भय्यू ने 12 जून, 2018 को खुद को गोली मार ली थी.

पुलिस को जांच में सबूत मिले हैं कि तीनों मिलकर उन्हें ब्लैकमेल करते थे. पुलिस को कई अश्लील वीडियो चैट भी मिले हैं. जांच में पता चला कि पलक व विनायक उन्हें दवाएं देते थे, जिनमें शारीरिक तौर पर कमजोर करने की भी दवाएं होती थीं. 

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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