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महाराष्ट्र CM पर गतिरोध खत्म, एकनाथ शिंदे का सरेंडर, कहा- हमें BJP का मुख्यमंत्री मंजूर

एकनाथ शिंदे ने महायुति के हित में CM पद का दावा छोड़ने के संकेत दिए हैं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का फैसला सर्वमान्य होगा. वो जो भी फैसला लेंगे, हमें मंजूर होगा.

एकनाथ शिंदे ने कोपरी-पचपखड़ी सीट से चुनाव लड़ा था. उनका मुकाबला अपने राजनीतिक गुरु आनंद दिघे के भतीजे केदार दिघे के साथ था.

नई दिल्ली/मुंबई:

महाराष्ट्र चुनाव में प्रचंड बहुमत मिलने के बाद भी महायुति से कौन मुख्यमंत्री बनेगा, ये अब तक तय नहीं हो पा रहा है. बैठकों का दौर जारी है. इस बीच एकनाथ शिंदे ने CM पद का दावा छोड़ दिया है. शिंदे ने बुधवार को ठाणे में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, "मैंने PM मोदी को फोन किया था. उन्हें बताया कि हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है, मन में कोई अड़चन न लाएं. मुझे पद की लालसा नहीं है. हम सब NDA का हिस्सा हैं. वो जो फैसला लेंगे, वो मंजूर होगा. अगर वो BJP  से CM बनाते हैं या किसी और के लिए निर्णय लेते हैं... वो फैसला हमें मंजूर होगा."

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एकनाथ शिंदे ने कहा, "मैं खुद को मुख्यमंत्री नहीं, बल्कि आम आदमी के तौर पर देखता हूं. बड़ी संख्या में लोगों ने हमारा साथ दिया. महायुति की विजय वास्तव में जनता की विजय है. शानदार जीत के लिए जनता का धन्यवाद करता हूं." उन्होंने कहा, "शिंदे रोने वालों में नहीं है. मैं लड़ने वालों में हूं. मैं अपनी लाड़ली बहनों को लड़ाका भाई हूं. मैं भागने वाला नहीं, बल्कि समाधान करने वाला व्यक्ति हूं. महाराष्ट्र के लिए मैं आखिरी दम तक काम करूंगा." शिंदे ने कहा, "मैं नाराज होने वालों में नहीं हूं. महायुति के हित में जो भी फैसला लिया जाएगा, हम उसके खिलाफ नहीं जाएंगे."

हम कोई स्पीड ब्रेकर नहीं
एकनाथ शिंदे ने कहा, "जब मैं CM था. तब मोदी-शाह मेरे साथ चट्टान की तरह खड़े रहे. उन्होंने हर कदम पर हमारा साथ दिया. विकास योजनाओं के लिए फंड दिया. शिवसेना पूरी तरह से प्रधानमंत्री के फैसले का समर्थन करेगी. BJP की बैठक में जो फैसला लिया जाएगा, हमें मंजूर होगा. हम कोई स्पीड ब्रेकर नहीं हैं. हम सरकार बनाने में अड़चन नहीं बनेंगे."

दिल्ली में गुरुवार को महायुति की बैठक
वहीं, महायुति ने गुरुवार को दिल्ली में बैठक बुलाई है. इसमें देवेंद्र फडणवीस, एकनाथ शिंदे और अजित पवार शामिल होंगे. मुख्यमंत्री को लेकर जारी सस्पेंस के बीच BJP ने फिर से साफ किया है कि महायुति गठबंधन बना है बना रहेगा. BJP ने कहा, "हम तीन दोस्त हैं. ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे."

चुनाव में BJP ने जीती 132 सीटें
महाराष्ट्र चुनाव में महायुति ने 230 सीटों पर जीत हासिल की है. BJP ने अकेले 132 सीटें जीती. शिवसेना (शिंदे गुट) ने 57 और अजित पवार गुट ने 41 सीटें पाई हैं. वहीं, महाविकास अघाड़ी ने 46 सीटों पर जीत हासिल की. उद्धव गुट ने 20 और शरद पवार गुट को 10 सीटें मिली हैं. जबकि कांग्रेस के हाथ में सिर्फ 16 सीटें आईं.

BJP नेता बोले- हम 3 दोस्त हैं
महाराष्ट्र में BJP नेता सुधीर मुनगंटीवार ने कहा, "मुख्यमंत्री महायुति से ही होंगे. मुझे नहीं लगता कि कोई जल्दबाजी है. जब मौजूदा सरकार एक पार्टी की होती है और चुनी हुई सरकार दूसरी पार्टी की होती है, तो जल्दबाजी होती है. हमारी सरकार अभी भी सत्ता में है. इसलिए कोई जल्दी नहीं है. फिल्म 'शोले' के 2 दोस्त थे, हम 3 दोस्त हैं. ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे."

मंत्रिमंडल में कौन-कौन हों, इसकी चर्चा भी हुई शुरू
महायुति द्वारा मुख्यमंत्री पद के लिए उम्मीदवार की घोषणा में देरी पर विपक्ष सवाल उठा रहा है,वहीं भाजपा सूत्रों का कहना है कि उन्हें सरकार बनाने की कोई जल्दी नहीं है. एक सूत्र ने बताया कि हम किसी समय सीमा पर विचार नहीं कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश में सरकार गठन में दो सप्ताह लग गए.मुख्यमंत्री पद के अलावा बीजेपी, शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी के नेताओं को मंत्री पद पर भी सहमति बनाने की जरूरत है.  महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री समेत कुल 43 मंत्री हो सकते हैं. महायुति के 230 में से 132 सीटें जीतने वाली भाजपा को मंत्री पद का आधा हिस्सा मिलने की संभावना है, जबकि बाकी सीटें सहयोगी दलों के लिए छोड़ी जाएंगी. 

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बीजेपी इस बार सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है
2022 में जब एकनाथ  शिंदे के नेतृत्व में शिवसेना में हुए विद्रोह के कारण उद्धव ठाकरे सरकार गिर गई थी, तब भाजपा ने विधानसभा में अधिक संख्याबल होने के बावजूद उन्हें मुख्यमंत्री पद के लिए समर्थन दिया था. फडणवीस ने उस दौरान पार्टी हाईकमान ने उन्हें जो पद (उपमुख्यमंत्री) दिया था वो उन्होंने स्वीकार कर लिया था. लेकिन अब जब इस चुनाव में बीजेपी 132 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है तो बीजेपी इस पद को अपने सहयोगी दल के लिए छोड़ना नहीं चाहती है.

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देवेंद्र फडणवीस को मिले कितने वोट?
देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर साउथ वेस्ट सीट से चुनाव जीता है. उन्होंने कांग्रेस के प्रफुल्ल गुडधे को हराया है. फडणवीस को 1 लाख 29 हजार 401 वोटों के अंतर से जीत मिली है. उनका वोट पर्सेंटेज 56.55 फीसदी रहा.

एकनाथ शिंदे को मिले कितने वोट?
एकनाथ शिंदे ने कोपरी-पचपखड़ी सीट से चुनाव लड़ा था. उनका मुकाबला अपने राजनीतिक गुरु आनंद दिघे के भतीजे केदार दिघे के साथ था. शिंदे को एक लाख 59 हजार वोट मिले. जबकि शिवसेना (UBT) के केदार दिघे को मात्र 38 हजार वोट मिले हैं. यानी शिंदे को 1, 20 ,717 वोटों के मार्जिन से जीत मिली.

अजित पवार को मिले कितने वोट?
अजित पवार ने बारामती से चुनाव लड़ा था. उनके सामने NCP(शरद पवार) से युगेंद्र पवार थे.  अजित पवार युगेंद्र पवार के चाचा लगते हैं. इस चुनाव में अजित पवार 1.81 लाख वोटों से जीते हैं. युगेंद्र को मात्र 80 हजार वोट मिले.
 

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