
- महाराष्ट्र में लगातार भारी बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है
- सीएम फडणवीस ने मुंबई, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग में हाई अलर्ट घोषित किया
- महाराष्ट्र में लगातार तेज बारिश में सड़कें तालाब बन गई, जिससे हादसे का खतरा भी बढ़ गया
महाराष्ट्र में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने पूरे राज्य में हाहाकार मचा हुआ. इस प्राकृतिक आपदा में अब तक 10 लोगों की मौत हो चुकी है, देश की आर्थिक राजधानी मुंबई से लेकर पुणे तक में जनजीवन पूरी तरह से थम सा गया है. भारी बारिश के कारण संपत्तियों और फसलों को भी भारी नुकसाना पहुंचा है. भारी बारिश को देखते हुए सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है. मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए अगले 48 घंटों के लिए मुंबई, ठाणे, रायगढ़, रत्नागिरी और सिंधुदुर्ग जिलों में ‘हाई अलर्ट' घोषित किया है. पुणे में आज के मौसम को लेकर आईएमडी का क्या लेटेस्ट अपडेट है, विस्तार से जानिए-

पुणे में कैसा रहेगा मौसम
पुणे-शिवाजीनगर क्षेत्र में पिछले 24 घंटों के दौरान 35.2 मिमी बारिश दर्ज की गई है, अधिकतम तापमान 24.2°C और न्यूनतम तापमान 21.4°C रहा, जो सामान्य से नीचे है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग आईएमडी)की रिपोर्ट के अनुसार, बादल छाए रहने और हल्की से भारी बारिश की संभावना जताई गई है. 19 अगस्त को भारी बारिश की चेतावनी के बावजूद कोई विशेष अलर्ट जारी नहीं किया गया था, जबकि 20 से 25 अगस्त तक मध्यम से हल्की बारिश की भविष्यवाणी की गई है. फिलहाल कोई गंभीर चेतावनी नहीं दी गई है. हालांकि प्रशासन को सलाह दी गई है कि वह जलभराव और यातायात बाधाओं से निपटने के लिए तैयार रहे.

महाराष्ट्र में क्यों इतनी बारिश
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, बंगाल की खाड़ी के ऊपर बने निम्न दबाव के क्षेत्र और मानसूनी हवाओं के तेज होने के कारण मूसलाधार बारिश हुई. पुणे स्थित भारत मौसम विज्ञान विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक एस.डी. सानप ने कहा, ‘‘सिस्टम ने उत्तर कोंकण से लेकर केरल तक एक दबाव का क्षेत्र बना दिया है. इसके कारण कोंकण, मध्य महाराष्ट्र और घाटों में बहुत भारी से असाधारण भारी बारिश हो रही है, जबकि राज्य के बाकी हिस्सों में मध्यम बारिश हो रही है.'' अगले दो दिन तक मुंबई सहित कोंकण और मध्य महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में भारी बारिश का अनुमान लगाया है, साथ ही मराठवाड़ा और विदर्भ में ‘ऑरेंज अलर्ट' जारी किया गया है, जहां इस सप्ताह के अंत में बारिश की तीव्रता घटकर ‘येलो अलर्ट' में तब्दील हो सकती है.

लगभग 10 लाख हेक्टेयर फसल बर्बाद
उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने बताया कि लगातार बारिश से राज्य में लगभग 10 लाख हेक्टेयर कृषि भूमि जलमग्न हो गई है. उन्होंने बताया कि बारिश कम होने के बाद नुकसान का आकलन शुरू किया जाएगा. गडचिरोली में सोमवार शाम से लगातार हो रही बारिश के कारण निचले इलाकों में पानी भर गया है और संपर्क टूट गया है. भामरागड तालुका के 50 से अधिक गांव पर्लकोटा नदी के उफान पर आने के बाद संपर्क से कटे हुए हैं जिससे भामरागा-अल्लापल्ली राजमार्ग बंद करना पड़ा है. अधिकारियों ने बताया कि कोडपे गांव का 19 वर्षीय एक युवक उफान पर आए नाले को पार करते समय उसमें बह गया. वाशिम जिले की प्रमुख नदियां लगातार चौथे दिन उफान पर हैं, जिससे हजारों हेक्टेयर खरीफ की फसल को नुकसान पहुंचा है.
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