- एयरपोर्ट को 19,650 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है
- इस प्रोजेक्ट को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत बनाया गया है
- नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट NMIA की क्षमता पहले चरण में सालाना 2 करोड़ यात्रियों को संभालने की है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट (NMIA) का उद्घाटन किया. अदाणी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अदाणी भी उनके साथ उपस्थित थे. इस एयरपोर्ट को मुंबई का नया ग्लोबल गेटवे कहा जा रहा है. इस एयरपोर्ट के शुरू होने से मुंबई, पुणे और कोंकण क्षेत्र में व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलने के साथ करीब 3 लाख नए रोजगार पैदा होंगे. 19,650 करोड़ रुपये की लागत से इस एयरपोर्ट को तैयार किया गया है. इस हवाई अड्डे पर शुरुआत में हर साल 2 करोड़ यात्रियों के आवाजाही की उम्मीद है. एयरपोर्ट पर यात्री उड़ानें करीब एक माह शुरू होंगी.

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— NDTV India (@ndtvindia) October 8, 2025
2018 को पीएम मोदी ने रखी थी आधारशिला
इस प्रोजेक्ट को पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत बनाया गया है. 18 फरवरी 2018 को पीएम मोदी ने इसकी आधारशिला रखी थी. 2021 में प्रोजेक्ट संभालने के बाद से अदाणी समूह (74%) महाराष्ट्र सरकार की एजेंसी सिडको (26%) ने साथ मिलकर इसे बनाया और इसका संचालन और प्रबंधन कर रहा है.
नवी मुंबई एयरपोर्ट की क्षमता जानें
नवी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट NMIA की क्षमता पहले चरण में सालाना 2 करोड़ यात्रियों को संभालने की है. अंतिम चरण में इसकी क्षमता 9 करोड़ यात्रियों तक, पहुंचने का अनुमान है. यह एयरपोर्ट सिर्फ यात्री ही नहीं,बल्कि सालाना 3.25 MMTA (मिलियन मीट्रिक टन प्रति वर्ष) कार्गो भी संभालेगा, जो इसे एशिया का एक शक्तिशाली व्यापार केंद्र बनाएगा.

कितना भव्य है नवी मुंबई एयरपोर्ट?
NMIA में 3700 मीटर लंबे दो रनवे हैं, जो ऐसी आधुनिक प्रणालियों से लैस हैं कि कम विज़िबिलिटी में भी फ्लाइट्स को परेशानी नहीं होगी. उद्घाटन के करीब एक महीने के अंदर ही यहां से कमर्शियल फ्लाइट्स शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है. यह एयरपोर्ट के शुरू होते ही मुंबई, लंदन, न्यूयॉर्क और टोक्यो जैसे दुनिया के चुनिंदा शहरों की लिस्ट में शामिल हो जाएगा, जहां पर दो बड़े एयरपोर्ट हैं.

करीब 2,866 एकड़ में बना है नवी मुंबई एयरपोर्ट
यह इंटरनेशनल एयरपोर्ट सिर्फ मुंबई और पूरे पश्चिमी भारत की हवाई यात्रा के लिए एक बड़ी राहत और बूस्ट ही नहीं, बल्कि वैश्विक मंच पर भारत की बढ़ती ताकत का एक बड़ा उदाहरण भी है. यह एयरपोर्ट नवी मुंबई में उल्वे के पास, करीब 2,866 एकड़ में बनाया गया है. इस एयरपोर्ट के बनने से मुंबईवासियों का पिछले 25 सालों का सपना सच हो गया है. भारत का सबसे महत्वाकांक्षी इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट,अब हकीकत बन चुका है.
नए एयरपोर्ट से मुंबई वालों को मिलेगी बड़ी राहत
अब तक छत्रपति शिवाजी महाराज इंटरनेशनल एयरपोर्ट ही मुंबई की पहचान रहा है. लेकिन यहां इसकी क्षमता से बहुत ज्यादा लोग हर दिन पहुंचते हैं. यात्रियों का बोझ, फ्लाइट्स का कंजेशन और हर दिन करीब 1000 फ्लाइट्स, इसकी डिज़ाइन क्षमता से कहीं ज़्यादा है. CSMIA के दो रनवे हैं, लेकिन उनका इंटरसेक्शन ऑपरेशन्स सिर्फ एक रनवे तक सीमित कर देता है, यही वजह है कि फ्लाइट्स को उतरने के लिए कई बार हवा में चक्कर काटने पड़ते हैं. अब नया एयरपोर्ट बनने से मुंबई वालों का बड़ी राहत मिलेगी. नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के शुरू होने से मुंबई महानगर क्षेत्र में दो इंटरनेशनल एयरपोर्ट हो जाएंगे, जिससे समय तो बचेगा ही साथ ही एयर-ट्रैफ़िक का दबाव भी आधा हो जाएगा.
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