- ग्रामीणों ने पीट-पीटकर मार डाला
- पुलिस ने की तीनों मृतकों की पहचान
- पुलिस ने 110 लोगों को हिरासत में लिया
मुंबई के पालघर में गुरुवार रात ग्रामीणों में जिन तीन लोगों की चोर समझकर हत्या कर दी थी, उनमें से दो की पहचान साधुओं के रूप में हुई है. तीनों मृतक मुंबई के कांदिवली से सूरत अपने एक मित्र के अंतिम संस्कार में हिस्सा लेने जा रहे थे. इसमें 35 साल के सुशीलगिरी महाराज और 70 साल के चिकणे महाराज कल्पवृक्षगिरी थे. जबकि 30 साल का निलेश तेलगड़े ड्राइवर था. कासा पुलिस थाने के गडचिंचले के ग्रामीणों ने गुरुवार की रात पहले इनकी कार रोकी, फिर पत्थरों और कोयते से निर्मम हत्या कर दी.
हैरान करने वाली बात यह है कि सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंचकर जब इन्हें अपनी जीप में भरकर ले जाने लगी तब ग्रामीणों ने पुलिस पर भी हमला कर दिया. पुलिस जीप व घायलों को छोड़ भाग खड़ी हुई. इस हमले में कुछ पुलिस वाले भी घायल हुए. कासा पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर 110 लोगों को हिरासत में लिया है.
कासा पुलिस स्टेशन के निरीक्षक आनंदराव काले ने घटना के बारे में बताते हुए कहा कि गुरुवार रात 9:30 से 10 बजे के बीच यह वीभत्स घटना हुई थी. यह घटना ऐसे समय में हुई जब कोरोनावायरस के प्रसार को रोकने के लिए लॉकडाउन लागू है. काले ने बताया कि तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए पालघर के सरकारी अस्पताल में भिजवा दिया गया था. उन्होंने बताया कि तीनों कार से मुंबई से आए थे और उनके वाहन को स्थानीय लोगों ने गडचिंचले के पास ढाबाड़ी-खानवेल मार्ग पर रोक दिया. ग्रामीणों ने उन्हें कार से बाहर निकाला और इस संदेह पर उन पर पत्थर और अन्य चीजों से हमला कर दिया कि वह लोग चोर हैं.
VIDEO: झारखंड में 24 लोगों की मौत मॉब लिंचिंग में हुई: सुबोधकांत सहाय
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं